रेल प्रशासन अपने यात्रिओंको रेलवे स्टेशनोंपर कुछ मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराता है। हाल ही में इन सुविधाओं का जायजा लेने रेलवे की PAC पेसेन्जर एमिनिटीज कमिटी मध्य रेलवे के भुसावल मण्डल का दौरा कर रही है। PAC कमिटी संसद सद्स्योंके बीच से बनाई जाती है और कमिटी सदस्यों का कार्य रेलवे द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली यात्री सुविधाओंकी परिस्थिति को समझना और सुधार करने की सूचना करना यह है। सर्वप्रथम हमे यह समझना होगा की रेल प्रशासन, यात्रिओंको कौन कौनसी यात्री सुविधा मूलभूत प्रकारसे, प्राथमिकता से उपलब्ध कराना आवश्यक है।
रेल विभाग ने सर्वप्रथम 1952 में यात्री सुविधाओं के लिए दिशानिर्देश जारी किए थे। इसके बाद 1995, 1999, 2003 एव 2007 में इस सुची का सुधार किया गया। उक्त सूची 2016 की है। यात्री सुविधाओं का स्तर रेलवे स्टेशन का वर्ग, यात्री संख्या, स्टेशनकी विशेषता अर्थात तीर्थस्थान, पर्यटन केंद्र या औद्योगिक केंद्र इत्यादि, उपलब्ध निधि इन चार मदों से तय किया जाता है।

न्यूनतम आवश्यक यात्री सुविधाए :- टिकट बुकिंग, प्लेटफार्म, शेड / छांव के पेड़ (छोटे स्टेशन) पेय जल, गाड़ी की प्रतीक्षा करनेवाले यात्रिओंके लिए हॉल, बैठने हेतु आसन व्यवस्था, स्टेशन की समयसारणी
अनुसंशित यात्री सुविधाएं :- यह सुविधाए स्टेशन के स्तर और यात्री मांग अनुसार उपलब्ध कराई जाती है। ठण्डा पेय जल के लिए वॉटर कूलर्स, सार्वजनिक उद्घोषणा, संगणक द्वारा उद्घोषणा, वाहन तल अर्थात पार्किंग सुविधा, सार्वजनिक शौचालय, पब्लिक फोन, एटीएम इत्यादि
वांछित यात्री सुविधाएं :- यह सुविधाएं भी स्टेशन के स्तरानुसार होती है। कैटरिंग एवं फूड स्टॉल, बुक स्टॉल, दवा या कटलरी के स्टॉल्स, ट्रेन इंडिकेटर, कोच इंडिकेटर, एस्कलेटर, लिफ्ट्स, रैम्प, वातानुकूलित वेटिंग हॉल्स, रिटायरिंग रूम्स इत्यादि
इसके अलावा दिव्यांग यात्रियों, महिला यात्रियों के लिए सुविधाओंका प्रावधान किया जाता है।
यहां हम मध्य रेल की वेबसाइट cr.indianrail.gov.in के सौजन्य से यात्री सुविधाओंके बारे लिखी जानकारी आपके लिए उधृत कर रहे है।







