जबलपुर – गोंदिया गेज परिवर्तन क्या हुवा, इस मार्ग की दक्षिण राज्योंसे तेज संपर्क की उपयुक्तता रेलवे की नजर में बढ़ गयी है। इस मार्ग पर सबसे पहली गाड़ी चली थी गया चेन्नई के बीच चलनेवाली साप्ताहिक सुपरफास्ट एक्सप्रेस। करीबन 250 किलोमीटर और 4 से 5 घंटे के समय की बचत करनेवाला यह मार्ग उत्तर से दक्षिण भारत मे चलनेवाली गाड़ियोंको अब ललचाने लगा है। इसी कड़ी में एक और गाड़ी को इस मार्गपर मोड़ने का प्रस्ताव रेल बोर्ड की और भेज दिया गया है।
वह गाड़ी है, संक्रमण काल के पहले का गाड़ी क्रमांक 12193/12194 और फिलहाल स्पेशल श्रेणी में चल रही 02140/39 जबलपुर यशवंतपुर जबलपुर साप्ताहिक विशेष गाड़ी।
मित्रों, यह जबलपुर यशवंतपुर गाड़ी WCR पश्चिम मध्य रेलवे की साप्ताहिक गाड़ी है। पमरे ने इस गाड़ी का जो जबलपुर से इटारसी, नागपुर होकर बल्हारशहा पहुंचती थी और आगे काचेगुड़ा धर्मावरम होते हुए यशवंतपुर तक जाती थी, उसमे जबलपुर से नैनपुर, बालाघाट, गोंदिया, वड़सा होते हुए बल्हारशहा चलाने का प्रस्ताव रखा है। प्रस्तवित समय सारणी में बल्हारशहा से यशवंतपुर के बीच समयोंमे कोई बदलाव नही और इस मार्ग से चलने से गाड़ी के परिचालन में 248 किलोमीटर की कमी, समय मे 4 घंटे की बचत यह दर्शाया गया है।



साथ ही इस मार्ग परिवर्तन का का कारण भी विषद किया गया है, की उपरोक्त गाड़ी का रैक लिंक 11449 जबलपुर कटरा गाड़ी से होने से गाड़ी के मेंटेनेंस में पर्याप्त समय की कमी है और यदि मार्ग परिवर्तन किया जाता है तो यह जरूरी समय उन्हें सहज ही मिल सकता है। पमरे के इस प्रस्ताव का SECR दक्षिण पूर्व मध्य रेल ने भी समर्थन किया है। आशा है, की इस प्रस्ताव को रेल बोर्ड की मान्यता मिल जाएगी।