उधना – जलगाव पश्चिम रेलवे के मुम्बई विभाग के तहत आता है। एक वर्ष बीत गया इस लाइन का दोहरीकरण हो कर। यात्रिओंकी ढेर अपेक्षाए थी कई गाड़ियाँकी, नई गाड़ियाँ मिलेगी, साप्ताहिक गाड़ियाँ रोजाना होगी लेकिन देखिए कैसे अड़ंगे आ जाते है।
परस्तुत लेख दैनिक भास्कर सुरत से साभार।