मध्य रेल CR का भुसावल जंक्शन एक बड़ा जानामाना स्टेशन है। हाल ही में आईआरसीटीसी के सर्वे में, यात्रिओं द्वारा खान-पान की मांग पूरी करनेवाले देशभर के स्टेशनोंकी सूची में भुसावल स्टेशन का क्रमांक पहले 5 स्टेशनोंमें दर्ज हुवा है। तकरीबन 250 से 300 गाड़ियोंका आवागमन भुसावल जंक्शन पर होता है। चाय, कॉफी जैसे गर्म पेय हो या नाश्ता, भोजन की मांग हो, भुसावल स्टेशन पर बखूबी पूरी होती है।
इतनी सब प्रशंसायुक्त बातों में एक बात न सिर्फ यात्रिओं बल्कि रेल अधिकारियों को भी खटकती है, वह है वेण्डरों की अनगिनत संख्या। गाड़ी प्लेटफार्म पर लगते ही वेन्डर्स का जमावड़ा प्लेटफार्म पर दिखाई देता है और गाड़ी रवाना होते ही वेन्डर्स की संख्या यथावत हो जाती है। रेल अधिकारियों ने इस बात पर गौर किया और अकस्मात जाँच भी करवाई। कुछ अवैध वेन्डर्स धराये भी गए मगर इस ‘सरप्राइज चेक’ में एक निरीक्षण नामित किया गया। कुछ वेन्डर्स की पहचान कराने वाले कार्ड, पहचानपत्र भी ड्यूप्लिकेट अर्थात जाली थे या गड़बड़ झाले वाले थे। इसी बात को मद्देनजर रखते हुए भुसावल मण्डल व्यवस्थापक ने आज ट्विटर पर एक कड़ा संदेश जारी किया,

यह संदेश कहता है, “भुसावल स्टेशनपर अवैध/डुप्लिकेट वेंडिंग परमिट से बचने के लिए, सभी विक्रेताओं के लिए क्यूआर कोड अंकित, आधार पहचान पत्र की प्रणाली शुरू की जा रही है और भुसावल स्टेशन की सभी खानपान इकाइयों के लिए 15 दिनों के समय में इसे पूरी तरह से लागू किया जाएगा और इससे अवैध विक्रेताओं के प्रवेश को समाप्त करने में मदद करेगा।”
भुसावल DRM के इस निर्णय का हम स्वागत करते है। इससे वाकई में रेल यात्री, सुरक्षा कर्मी और वैध वेन्डर्स को होने वाली कई परेशानियों से छुटकारा मिलने वाला है।
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