यूँ तो यह परिपत्रक आपके नजरोंसे कई बार गया होगा या चर्चाएं भी कानोंमें पड़ी होगी, मगर अब इसे इसलिए देखना है, की जो जो बदलाव हो रहे है वह सब इसी प्रकार से और इस परिपत्र के अनुसार ही हो रहे है। चूँकि जब एकदम शुरुवात में यह परिपत्रक आया था और सारी गाड़ियाँ बन्द थी तो क्या चल रहा है या क्या चलेगा यह समझ ही नही आ रहा था। अभी एक एक कर के गाड़ियाँ नियमित की जा रही है तो हम लोग इससे उन गाड़ियोंको समझ सकते है। पश्चिम रेल प्रशासन ने इसे 10 मदोंमें प्रस्तुत किया है।
1: 67 गाड़ियोंका परिचालन रद्द



2: पूर्व निर्धारित गंतव्य स्टेशन को बदलना (शॉर्ट टर्मिनेशन 22 गाड़ियाँ )


3: 34 गाड़ियोंका मार्ग परिवर्तन, ताकी रिवर्सल बचे


4: 6 जोड़ी गाड़ियोंके प्रारम्भिक परिचालन में विस्तार (एक्सटेंशन ऑफ रूट)


5 : गाड़ियोंकी गती नियन्त्रित करना (स्पीड अप/डाउन) इसमें 584 गाड़ियोंको स्पीड अप, 110 गाडीयोंको स्पीड डाउन और 120 गाड़ियोंमे कोई बदलाव नही किए जाने का प्रस्ताव है।

6: 16 गाड़ियोंकी परिचालन श्रेणी में बदलाव – 12 सवारी गाड़ी, 1 डेमू और 3 मेमू गाड़ियाँ एक्सप्रेस में परावर्तित की जाएगी।



7: कॉरिडोर ब्लॉक – इसमें 100 गाड़ियाँ नामित की गई है, जो नियंत्रित की जाएगी।





8: ठहरावोंका रद्द करना – 1016 स्टेशनोंकी इस सूची में वह ठहराव भी शामिल है जो सवारी गाड़ियोंके एक्सप्रेस में रूपांतरित किए जाने के बाद रद्द हो जाएंगे।















9: मालगाड़ियोंके मार्ग – वह मार्ग जीन पर शून्याधारित समयसारणी लागू होने के बाद गति सीमा बढ़कर 75/100 किलोमीटर प्रति घण्टा की जा सकती है।


10: LHB रैक का मानकीकरण करना

मित्रों, प्रस्तुत दस्तावेज इसी स्वरूपमे मिला है। कई पृष्ठ पढ़ने योग्य नही है, कटे कटे से है, लेकिन इसके लिए हम असमर्थ है। सिवा खेद के और कुछ नही व्यक्त किया जा सकता है।