बेंगालुरु से वाड़ी तक पूरा ट्रैक विद्युतीकरण वाला है, वाड़ी से दौंड के बीच गाड़ी में आगे डीजल लोको अतिरिक्त जोड़ा जाएगा और वही गाड़ी चलाएगा, फिर दौंड से डीजल लोंको निकल जाएगा और जो इलेक्ट्रिक लोको पहलेसे लगकर बेंगालुरु से चल कर आ रहा है, अपनी आगे की यात्रा कंटीन्यू करेगा तो सीधे नई दिल्ली तक। यह भी जान ले की दौंड से वाड़ी के बीच भी ट्रैक विद्युतीकरण का काम चल रहा है। 2030 तक पूरी भारतीय रेल विद्युतीकरण जो होने जा रही है।