हाल ही सुना है, IRCTC अपने e टिकट पर फिरसे सर्विस चार्जेस वसूलना शुरू करने वाली है। पहले यह चार्जेस एसी वर्ग के लिए ₹30/- और गैर एसी के लिए ₹20/- प्रति व्यक्ति लगते थे, जो कैशलेस व्यावहारोंको बढ़ावा देने हेतु बन्द कर दिए थे। जहां तक यही चार्ज फिर से लगने की सम्भवना है।
IRCTC यह भारतीय रेलवे की वाणिज्यिक इकाई है और रेल्वेज के सभी e टीकीटिंग सर्विसेस ये ही सम्भालती है।
e टिकिटिंग रेल यात्रिओंके लिए काफी सुविधाजनक है। मोबाइल, डेटा सुविधा के कारण काफी लोग इसका उपयोग करते है। e सर्विसेस के जानकार लोग ही नही बल्कि रेलवे क्षेत्र से दूर रहने वाले आम लोग भी e टिकटिंग के ही व्यवस्थाओंके भरोसे अपने आरक्षित टिकट बनाते है।
IRCTC की इस सुविधा की वजह से काउंटर पर टिकट लेने वालोंकी भीड़ बिल्कुल ही कम हो गई थी। लोग अपने घर पर बैठे बैठे रेलवे के आरक्षण टिकट ले लिया करते है। रेलवे विभाग की स्टेशनरी की काफी बचत होती थी। आरक्षण फॉर्म्स, टिकट छापने की स्टेशनरी, फिर रद्द करना हो तो फिर से छपाई। यह सब झंझटोसे रेलवे और यात्री दोनों ही मुक्त थे।
आज भी सुदूर गांवोमे रेल टिकट या आरक्षण काउंटर उपलब्ध नही है। शहरोंमें भी बस्तियोंका विस्तार होने से भी यात्रिओंको e टिकट ही सुविधाजनक लगता है। ऐसी सूरत में यदि IRCTC फिरसे सर्विस चार्ज शुरू कर दे तो लोग फिर से काउंटर की ओर रुख़ करने लगेंगे। जिन के 8-10 लोगोंको यात्रा करनी है उसके तो 150-200 रुपए बच जाएंगे। फिर से काउंटरों पर भीड़ भाड़, धक्कामुक्की का वातावरण रहने लगेगा।
हमारा तो आग्रह है, रेल प्रशासन सभी प्रतिक्षा सूची वाले टिकटोको केवल ई टिकट के स्वरूप में ही जारी करे, ताकी वेटिंग लिस्ट टिकटोंका रद्दीकरण भी अपनेआप हो जाएगा और वे यात्री जो हमेशा असमंजस में अपनी यात्रा वेटिंग टिकट पे ही करते रहते है वह भी परेशानी खत्म हो जाएगी।
आज भी, क्लर्केज के नाम पर ढेरों रद्दीकरण शुल्क रेलवे के पास जमा होता है तो क्यों न रेलवे इसी शुल्क से IRCTC की e टिकिटिंग व्यवस्था को बिना सर्विस चार्ज लिए बनाए रखे? जब IRCTC को रेलवे की कोई स्टेशनरी नही लगती और न ही रेलवे को IRCTC के E टिकट निकालने वाले किसी यात्री की किसी भी तरह की व्यक्तिगत सुविधाओं पर ध्यान देना पड़ता है, तो हमे लगता है की रेल प्रशासन ने उल्टा E टिकिटिंग लेने वाले यात्रिओंको प्रमोट करने हेतु डिस्काउंट देना चाहिए। चलो डिस्काउंट नही देते है तो कमसे कम एक्स्ट्रा सर्विस चार्जेस तो न थोपे।
हमें आशा ही नही बल्कि विश्वास है, हमारे माननीय रेल मंत्रीजी जो की CA भी है, इस अकाउंट को सही कराएंगे।