डेक्कन क्वीन, दख्खन की रानी, मुम्बई पुणे के बीच रोजाना रेल यात्रा कराने वाली हजारों यात्रिओंके दिलोंकी धड़कन!
मुम्बई पुणे मुम्बई के बीच हजारों यात्री प्रतिदिन इस गाडीसे जाना आना करते है। हमारे देश मे लोग अपने रोजमर्रा की आदतोंसे कितना प्यार और सन्मान करते है, यह आप केवल यह चित्र देखकर ही समझ सकते है।

यह तस्वीर जब संक्रमणकाल में कई महीनों उपनगरीय गाड़ियाँ बन्द रहने के बाद दोबारा चलना शुरू हुई उस वक्त के अखबारोंमें और सोशल मीडिया में बहुत चली थी। मुम्बई और पुणे ही क्या देशभर में रेल गाड़ियोंके कई लोग दीवाने है, रेल फैन क्लब बने है, और यह लोग दिन और रात बस रेल की ही बातें करते रहते है। रेल गाड़ियाँ उनके डिब्बे, लोको, मार्ग और क्या क्या।
ऐसे में यात्रिओंकी चहेती डेक्कन क्वीन एक्सप्रेस के डिब्बों की रंग संगती में रेल प्रशासन ने बदलाव करने की ठानी तो हर एक रेल फैन की प्रतिभा और उत्सुकता उमड़ने लगी थी, मगर जब रेलवे ने नई डेक्कन क्वीन को यात्रिओंके सामने रखा तो रेल फैन तो भौचक्के रह गए। आप भी देख लीजिए,


उपरोक्त चित्र से ज्यादा समझ न आए तो नीचे एक यू ट्यूब लिंक दे रहे है, इस व्हिडिओ में आप को ग्राफिक्स के जरिए गाडीको दिखाया गया है।
डेक्कन क्वीन के डिब्बों की रंगसंगती में यह जो भी ‘मॉडर्न आर्ट’ वाला प्रयोग किया है वह NID नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिज़ाइन नामक राष्ट्रीय शैक्षणिक संस्थान की देन है जो रेल फैन्स को बिल्कुल भी नही सुहाया है। सारे रेल प्रेमियों की जुबान एकदम से कड़वे करेले निगलने सी हो गयी है।
हमारे एक तोताराम जी है जो प्रशासन के कट्टर समर्थक है। चाहे दुनिया डोल जाए वह उसमे भी जनता भी भलाई ढूंढ लेते है। उन्होंने कहा, “भाई, नोटोंके रंग बदले मगर बाजारों में उनकी कीमत तो नही बदली? गाड़ी भलेही बदरंग हो जाय, पड़ोसी देश के झंडे की तरह दिखने लगे तो क्या उनकी हो जाएगी? मुम्बई से चलेगी तो पुणे की बजाय ढाका पहुँच जायगी? और गाड़ी की सुविधा, उच्च तकनीक, अंतरंग देखिए, कलेवरों को क्या देखते हो।”
खैर, टिका टिप्पणी तो होती ही रहेगी। दुरंतो अवतरित होने को कई वर्ष बीत गए पर आजतक लोगोंको उन डिब्बों की पेंटिंग समझ नही आई। आर्ट के बाजारों में अनसुलझे चित्र ही ऊँचे दाम में बिकते है। तो यह समझ लीजिए, कोई गहन संदेश देने की मंशा है हमारे NID वालोंकी और वैसे भी नए रंगबिरंगे नोटोंकी तरह यह रंगसंगती भी हमारे जहन में घुलमिल जाएगी।
उपरोक्त लेख की तस्वीरें, यू ट्यूब लिंक RailPost.in और indiarailinfo.com के सहयोग से