मध्य रेल पर मुम्बई से भुसावल होकर खंडवा तक , भुसावल से नागपूर तक , मुम्बई से पुणे होते हुए सोलापूर, वाडी तक, पुणे से मिरज होते हुए कोल्हापूर तक, वर्धा – बल्हारशाह और नागपूर से इटारसी ऐसे मुख्य मार्ग है। पनवेल – कर्जत, दौंड – मनमाड, दौंड – बारामती, बड़नेरा – अमरावती – नरखेड़, चालिसगाव – धुले, जलम्ब – खामगाव, आमला – छिंदवाड़ा, कुरडुवाड़ी – मिरज – लातूर ऐसे उपमार्ग है।
बीते माह की 15 तारीख से मध्य रेल पर 17 जोड़ी अनारक्षित मेमू/ डेमू गाडियाँ एक्सप्रेस के रूप मे शुरू की गई और तभी से रेल यात्रीओं और यात्री संगठनों मे एक अलगसी बैचेनी छा गई है। एक तो उनकी तमाम सवारी गाडियाँ छिन जाने का डर उन्हें सताए जा रहा है और दूसरा, जो भी मेमू/डेमू गाड़ियाँ चलाई गई है वह बहुत ही कम, नाममात्र है, आधी अधूरी है। इसमे एक बात और जोड़ लीजिए, अनारक्षित टिकटों की बिक्रीअभी तक शुरू नहीं किया जाना।
उपरोक्त सभी मार्गोंपर लम्बी दूरी की मेल / एक्स्प्रेस गाडियाँ तो बहुतेरी चल रही है लेकिन उन मे बिना आरक्षण के यात्रा नहीं की जा सकती और आरक्षण तो लम्बी यात्रा करने वाले यात्रीओं को ही नहीं मिल पाता तो कम दूरी वाले या छोटे स्टेशनों से यात्रा करने वाले यात्री की क्या बात कर सकते है? स्थानीय, कम दूरी वाले यात्रीओं की परेशानी क्या है यह न तो लोकप्रतिनिधि समझने को तैयार है ना ही रेल विभाग के अधिकारी गण। यात्रिओंकी सही समस्या क्या है यह समझने के लिए आपको पहले मध्य रेल का नेटवर्क और उसपर चलने वाली सवारी गाड़ियों को जानना होगा, नेटवर्क का ब्यौरा तो हमने ऊपर इंट्रो में दे दिया है, बची अब गाडियाँ उन्हे भी समझ लेते है।
भुसावल मुम्बई मार्ग पर 51153/54 मुम्बई भुसावल, 51423/24 ईगतपुरी मनमाड, 51181/82 देवलाली भुसावल और 4 जोड़ी चालिसगाव धुले ऐसे कुल 7 जोड़ी गाडियाँ चलती थी जिनमे से मुख्य मार्ग मुम्बई भुसावल पर फ़िलहाल एक भी डेमू/मेमू गाड़ी नहीं चलाई गई तो चालिसगाव धुले के 57 किलोमीटर उप मार्ग पर 4 मे से 2 जोड़ी मेमू चली है।
मुम्बई पुणे मार्ग पर 51027/28 मुम्बई पंढ़रपुर सप्ताह मे 3 दिन, 51029/30 मुम्बई विजयपुरा सप्ताह मे 4 दिन, 51033/34 मुम्बई दौंड शिर्डी प्रतिदिन लिंक ऐसी 3 जोड़ी गाडियाँ चलती थी। चूंकि इस इलाके मे यात्री संगठन बेहद सक्रिय है अतः वर्ष 2018 से ही 11139/40 मुम्बई विजयपुरा गदग प्रतिदिन, 11027/28 दादर पुणे कुरडुवाड़ी पंढ़रपुर सप्ताह मे 3 दिन और 11041/42 दादर पुणे दौंड शिर्डी सप्ताह मे 4 दिन ऐसी गाडियाँ रेल प्रशासन ने चलवा दी। वहीं 51317/18 पुणे पनवेल और 11025/26 पुणे पनवेल भुसावल एक्स्प्रेस का कोई अतापता नहीं है।
अब बाकी मार्गों के हाल देख लीजिए,
भुसावल – इटारसी मार्ग पर 51187/88 भुसावल कटनी और 51157/58 भुसावल इटारसी यह दो जोड़ी सवारी गाडियाँ चल रही थी जिनमे केवल एक 01183/84 भुसावल – इटारसी मेमू चली है।
भुसावल – बड़नेरा – वर्धा – नागपूर मार्ग पर 51285/86 भुसावल नागपूर, 51183/84 भुसावल नरखेड, 51151/52 नवी अमरावती नरखेड़, 51197/98 भुसावल वर्धा, 51259/60/61/62 नागपूर – वर्धा – अमरावती और 8 जोड़ी बड़नेरा – अमरावती, 4 जोड़ी जलम्ब खामगाव ऐसी 6 जोड़ी मुख्य मार्ग पर और 12 जोड़ी सवारी गाडियाँ उपमार्ग पर चल रही थी जिनमे 01385 /86 भुसावल – बड़नेरा मेमू, 01367/68/69/70 बड़नेरा नरखेड़ मेमू, 01317/18 अमरावती वर्धा मेमू, 01379/80 बड़नेरा अमरावती, ऐसी केवल 5 जोड़ी मेमू गाडियाँ चली है। बताइए 20 जोड़ी की ऐवज मे 5 जोड़ी, यह कैसा इन्साफ है? केवल 25% गाड़ियाँ और वह भी पूरानी गन्तव्योंके बीच चलनेवाली एन्ड टू एन्ड नही।
