रेल गाड़ी बोला की हमारे नजरोंके सामने वही पुराने जमाने मे चलनेवाली भाँप के काले काले इंजिन और बिना गज लगी खिड़की वाले लाल लाल डिब्बों वाली रेल गाड़ी आ जाती है।
अभी की कोई रेल गाड़ी है? यह तो एक्सप्रेस, सुपरफास्ट, LHB डिब्बों की और बटनोंसे चलने वाले इलेक्ट्रिक लोको वाली गाड़ियाँ है। इनके टिपटॉप इस्त्री के कड़क कपड़े पहने ड्राइव्हर न जी लोको पायलट, बस एक बटन दबाते है और गाड़ी बढ़ना चालू, नॉचेस बदले की झूम sss स्पीड। वही पुराने जमाने मे रेलवे ड्राइव्हर अपने कपड़ोंसहित पूरे कोयले से सने होते थे। हर स्टेशन पर लगे बड़े बड़े वॉटर पोस्ट याने L शेप में लगे पाइप से पानी भरा जाता था। कु sss क करके इंजिन सिटी मारता था और गाड़ी चल पड़ती थी।
जमाना बदलता है, तकनीकें बदलती है, लेकिन कुछ यादें दिलोंदिमागपर छप जाती है। आज ऐसी ही यादें आपके लिए एक व्हिडियो द्वारा, हमारे सहकारी उदय जोशी ने पोस्ट की है।