हाल ही मे दक्षिण पश्चिम रेल्वे SWR ने रेल्वे बोर्ड की ओर यशवंतपुर/सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया टर्मिनस बेंगालुरु से हजरत निजामुद्दीन के बीच हुबली, धारवाड़, बेलगाव होकर प्रतिदिन राजधानी एक्स्प्रेस चलवाने का प्रस्ताव दाखिल किया। कहा जा रहा कर्नाटक के विजयपुरा से निर्वाचित और विद्यमान केन्द्रीय साँसदीय कामकाज मंत्री प्रल्हाद जोशी इस राजधानी एक्स्प्रेस के शुरू करवाने मे रस ले रहे है। ऐसे मे कर्नाटक के ही अलग अलग क्षेत्र से इस राजधानी एक्सप्रेस के प्रस्तावित मार्ग पर विविध चर्चा गर्मा रही है। द प रेल ने उक्त राजधानी एक्स्प्रेस तुमाकुरु, अरसीकेरे, बिरुर, धारवाड़, बेलगाम होकर आगे मिरज, पुणे, मनमाड, भुसावल, खंडवा, भोपाल होकर चलाने का प्रस्ताव रखा है तो देख लिया जाए विवाद किस तरह का है।

दरअसल यशवंतपुर या बेंगालुरु से दिल्ली के बीच 7 जोड़ी सुपरफास्ट गाडियाँ चल रही है। जिसमे एक राजधानी 22691/92 प्रतिदिन सिकंदराबाद होकर, दो संपर्क क्रांति एक्स्प्रेस 12649/50 सप्ताह मे पाँच दिन हुबली, विजयपुरा, गुंतकल, काचेगुडा, बलहारशहा, नागपूर, भोपाल होकर तो दूसरी संपर्क क्रांति 12629/30 द्विसाप्ताहिक स्वरूपमे हुबली, धारवाड़, बेलगाम, मिरज, पुणे, भुसावल, भोपाल होकर चल रही है। 12627/28 बेंगालुरु नई दिल्ली प्रतिदिन कर्नाटक सुपरफास्ट एक्स्प्रेस वाया धर्मावरम, गुंतकल, सोलापूर, दौंड, भुसावल, भोपल होकर तो एक साप्ताहिक दुरांतों 12213/14 यशवंतपुर दिल्ली सराय रोहिल्ला वाया गुंतकल, बलहारशहा, रानी कमलापति होकर चल रही है। इसके अलावा 12647/48 कोइमबटुर निजामुद्दीन कोंनगु साप्ताहिक सुपरफास्ट धर्मावरम, काचेगुडा, बलहरशहा, नागपूर, भोपाल और 22685/86 यशवंतपुर चण्डीगढ़ द्विसाप्ताहिक सुपरफास्ट हुबली, धारवाड़, बेलगाम, मिरज, पुणे, भोपाल होकर चल रही है।

अब ऐसा है की 7 जोड़ी गाड़ियों के बाद भी हुबली होकर एक प्रतिदिन राजधानी की मांग कैसे या रही है, जिसमे 4 जोड़ी गाडियाँ हुबली होकर चल रही है? वजह यह है की राजधानी के प्रस्तावित मार्ग पर शून्याधारित समयसारणी के पहले हुबली / वास्को से हजरत निजामुद्दीन के बीच एक सुपरफास्ट 12779/80 गोवा एक्स्प्रेस प्रतिदिन चल रही थी। यह गाड़ी लोंडा स्टेशनपर कट कर आधी लोंडा – हुबली – लोंडा लिंक बनकर हुबली को दिल्ली से प्रतिदिन जोड़ रही थी। शून्याधारित समयसारणी मे जब रेल प्रशासन ने तमाम लिंक एक्स्प्रेस रद्द किए जाने का निर्णय लिया तो 12779/80 गोवा एक्स्प्रेस गाड़ी सीधी वास्को के पाले मे गई और हुबली की प्रतिदिन लिंक