जी हाँ ‘महाराष्ट्र’ के रेल यात्रिओंके लिए राहतभरी खबर है।

खबर यह है, 11039 कोल्हापुर गोंदिया महाराष्ट्र एक्सप्रेस में दिनांक 01 मई से दो वातानुकूलित थ्री टियर कोच स्थायी रूप से बढाये जाएंगे। वापसी में यही सेवा 11040 गोंदिया कोल्हापुर महाराष्ट्र एक्सप्रेस में दिनांक 03 मई से शुरू हो जाएगी।

देर से ही सही मगर आए दुरुस्त। बहुत दिनों से महाराष्ट्र एक्सप्रेस में कोच बढाकर यात्री क्षमता ज्यादा करने की माँग लगातार की जा रही थी। स्थितियाँ तो ऐसी है, चाहो तो आज, अभी से कोच बढ़ा दीजिये। गाड़ी पुणे से गोंदिया के बीच बहुत फूल चल रही है।
महाराष्ट्र एक्सप्रेस ऐसी गाड़ी है जो एवरेज 26 किलोमीटर पर ठहराव लेती है। कोल्हापुर से गोंदिया के 1342 किलोमीटर के बीच 51 स्टोपेजेस और इसीलिए छोटे अन्तर की यात्रा के लिए बहुत उपयुक्त। साथ ही पुणे से निकलने के लिए चालीसगांव से लेकर ठेठ अकोला, बडनेरा, अमरावती, विदर्भ तक के विद्यार्थियों में बेहद लोकप्रिय। पुणे महाराष्ट्र की ज्ञान की राजधानी है। यूँ तो देशभर से विद्यार्थि यहां पढ़ने के लिए आते है लेकिन महाराष्ट्रवासियोंको पुणे और कोल्हापुर से ‘कनेक्ट’ करने वाली यह एकमेव गाड़ी है।
जब लिंक और स्लिप कोच सेवा उपलब्ध थी तब महाराष्ट्र एक्सप्रेस में भुसावल से गोरखपुर कोच की शंटिंग, चालीसगांव में धुलिया के लिए 2 कोच की शंटिंग, दौंड में सोलापुर कोच की शंटिंग, पुणे में धुलिया कोच की शंटिंग ऐसे कोचों का जुड़ना निकलने का सिलसिला चलते रहता था। लेकिन जब से रेल प्रशासन ने शंटिंग बन्द कर दी, इन स्लिप कोच के यात्रिओंके बुरे हाल है। धुलिया से पुणे, कोल्हापुर का सम्पर्क और सबसे खास नागपुर से सोलापुर का सम्पर्क बिल्कुल कट सा गया है। यह स्लिप कोच के यात्री अब मुख्य गाड़ी महाराष्ट्र एक्सप्रेस के आरक्षण बुकिंग पर निर्भर हो गए है।
एक तो स्लिप कोचेस बन्द और उस वजह से यात्री क्षमता भी कम, कोच का बढ़ाए जाना बेहद आवश्यक था। कोल्हापुर – नागपुर के बीच दो साप्ताहिक गाडियाँ और भी चलती है मगर उनके मार्ग महाराष्ट्र एक्सप्रेस से भिन्न है। कोल्हापूर – पुणे – अहमदनगर – कोपरगाव – मनमाड – जलगाव – भुसावल – अकोला – बड़नेरा – वर्धा – नागपूर और गोंदिया इस मार्ग और उसके बीच आनेवाले छोटे छोटे शहर के यात्रीओं के लिए इस गाड़ी का ज्यादा यात्री क्षमता होना बहुत जरूरी है। यह तो दो वातानुकूल कोच बढ़ाने की खबर है, वास्तव मे 2 स्लीपर या 2 कुर्सी यान भी बढ़ाए जाए तो भी यात्री उसका स्वागत ही करेंगे।
मध्य रेल के माननीय महाव्यवस्थापक और पुणे मण्डल व्यवस्थापक को इस निर्णय के लिए ‘महाराष्ट्र’ के सभी यात्री धन्यवाद देते है। साथ ही दौंड जंक्शन के बजाय दौंड कॉर्ड स्टेशन से गाडियाँ निकलने लग गई है इस वजह से सोलापूर, कुरडुवाड़ी की ओर जानेवाले यात्रीओं की परेशानी बहुत ज्यादा बढ़ गई है इसलिए ‘नागपूर – सोलापूर ‘ के बीच शीघ्र अतिशीघ्र सीधे सम्पर्क कराने वाली गाड़ी जल्द शुरू हो ऐसी मांग यात्रीओं से की जा रही है। आशा करते है, जिस तरह महाराष्ट्र एक्सप्रेस मे यह यात्री क्षमता बढ़ाने का निर्णय लिया गया है, सोलापूर के लिए गाड़ी का भी निर्णय जल्द हो जाए।
फ़ोटो Indiarailinfo.com के सौजन्य से