‘ क्या से क्या हो गया .. ‘
आज ट्विटर पर एक खबर ट्रेंड हो रही है, मालाणी एक्स्प्रेस के फिर से रोजाना शुरू होने की यज्ञपि यह अलग अलग समयसारणी के स्लॉट मे चलेगी मगर बाड़मेर से दिल्ली के बीच तो रोज की सम्पर्कता दे देगी। यह जो भी है, लेकिन बाड़मेर वासियोंकी लोकप्रिय मालिणी एक्स्प्रेस की दशा कहाँ से शुरू हुई यह देखना आज की चर्चा का विषय है। पहले शूरवात आज की ट्वीट से;

इसमे स्पष्ट किया है, नई सेवा द्विसाप्ताहिक गाड़ी के स्वरूप मे चलाई जाएगी, चूंकि हावड़ा बाड़मेर के बीच 12323/24 यह द्विसाप्ताहिक और 14661/62 यह मालाणी एक्स्प्रेस का संक्रमणकाल के बाद का सुधारित (?) रूप त्रिसाप्ताहिक सेवा, चल ही रही थी। कुल मिलाकर पूरे सप्ताह बाड़मेर – दिल्ली के बीच यात्री सेवा पुनर्स्थापित की जाएगी, यह इस ट्वीट का संदेश है।
संक्रमणकाल मे सारी यात्री सेवा बंद कर दी गई थी, अर्थात मालिणी एक्स्प्रेस लिंक स्वरूप मे प्रतिदिन चलनेवाली गाड़ी थी और इसका जोधपुर मे जो जैसलमेर / बाड़मेर का लिंक/डीलिंक बन्द होना तो पहले ही तय हो गया था। इसके दो टुकड़े अब सीधे सप्ताह मे 4 दिन जैसलमेर और 3 दिन बाड़मेर के लिए तय कर दिए गए। निम्नलिखित रेल बोर्ड के पत्र मे सूची क्रमांक 13, 14, 15, 16 देखिए।

तय कुछ किया गया, लेकिन जैसलमेर और बाड़मेर की जनता तो आक्रोशित हो रही थी दोनों शहरोकी सेवा मे कटौती होना लिख दिया गया था। खैर, होना कुछ और था। एक विचार यह भी किया गया। 14659/60 दिल्ली जैसलमेर को प्रतिदिन कर दिया जाए और बाड़मेर प्रतिदिन के लिए 12461/62 दिल्ली जोधपुर के बीच चलने वाली मंडोर एक्स्प्रेस को जोधपुर से आगे बाड़मेर तक विस्तारित करने की बात निश्चित की गई। मंडोर एक्स्प्रेस का रैक 12915/16 अहमदाबाद दिल्ली आश्रम एक्स्प्रेस से लिंक किया जाए तो यह प्रयास संभव हो सकता था, मगर… यह मगर बड़ा पेचीदा होता है। कहाँ जोधपुर मे कुछ हुवा या पश्चिम रेल्वे के अहमदाबाद मे, यह मंडोर एक्स्प्रेस दिल्ली जोधपुर के बीच यथावत बनी रही, और कभी बाड़मेर के लिए नही चली।

इस दौरान, 12323/24 हावड़ा आनंदविहार के बीच चलनेवाली द्विसाप्ताहिक गाड़ी के रैक के आनंदविहार मे लम्बे लाय ओवर का उपयोग कर उसे बाड़मेर के लिए खींच दिया गया।

और जैसे की पहले तय था, दिल्ली की जगह विस्तार कर के जम्मू तवी से सप्ताह मे 4 दिन जैसलमेर के लिए और 3 दिन बाड़मेर के लिए विशेष सेवा के तौर पर गाडियाँ चल निकली। हालांकि यह भी 14645/46 जम्मू तवी से दिल्ली के बीच प्रतिदिन चलनेवाली शालीमार एक्स्प्रेस का विस्तार था। रैक की एडजस्टमेंट कर के यह व्यवस्था जमायी गई।




कुल मिलाकर यह कहानी बनी है जेसलमेर / बाड़मेर- दिल्ली के बीच चलनेवाली मालाणी और उसके लिंक एक्स्प्रेस की। दो दिन बाड़मेर – दिल्ली – हावड़ा, तीन दिन बाड़मेर – दिल्ली – जम्मूतवी और जब भी चल पड़े दो दिन नई सेवा बाड़मेर – दिल्ली। यूँ होगी सातों दिन बाड़मेर – दिल्ली कनेक्टिविटी।