पति पत्नी की कहासुनी हुई और आननफानन में पति अपनी 3 वर्ष की बेटी को लेकर घर से निकल गया। दरअसल पूरा माजरा यह है, की चार दिन पहले ललितपुर स्टेशनपर एक महिला RPF के पास शिकायत करने पोहोंची, की उसकी बच्ची गायब है और उसे शक है की उसे अगवा कर रेलवे से ले कर जा रहे है। फौरन पुलिस हरकत में आ गयी, शिकायत GRP के पास गई। आला अफ़सरोंने जब ललितपुर रेलवे स्टेशनके CCTV फुटेज चेक किए तो उनको बच्ची एक आदमी की गोद मे नजर आयी और वह बच्ची को लेकर प्लेटफार्म पर खड़ी गोरखपुर तिरुवनंतपुरम राप्तीसागर एक्सप्रेस में बैठता दिखाई दिया।
फिर क्या पुलिस अफ़सरोंने ने सूझबूझ दिखाई, रेलवे कन्ट्रोल से बातचीत की। वैसे भी राप्तीसागर एक्सप्रेस का ललितपुर से सीधे भोपाल स्टॉपेज है। उन्होंने रेलवे कन्ट्रोल को हक़ीकत बताई और यह सुनिश्चित करवाया की गाड़ी किसी भी सूरत में भोपाल तक न रुके ताकी अगवा की हुई लड़की और वह अपहरणकर्ता बीच मे कही उतर न जाए। पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल डिवीजन कन्ट्रोल ऑफिस ने राप्तीसागर की 200 किलोमीटर तक का मार्ग साफ कर दिया और गाड़ी सीधी भोपाल तक बिना रुके चले इसकी व्यवस्था कर दी। अब आगे भोपाल स्टेशन पर पुलिस तो तैयार थी ही, जैसे ही राप्तीसागर एक्सप्रेस भोपाल के प्लेटफॉर्म पर टिकी, वैसे ही पुलिस ने उस अपहरणकर्ताको बच्ची के साथ धरदबोचा।
जब हकीकत सामने आयी तो अलग ही मामला सामने आया। वे दोनों बाप बेटी ही थे और पति पत्नी के झगड़े में पिता ग़ुस्सेमे अपनी बेटी को लेकर घर से रवाना हो गया था। बाद में समझाबुझाकर उसे ललितपुर भेजा गया।