संक्रमणकाल में भारतीय रेल की सभी यात्री गाड़ियाँ रद्द कर दी गयी थी। उसके बाद 12 मई 2020 से धीरे धीरे गाड़ियाँ शुरू की गई और लगभग 80% यात्री गाड़ियाँ पटरियों पर दौड़ने लगी है। मेल/एक्सप्रेस, सुपरफास्ट और अनारक्षित सवारी गाड़ियाँ चल तो रही है मगर है सभी गाड़ियाँ विशेष श्रेणी की।
सभी यात्री गाड़ियाँ विशेष श्रेणी में चलाने की वजह बताई जा रही है, गाड़ियोंके परिचालन की अनिश्चितता। चूँकि देश के किसी क्षेत्र में संक्रमण की मात्रा को मद्देनजर रखते हुए गाड़ियोंका संचालन नियंत्रित करने का जिम्मा राज्य प्रशासन और उनके द्वारा नामित किए गए नोडल ऑफिसर के निगरानी में है और इसी वजह से गाड़ियाँ कभी भी नियंत्रित की जा सकती है। ऐसी अवस्था मे गाड़ियाँ यदि नियमित रहती तो स्थितियां बड़ी असमंजस भरी हो सकती थी। अतः सभी गाड़ियोंको विशेष श्रेणी में ‘0’ नम्बर से शुरुवात कर क्रमांक दिए गए और यात्री आवश्यकता नुसार चलाया जा रहा है।
उत्तर रेलवे ने आज परीपत्रक जारी किए है जिसमे यह कहा गया है, जब भी समयसारणी नियमित होंगी तब उनकी गाड़ियोंके क्रमांक और परिचालन स्थितियां बदली जाएगी। परीपत्रक देखते हुए सम्भवतः यह लगता है, की नियमित समयसारणी जारी किए जाने में अब ज्यादा दिन नही लगेंगे। नियमित समयसारणी के कारण यात्रिओंके रेल यात्रा नियोजन में स्थिरता आ सकेगी और बार बार रेलवे के परीपत्रक पर नजर रखने की परेशानी से छुटकारा मिल सकेगा। आइए परीपत्रक भी देख लेते है।


