भारतीय रेल ने एक 83 शायिका/आसन वाला वातानुकूलित 3 टियर कोच का निर्माण किया है। इसकी तस्वीरें और सुविधाओंका बखान तो आपने सोशल मीडिया में कई बार देख और सुन चुके होंगे अतः फिर से उस बारे में चर्चा करने की जरूरत नही। कल रेल प्रशासन ने इसकी रेट लिस्ट जारी की है। द्वितीय श्रेणी स्लिपर क्लास से 2.4 गुना ज्यादा इसका किराया दर रहेगा। इसके अलावा आरक्षण चार्ज, सुपरफास्ट सर चार्ज, GST यह सब अतिरिक्त जोड़ लीजिए।
बाकी सारे नियम जैसे कर्मचारियों के पास/पीटीओ के नियम, बच्चोंके टिकट, रियायत या सन्मानार्थ पास, वॉरन्ट या वाउचर पर टिकट, संसद सदस्य विधायक इनके कूपन्स के बदले टिकट ई. वातानुकूलित 3 टियर श्रेणी के भाँति ही रहेंगे। टिकट रिफण्ड के नियम भी 3 टियर वातानुकूलित कोच के नियमोंके अनुसार ही रहेंगे।
कुल मिलाकर यही समझ लीजिए, की यह रेल प्रशासन के लिए “इकोनॉमी” कोच बना है, यात्रिओंके के लिए तो लगभग 3 टियर वातानुकूलित ही है। दोनों वर्गोंके किरायोंमे भी बहुत मामूली सा अंतर है। जहाँ रेल प्रशासन अपने राजस्व घाटे से उबरने का प्रयत्न कर रहा है और वह भी किरायोंमे बिना वृद्धि किए तो यह इकोनॉमी उनके लिए ही हुई न? खैर! यात्रिओंको नए कोचमे पुराने 3 टियर वातानुकूलित कोचेस से बेहतर आरामदायक अनुभव मिलेगा यह तय है।