छिन गई। इस मार्ग पर प्रतिदिन गाड़ी की मांग के पीछे यह एक प्रमुख कारण है। प्रतिदिन एक्सप्रेस छीने जाने के बाद राजधानी की मांग क्यों, एखाद सुपरफास्ट भी तो मांगी जा सकती थी तो इसके लिए एक तर्क यह है, राजधानी पूर्णतया वातानुकूलित गाड़ी है और उसकी कमाई अन्य गाड़ियोंसे ज्यादा होती है और ज्यादा कमाई के प्रस्ताव को मान्यता मिलने मे शायद कम दिक्कत होती होगी।
कर्नाटक मे दिल्ली के लिंक हेतु क्षेत्र के बाकी लोग भी आक्रोशित है, खास कर के बगलकोट, विजयपुरा क्षेत्र की मांग है की उनके यहाँसे दिल्ली के लिए कोई गाड़ी नहीं है। जो प्रतिदिन राजधानी चल रही है वह हुबली आती नहीं। रही बात हुबली, धारवाड़, बेलगाम को राजधानी गाड़ी देने की तो उसके लिए एक अलग से गाड़ी की मांग इसीलिए की जा रही है। मगर प्रस्तावित समयसारणी मे बागलकोट, विजयपुरा फिर भी अछूते ही रह जाएंगे उस का क्या? दूसरा यशवंतपुर से दिल्ली का निम्नतम अंतर वाला मार्ग 2289 किलोमीटर का है।
बेंगलूर दिल्ली के बीच फिलहाल 7 जोड़ी गाड़ियाँ चल रही, मगर यदी हुबली होकर ही गाड़ी चलवाना है तो प्रस्तावित मार्ग हुबली, धारवाड़, बेलगाम, मिरज, पुणे, मनमाड, भुसावल, भोपाल ऐसे 2650 किलोमीटर और पुणे जंक्शन मे रिवर्सल के लिए शंटिंग। इस मार्ग से सम्पर्क क्रांति 12629/30 और सुपरफास्ट 22685/86 ऐसे दो जोड़ी द्विसाप्ताहिक चल रही है। (इससे पहले भी SWR के IRTTC में राजधानी के इस मार्ग पर मरे ने मनमाड़ – खण्डवा यह मार्ग संतृप्त है ऐसा बताकर आपत्ती जताई थी और उन्हें कुरडुवाडी – लातूर – पुर्णा – अकोला – नरखेड इटारसी यह मार्ग सुझाया था, जिसे द प रेल ने अस्वीकृत कर दिया)
इसके अलावा,
हुबली, धारवाड़, बेलगाम, मिरज, पुणे, पनवेल, कल्याण, ईगतपुरी, भुसावल, भोपाल ऐसे 2660 किलोमीटर रिवर्सल शंटिंग नही मगर लोनावला और इगतपुरी में बैकर का शंटिंग
हुबली, धारवाड़, बेलगाम, मिरज, पुणे, वसई रोड, सूरत, वडोदरा, रतलाम, कोटा, नई दिल्ली 2545 किलोमीटर IRTTC मे सम्मिलित लोनावला में बैकर का शंटिंग
अरसीकेरे, हुबली जंक्शन मे और गदग जंक्शन मे रिवर्सल शंटिंग, विजयपुरा, सोलापूर, दौंड, मनमाड, भुसावल, भोपाल यह मार्ग 2535 किलोमीटर,
हुबली, धारवाड़, बेलगाम, मिरज, पुणे, वसई रोड, सूरत, वडोदरा, अहमदाबाद, पालनपुर, अजमेर, फालना, नई दिल्ली 2522 किलोमीटर इसमें भी लोनावला में बैंकर शंटिंग लगेगा।
ऐसे अन्य कम अंतर के मार्ग भी है।
अब देखना यह है, की आखिर यह प्रस्तावित राजधानी चलेगी किस मार्ग से और कौनसे क्षेत्र के यात्रिओंको स्टापेजेस दे कर उपकृत करती चलेगी। ☺️😊