
वक़्त का पहिया देखिए – जब वक्त आया धरोहर लौटी
रानी कमलापति के पुत्र नवल शाह के नाम पर शाहपुर ग्राम था जिसे उनके मित्र दोस्त मोहम्मद ने छल कपट से आक्रमण कर छीना और अपने रहनुमा सेनापति को इनाम में दे दिया जो भोपाल के नवाब बने, बाद में नवाबों की बेगम के शासन में यह ग्राम बेगम के रहनुमा और खासमख़ास हबीब मिंया को इनाम में दे दी, अंग्रेजी हुकूमत ने 1909 में शाहपुर ग्राम में स्टेशन बनाया। 1979 में स्टेशन के विस्तार के लिए हबीब मिंया ने यही जमीन दान की और हबीबगंज बना और आज वापिस यह जमीन रानी कमलापति के नाम हुई।
आज माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी इस पुनर्निर्माण किए गए वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन का उद्धाटन करेंगे। इस स्टेशन का पुनर्निर्माण PPP मॉडल पर किया गया है। हवाई अड्डे पर उपलब्ध यात्री सुविधाओंकी तरह सारी व्यवस्था इस रेलवे स्टेशनपर दी जाएगी।


पिछले 30 – 32 वर्षोंमें में इस रेलवे स्टेशन कायाकल्प हो गया, जो एक छोटीसी गुमठी ( small shop) जैसा था जहां देर रात्रि की गाड़ियोंमे चढ़ने, उतरने में भी यात्री दो बार विचार करते थे।
तस्वीरें : railpost.in के सौजन्य से
लेख श्री मृत्युंजय सिंघई, भोपाल इनसे साभार