रेल की पटरियों पर घूमना दण्डनिय अपराध है। यह तो है ही, लेकिन खुद का जीवन दांव पर लगता है यह क्यों नही सोचते ऐसे लोग?
भाई, क्या आपके जीवन से भी अनमोल आपका समय है? यह समय की बचत करना नही बल्कि अक्षम्य लापरवाही है।
छुरी पर गर्दन रखोगे तो गर्दन का कटना तय है, इसमें छुरी का दोष नही। उसीतरह यदि आप इस तरह रेल पटरी को पार करने का प्रयत्न करोगे तो आप अपनी जान को सीधे सीधे जोख़िम में डाल रहे हो।
किसी एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए पादचारी पुल बनाए गए है। यात्री को असुविधा न हो इसलिए एस्कलेटर, लिफ्ट लगाई गई है। इसके बावजूद कोई यात्री पटरी से प्लेटफार्म पार करने की सोचता है तो यह उसका नीरी मूर्खता है, उसे न तो अपनी चिंता है और न ही अपने परिवार की परवाह।
व्हिडियो सौजन्य : @TheMetroRailGuy