आखिर रेल प्रशासन को सामने आकर यह ट्वीट करना पड़ा,
” Ministry of Railways has not issued any protocol regarding passenger travel during post lockdown period, as has been incorrectly reported in some media reports
As and when a decision is taken, all stakeholders would be intimated. Please do not be guided by any misleading report”
मित्रों, अपने जज्बातों पर काबू रखो। गाड़ियाँ अवश्य ही शुरू होंगी लेकिन इसकी घोषणा रेल प्रशासन को करने दीजिए न! आप खुद ही, रेलवे स्टेशनपर 4 घंटे पहले आना पड़ेगा, खुद को सैनिटाइज करना होगा, मास्क और ग्लव्ज रेल प्रशासन खुद ही बाँटेगी इस तरह की ख़बरोंके शिकार मत बनिए।
पता नही कुछ चैनल्स न्यूज को ब्रेकिंग न्यूज और ज्यादा TRP मिलने के लिए छोटी सी किसी न्यूज लीक पर अपनी मनगढन्त ब्रेकिंग न्यूज कैसे बना लेते है। यह भी नही सोचते की सुनने और पढ़ने वाले लोगोंपर इसका क्या असर होगा। अभी हाल ही की खबर है, IRCTC ने अपनी तीनों प्राइवेट तेजस गाड़ियोंको 30 अप्रेल तक रद्द किया और 15 से 30 अप्रेल के सारे आरक्षण टिकटोंके रिफण्ड 100% बिना किसी कट्स के वापस किए जाएंगे ऐसी सूचना प्रसारीत की। लेकिन इस पर भी कई तथाकथित न्यूज साइट्स ने अपनी रोटियाँ सेकने देखिए किस तरह की हैडिंग्स दी।

अब आप ही बताइए, “सभी ट्रेनोंकी बुकिंग 30 अप्रेल तक के लिए हुई रद्द” क्या मतलब होता है, इस तरह के भ्रम फैलाने का?
माना की आप बहोत उत्सुक है, यह जानने के लिए, गाड़ियाँ कब शुरू होने जा रही है, किस तरह चलाई जाएगी, क्या कोई बंधन रहेंगे? जब आपको यह सब लग रहा है की बंधन रहना चाहिए तो बेशक वैसाही रहेगा, लेकिन हम या आप तो इसकी घोषणा नही न करेंगे? इसकी अधिकृत सूचना रेल प्रशासन ही करेगी तो जनाब, भाईसाहब थोड़ा इंतज़ार कर लीजिए। जितने आप रेलवे की गाड़ियाँ चलवाने में उत्सुक है, यकीन मानिए उससे कई गुना ज्यादा उत्सुकता रेल के कर्मचारियों, अफसरों को है।
सभी को पता है, रेल चलेगी तो देश भी चल पड़ेगा। लेकिन जिन्दगी के ख़ातिर कुछ और सब्र करना पड़े तो, है तैयार हम!