मित्रों, रेल प्रशासन ने कोरोना संक्रमणोंसे बचाव हो इसलिए कई गाड़ियाँ रद्द करने का फैसला लिया है। एक बात समझिए, जब रेल प्रशासन खुद से गाड़ियाँ रद्द करता है तो उसे बिना किसी कटौती के, यात्रिओंका पैसा पूरा की पूरा लौटाना होता है। गाड़ियाँ रद्द किए जानेसे यात्रिओंको कितनी असुविधा होने वाली है, रेल प्रशासन का खुद का कितने राजस्व का नुकसान होने जा रहा है, फिर भी अपनी ढेरों गाड़ियाँ रद्द करने का फैसला लिया है।
प्लेटफॉर्म्स पर अनावश्यक भीड़ टालने के लिए प्लेटफार्म टिकट की कीमत ₹10 से बढ़ाकर ₹50/- की गयी है। इसमें प्रशासन की मंशा सीधी सीधी यही है के आप प्लेटफॉर्म्स पर आने से परहेज करें। लोग भीड़ से दूर हो। जाहिर सी बात है, जितनी भीड़ होगी उतने ही कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा।
यात्रिओंसे नम्र निवेदन है, हो सके तबतक अपने काम ऑनलाइन तरीकेसे निपटाए। अपनी जरूरी मिटिंग्स वीडियो कॉलिंग से चलाए। यहाँतक की अपने इष्ट देव देवताओं के दर्शन भी आप अपने घर बैठे बैठे ऑनलाइन करे। घर पर ही रहे, अपने आपको और अपनोंको सुरक्षित रखे।
यकीन मानिए, ऐसा कर के भी आप देश की सेवा ही कर रहे है।