मित्रों, कल इसी गाड़ी की हमने आपको खुशखबर दी थी, की परभणी, नान्देड वासियोंको एक नई एक्सप्रेस 12 सितंबर से मिलने जा रही है। लेकिन हमारी सजग टीम ने जब रिकार्ड पर नजर डाली तो एक बात सामने आयी, यह तो 57564 नान्देड हैदराबाद सवारी गाड़ी का एक्सप्रेस में रूपांतरण है।
57564 नान्देड हैदराबाद सवारी रोजाना नान्देड से 23:30 पर निकलती थी और हैदराबाद को सुबह 7:45 को पोहोंचती थी। कुल 280 किलोमीटर के रन में 29 स्टापेजेस लेने वाली इस गाड़ी में स्लिपर, वातानुकूलित थ्री टियर और सेकेंड क्लास के डिब्बे जुड़े रहते थे। वही 07564 परभणी से रात 22:30 को निकल नान्देड रात 0:05 और हैदराबाद सुबह 6:45 पर पोहोंच रही है। गाड़ी के 29 स्टापेजेस घट कर मात्र 7 वे स्टॉप पर हैदराबाद पोहोंच रही है।
उसी तरह वापसी में पुरानी गाड़ी 57563 हैदराबाद से रात 22:40 को निकल, नान्देड को दूसरे दिन सुबह 6:35 एवं परभणी को 9:15 पर पोहोंचती थी। नई गाड़ी 07563 हैदराबाद से 22:45 को निकल नान्देड 4:35 और परभणी को सुबह 6:30 को पोहोंचा रही है।
मित्रों, 29 स्टापेजेस घट कर 6, 7 हो जाना, मार्ग के छोटे स्टेशनोंकी ओवरनाइट गाड़ी की कनेक्टिविटी छीन जाना, किराए में चार चार गुना बढ़ जाना इसके ऐवज में इस छोटे से रन में यात्रा के समय मे 2 घंटे की कमी। यह है हमारे लिए मूल्यवर्धित सेवा? देश की 500 सवारी गाड़ियाँ और 10,000 स्टापेजेस खत्म होने वाले है। तैयार हो जाइए, शायद आपके भी मार्ग की किसी सवारी गाड़ी का रूपांतरण एक्सप्रेस में किया जानेवाला है, हो सकता है, की अब जल्द ही आपको अपने गाँव से सड़क मार्ग से जाकर, पड़ोस के शहर से रेल गाड़ी पकड़ना है।
यह सब प्रपंच इसलिए है, ताकि आप ज़ीरो बेस टाइमटेबल के कन्वर्शन समझ सके। देश मे जल्द ही जारी किए जाने वाले “झीरो बेस टाइमटेबल” की शायद यह पहली गाड़ी है जो सवारी से एक्सप्रेस में कन्वर्ट की गई है। माना कि यह स्पेशल ट्रेन है, नियमित नही लेकिन आने वाले मन्वन्तर का आगाज़ जरूर है।