कुछ क्षेत्रीय रेलवे ने जहाँ अपनी नई समयसारणी पहली अक्तूबर से जारी कर दी है, वही कुछ क्षेत्रीय रेलवे में कोई हलचल ही नही है। यात्रिओंको एक बड़ा गहन प्रश्न पड़ा है, पूरे भारतीय रेल नेटवर्क पर ऐसा किस तरह सम्भव है, की किसी क्षेत्रीय रेलवे ने अपनी समयसारणी बदली हो और किसी ने नही?
सबसे पहले समयसारणी में बदलाव के परिपत्रक देने की शुरुवात उत्तर रेलवे ने की थी। हालाँकि तब भी उन्होंने समयसारणी लागू होने की कोई निश्चित तिथि नही दी थी। इसके बाद पूर्वोत्तर रेल NER, पश्चिम मध्य रेल WCR, दक्षिण रेल SR ने अपने समयसारणी सम्बन्धी बदलावोंके बारे में सूचनाएं जारी की। मध्य रेल CR और पश्चिम रेल WR इन्होंने पहले ही 01 अक्तूबर से समयसारणी तैयार करने में असमर्थता जता दी थी। एकीकृत समयसारणी की जगह, जब किसी यात्री गाड़ी में कुछ बदलाव होते है तो अलग अलग सूचनाएं प्रकाशित की जा रही है।
आज पूर्व रेलवे ने अपने क्षेत्र में जितनी भी यात्री गाड़ियाँ चल रही है, उसकी क्रमवार सूची प्रकाशित की है। इनके परिचालन में यदि कोई भी बदलाव हो तो यात्री उक्त गाड़ी क्रमांक से भारतीय रेल की अधिकृत वेबसाइट या हेल्पलाइन के जरिए पता कर सकता है। यात्रीगण यह बात भी ध्यान रखे, उक्त सूची WTT याने रेलवे के परिचालन विभाग के लिए बनाई गई “वर्किंग टाइमटेबल” के गाड़ियोंसे निकली हुई है।