इटारसी – नागपूर – वर्धा – बल्हारशाह इस ग्रैन्ड ट्रंक मार्ग पर 51829/30 नागपूर इटारसी, 51293/94 नागपूर आमला, 51196/95 बल्हारशाह वर्धा, 51253/54 आमला छिंदवाड़ा, 51255/56 बोरदाई छिंदवाड़ा, 59395/96 भंडारकुंड छिंदवाड़ा ऐसी 6 जोड़ी गाडियाँ चल ही थी जिन मे 01323/24 नागपूर आमला मेमू, 01317/18 आमला इटारसी मेमू, 01319/20 आमला छिंदवाड़ा मेमू कुल 3 जोड़ी मेमू गाडियाँ चलाई गई है।
पुणे दौंड मार्ग पर पुणे से दौंड 4 जोड़ी डेमू, 2 जोड़ी पुणे बारामती डेमू, 2 जोड़ी दौंड बारामती डेमू, मे से 3 जोड़ी पुणे दौंड डेमू चली है मगर पुणे दौंड बारामती के बीच कोई ट्रेन नहीं चली। गौरतलब यह है, पुणे दौंड के बीच की गाडियाँ भी यात्री संगठन के आंदोलनों के बाद ही शुरू हो पाई थी।
पुणे दौंड मनमाड मार्ग पर 51401/02 पुणे मनमाड, 51421/22 पुणे निजामाबाद, 57515/16 दौंड नांदेड 77658/57 जालना साई नगर शिर्डी इन चार जोड़ी गाड़ियों मे से केवल 01409/10 दौंड निजामाबाद डेमू यही गाड़ी चली है। यह भी 25% ही है।
पुणे दौंड सोलापूर मार्ग पर 71415/16 और 71413/14 पुणे सोलापूर गाड़ियों मे से 01421/22 यह एक डेमू चलाई गई है।
दौंड सोलापूर वाडी और कुरडुवाड़ी मिरज मार्ग पर 71301/02 सोलापूर कलबुरगी, 71305/06 कलबुरगी वाडी, 57130/29 हैदराबाद विजयपुरा, 57659/60 सोलापूर फलकनुमा 57133/34 सोलापूर रायचूर, 57155/56 कलबुरगी हैदराबाद, 51433/34 निजामाबाद पंढ़रपुर, 71427/28 कुरडुवाड़ी मिरज इन गाड़ियों मे से केवल 01381/82 सोलापूर वाडी डेमू, 01545/46 कुरडुवाड़ी मिरज डेमू, 01413/14 निजामाबाद पंढ़रपुर डेमू चली है।
अब बात करते है पुणे सातारा कोल्हापूर मार्ग की, इस मार्ग पर 51409/10 पुणे कोल्हापूर, 51435/36 पुणे सातारा, 51429/30 सांगली कोल्हापूर, 51442/41 सातारा कोल्हापुर, 51431/32 मिरज लोंडा, 51419/20 मिरज हुबली, 51461/62/63/64 मिरज बेलगाव, 51427/28/07/08 मिरज कोल्हापूर, 51405/06 मिरज कासल रॉक, 51425/26 मिरज परली, 71427/28 मिरज कुरडुवाड़ी इन गाड़ियों मे से 01539/40 पुणे सातारा डेमू, 01541/42 सातारा कोल्हापूर डेमू केवल दो जोड़ी गाडियाँ चलाई गई है। यह समझिए, के इस इलाके की तो सम्पर्कता काट ही रखी है।
अब आप समझिए ‘एक अनार और सौ बीमार’ वाली दुर्गति क्यों हो रही है, क्यो चल रही गाड़ियोंमे बेदम भीड़ है, क्यों मध्य रेलवे के वाणिज्य विभाग 8 – 8 करोड़ रुपए जुर्माना वसुली कर पा रहे है? लगभग 61 जोड़ी पुरानी गाड़ियोंके ऐवज मे केवल 19 जोड़ी गाडियाँ फिलहाल चलाई गई है और सबसे बड़े दबाव की बात यह है की आम एक्स्प्रेस गाड़ियोंमे अनारक्षित टिकट की बुकिंग बिल्कुल बंद की गई है। हजारों यात्री अपनी रोजाना की रेल सम्पर्कता खो बैठे है और बिना टिकट यात्रा करने के लिए बेबस है। माननीय रेल प्रशासन या राज्य प्रशासन क्या इस बेबसी की तरफ बिल्कुल ही मुँह फेर चुकी है? आज इतनी ढेर सूची बनाने का कारण ही यही है की उन्हे यह समझ तो पड़े की उन्होंने आम यात्रीओं से क्या छिना है और क्यों यात्री कलप रहा है।