उदय जोशी, भुसावल : 30 मार्च को भुसावल मण्डल प्रबंधक DRM ने भुसावल मण्डल की वर्ष 20-21 की उपलब्धि पर प्रेस गोष्ठी का ऑनलाइन आयोजन किया था।
भुसावल मण्डल का कार्यक्षेत्र इगतपुरी से बडनेरा और भुसावल से खण्डवा तक फैला है। नासिक, धुलिया, जलगाँव, बुरहानपुर, खण्डवा, बुलढाणा, अकोला एवं अमरावती इतने जिले के मुख्यालय भुसावल मण्डल क्षेत्र में आते है। मध्य रेलवे के 5 मण्डल, मुम्बई, पुणे, सोलापुर, भुसावल एवं नागपुर ऐसे मण्डलोंमें भुसावल का एक अलग महत्व है। मध्य रेलवे की क्षेत्रीय प्रशिक्षण शाला, देशभर में द्वितीय क्रमांक का बड़ा रेलवे यार्ड, रेलवे लोको का ओवरहॉलिंग कारखाना, मध्य रेलवे में बड़ा सभी कर्मचारियों का बेड़ा आदि विशेषताओं से भुसावल समृद्ध है।
विगत वर्ष के 500 करोड़ रुपये के मालवहन कमाई में इस वर्ष 20 प्रतिशत इजाफा हुवा है, इस वर्ष 29 मार्च 2021 तक भुसावल मण्डल ने 600 करोड़ का मालवहन किराया अर्जित कर लिया है। वहीँ जो पिछले वर्ष 600 करोड़ आय यात्री किरायोंके मद से हुई थी उसमें लक्षणीय गिरावट होकर केवल 125 करोड़ रुपये कमाई हुई है। 55- 60 दिनोंके रेल बन्द और उसके बाद भी सीमित, निर्बन्धित यात्री गाड़ियोंकी वजह इस घटती आय का प्रमुख कारण बताया जाता है।
मालवहन में भुसावल मण्डल ने कई नए प्रयोग किए है। देश की पहली किसान विशेष गाड़ी मण्डल के देवलाली से ही शुरू की गई। लासलगांव से बांग्लादेश के लिए प्याज की लोडिंग, नासिक से ऑटोमोबाइल की पूर्व भारत के राज्योंके लिए लोडिंग, बोरगांव से कपास का लदान आदि प्रमुख विशेषता मालवहन क्षेत्र में रही।
मण्डल के 30 समपार फाटक को ROB, RUB के माध्यम से बन्द किया गया। आगे चलकर रेलवे के हाई स्पीड परिचालन में इसका उपयोग होगा।
यात्री सुविधाओंमें नासिक स्टेशन, भुसावल स्टेशनपर वातानुकूलित प्रतीक्षालय का निर्माण किया गया है। मण्डल के सभी प्रमुख स्टेशनोंपर रैम्प, फुट ओवर ब्रिज का निर्माण, रखरखाव का कार्य सम्पन्न किया गया, साथ ही सभी प्रमुख स्टेशनोंपर यात्री लिफ्ट, एस्कलेटर अप्रैल माह में जरूरत के हिसाब से तैयार रखी गयी है।
खण्डवा यार्ड रिमॉडलिंग के विषय मे DRM ने कहा, यह काम जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। संक्रमणकालीन बाधाओंके चलते कई प्रतिबन्धों का सामना मण्डल कर रहा है, फिर भी इस कार्य को अग्रक्रम पर रख 4-5 महीनोंमें पूर्ण करने का प्रयत्न रहेगा। पश्चिम रेलवे के सनावद निमाडखेड़ी का निरीक्षण पूर्ण होने के बाद मण्डल सनावद, भुसावल के बीच मेमू ट्रेन की घोषणा कर सकता है।
भुसावल मण्डल के पास मेमू रैक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो गए है और हो सकते है। यदि संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में रहती है और कोई बाधा सामने नही आती है तो मण्डल की सवारी गाड़ियोंके स्थान पर पूर्वनियोजित मेमू शुरू करने की कवायद की जा सकती है।
मण्डल प्रबंधक ने पत्रकारोंको आश्वस्त किया है, आगे भी रेलवे बोर्ड के आदेशानुसार पत्र परिषदों का आयोजन किया जाता रहेगा।