पश्चिम बंगाल राज्य के मुख्य सचिव और आपदा नियंत्रण समिति के चेयरमैन ने राज्य में कार्यरत दोनों क्षेत्रीय रेल्वेज को पत्र देकर अपनी सभी उपनगरीय सेवाएं तत्काल प्रबगव से शुरू करने की सूचना दी। इसी पत्र के आधारपर दक्षिण पूर्व रेलवे और पूर्व रेल्वेने अपने सारे उपनगरीय खण्डोपर सारी गाड़ियाँ दिनांक 31 अक्टूबर से शुरू करने का निर्णय लिया है। अनारक्षित टिकट आबंटन की सारी व्यवस्था मतलब टिकट काउंटर्स, UTS, ATVM आदि खोलने की भी सूचना जारी हो गयी है। साथमे पत्र दिए गए है।



यज्ञपी सारे उपनगरीय खण्ड और उनकी सारी सेवाए चलाने की अनुमति दे दी गयी है, मगर संक्रमण कालीन निर्बन्धोंका अनुपालन करने की भी सूचना दी गयी है और केवल 50% यात्री क्षमता से गाड़ियाँ चलाई जाए यह भी कहा गया है।
लगभग इसी अन्दाज का क्रियाकलाप कल महाराष्ट्र राज्य में भी हुवा। उसी तरह मुख्य सचिव का पत्र, दो क्षेत्रीय रेलवे के मुख्यालय मध्य रेल CR और पश्चिम रेल WR मगर असर पूरा विपरीत। जो एकल यात्रा टिकट शुरू थे वह भी बन्द कर दिए गए और केवल पास धारकोंको ही यात्रा की अनुमति रह गयी।
प्रदेश और मुम्बई शहर के आम जन अभी भी कुछ सकारात्मक निर्णय होने की प्रतीक्षा कर रहे है। वैसे तमाम मीडिया, जनप्रतिनिधि एक स्टार पुत्र के जमानत पर रिहाई के “मेगा इवेन्ट” में बेहद व्यस्त है और उपनगरीय यात्रिओंकी व्यथा और परेशानी में उनकी दिलचस्पी फिलहाल देर है।