हमारे देश मे जितना बड़ा तबक़ा मध्यम वर्ग का है, उछलता भी वह उतना ही है। जैसे ही सोशल मीडिया में वातानुकूलित इकोनॉमी 3 टियर कोचेस की खबरें क्या आई, यात्रिओंको लगने लगा की बस! गरीबरथ जैसे ही सस्ते किराए में अब आधुनिक वातानुकूलित कोचेस में रेल यात्रा की जा सकेगी। तस्वीरें देखते और सोशल मीडिया में चर्चे करते। भाई, हमारे क्षेत्र की फलाँ गाड़ीमे लगेंगे यह कोच।
मन मे लड्डू फुट रहे थे, और जल्द ही किराए का मिथक टूटा! वातानुकूल इकोनॉमी वर्ग के किराए और नियमित 3 टियर वातानुकूल के किरायोंके फर्क नजरोंमें भरने जैसे नही थे, मामूली से ही थे, जो बड़ी अपेक्षाएं थी उनके अनुरूप तो क़दापी नही थे। वैसे भी भी मिडल क्लास व्यक्ति अपने परिवार को कही ले जाता तब ही वातानुकूल 3 टियर की टिकटें देखता था, अकेले यात्रा तो स्लिपर और 2-4 घंटोंकी यात्रा के लिए द्वितीय श्रेणी ही अपनाता था। “वातानुकूल इकोनॉमी” को वह समझ गया की यह उसकी नही रेल विभाग की इकोनॉमी है।
उसका जो भरम था, वह सही मायने में अब टूटेगा। जरा आप भी यह परीपत्रक देख ले।

यह उत्तर मध्य रेलवे की 02403/04 प्रयागराज जयपुर के बीच प्रतिदिन एक लोकप्रिय गाड़ी में डिब्बा संरचना बदलने के बारे में परीपत्रक जारी किया गया है। दिनांक 06 सितम्बर से प्रयागराज से और दिनांक 06 सितम्बर से जयपुर से इस गाड़ी में वातानुकूलित इकोनॉमी के 2 कोच लगाए जाएंगे। अब गौर करिएगा, LWSCN के कोच 7 की जगह 5 रह जाएंगे। याने LWSCN मतलब शयनयान स्लिपर के 2 कोच कम कर के उनके स्थान पर यह “नयी इकोनॉमी” का संचार किया जाएगा। वाह! वाह री इकोनॉमी!!
कुल हिसाब इस तरह समझिए, वातानुकूल 3 टियर में बेसिक किराया ₹1030, ₹ 40 आरक्षण के, ₹45 सुपरफास्ट के और GST लगेगा ₹56 कुल किराया राउण्ड ऑफ करके होगा ₹1175/-
वातानुकूलित इकोनॉमी में, बेसिक किराया लगेगा ₹944, आरक्षण और सुपरफास्ट के ₹85/- और GST लगेगा ₹52 तो लगभग होंगे कुल ₹1085/- चूँकि यह किराया गणित करके निकाला है तो 5-10 रुपयों का फर्क नियमित टिकट शुल्क में हो सकता है।
जो 2 स्लिपर कोच कम कीए जा रहे उनका कुल किराया प्रतिव्यक्ति होता है, ₹445/-
अब बताइए, इकोनॉमी किसकी और कैसी?
स्लिपर के कोच में 81 शायिका रहती है और वातानुकूल इकोनॉमी में 83। स्लिपर का किराया 445 और इकोनॉमी का 1085। आम आदमी के 81×2 = 162 शायिका कम हो गयी और वातानुकूल इकोनॉमी की 83×2=166 शायिका बढ़ेगी।
अब आप जोड़िए, किसे क्या मिला और इकोनॉमी कैसे बुलन्द हुई।