विगत 8-10 दिनोंसे हमें कई रेल यात्रियों और हमारे ब्लॉग के पाठकोने सम्पर्क किया, साथमे सोशल मीडिया द्वारा उन्हे मिले पोस्ट जोड़े हुए थे। किसी को वरिष्ठ नागरिक की रियायत में भ्रम था तो किसी को IRCTC ऑनलाईन चार्टिंग का।
मित्रों, विशेष बात तो यह है, साथ मे जोड़े रेलवे के परिपत्रक में कहीं कोई खोट नही थी। बस उसके नैरेशन याने उसका वृत्तान्त लेखन इस तरह किया गया था की कोई हमेशा रेल यात्रा करनेवाला भी रेल यात्री चौंक जाए। इस तरह की भ्रम फैलाने वाली पोस्ट की मंशा ही यही रहती है, की लोग उसकी चर्चा करें मगर सही जानकारी यात्रिओंको मिलें इससे कोई सरोकार नही।
हम आपको यह एकदम स्पष्ट कर देते है, सबसे पहले वरिष्ठ नागरिकोंकी रियायत के बारे में। झूठा वृत्तांत यह है की, वरिष्ठ नागरिक महिला को अब रेल किरायोंमे 45 या उससे ज्यादा उम्र में रियायत मिल जाएगी। हक़ीकत यह है, रेल किरायोंके रियायतोंके लिए वरिष्ठ नागरिक पुरुष की उम्र 60 वर्ष या उससे अधिक और महिलाओं की उम्र 58 या उससे अधिक होना जरूरी है।
वरिष्ठ नागरिक पुरुषों को हर वर्ग के रेल किरायोंमे 40% छूट और महिलाओं को 50% छूट मिलती है। ध्यान रहें, कोई भी रेल किरायोंकी रियायत, रेलवे के बेसिक किरायोंमे ही रहती है। उसके बाद लगने वाले अन्य शुल्क जैसे आरक्षण शुल्क, सुपरफास्ट शुल्क इत्यादि में नही रहती, यह सभी शुल्क, यदि लागू हो तो पूर्ण रूपसे चुकाने होंगे। साथही चाहे कोई भी आरक्षण हो, केवल और केवल यात्रा शुरू करनेसे पहले टिकट खरीदते वक्त ही मिलते है, यात्रा के दौरान नही।
अब जो वरिष्ठ नागरिक महिला की 45 उम्र में रियायत मिलने की जो भ्रम वाली बात है तो वह भी स्पष्टता से समझ ले, 45 की उम्र या उससे 58 वर्ष तक की महिला एक या दो की संख्या में रेल यात्रा करती हो तो उन्हें वरिष्ठ नागरिकोंके लोअर बर्थ कोटे में बर्थ मिल सकती है। कृपया अच्छी तरह से समझ ले, केवल कोटे में बर्थ की उपलब्धता, किरायोंमे रियायत नही और महिला यात्री की संख्या, एक ही PNR में दो से ज्यादा न हो तभी इस कोटे का उपयोग लिया जा सकेगा।
दूसरा IRCTC के ऑनलाईन चार्ट्स के बारे में कोई भी यात्री यह भ्रम न पालें की ऑनलाइन चार्ट देखने के बाद वह चार्ट्स में खाली दिखने वाली जगहोंपर अपना दावा कर पाएगा। जब तक रेलवे में TTE, पेपर चार्ट्स पर अपना कामकाज कर रहे है तब तक कम्प्यूटर के ऑनलाइन चार्ट्स और TTE के मैनुअल चार्ट्स में जनरेशन गैप रहेगा ही। एक बार कम्प्यूटर से चार्ट बनने के बाद किसी भी यात्रीको खाली जगह के लिए TTE से ही सम्पर्क करना होता है और वहाँ ‘पहले आओ, पहले पाओ’ वाला रूल है। TTE यात्री को मैन्युअली बर्थ देने के बाद वह IRCTC के चार्ट में तब तक अपडेट नही हो पाती जब तक अगला चार्टिंग स्टेशन का चार्ट नही निकलता है। याने किसी भी दो चार्टिंग स्टेशनोंके बीच आप IRCTC के ऑनलाइन चार्ट को सही साबित नही कर सकते हो। अतः ‘ अब चार्ट बनने के बाद भी आप को मिलेगा कन्फर्म बर्थ’ वाला हेडिंग जुमला या भ्रम ही रह जाता है।
जब यह सारे चार्टिंग, चाहे वह PRS, IRCTC बुकिंग के हो या TTE के मैनुअल रसीद के हो कम्प्यूटराइज्ड नही हो जाते, TTE को ऑनलाइन पॉम टॉप के जरिए चार्ट बनाने की सुविधा उपलब्ध नही हो जाती तब ऑनलाइन चार्टोंकी खाली जगहोंके वहम बना रहेगा।
असल बात यह भी है, किसी भी जानकारी को 139 हेल्पलाइन से कन्फर्म कीजिए, तब ही भरोसा करें। व्यर्थ में आधी अधूरी जानकारी में अपना समय जाया न करें और न ही औरोंको फॉरवर्ड कर के पेसोपेश में डाले।