मध्य रेल ने तकरीबन 3, 4 महीने पहले सेवाग्राम लिंक की ऐवज में दादर बल्हारशहा दादर वाया मनमाड़, भुसावल, वर्धा द्विसाप्ताहिक विशेष प्रस्तावित की थी, मगर पता नही इस बीरबल की खिचड़ी को आँच ही नही की वह पक सकें और यह गाड़ी कभी धरातल पर नही आ पाई।
बल्हारशहा, चंद्रपुर के मुम्बई की ओर जानेवाले यात्री इन दिनों बेहद परेशान हो रहे थे। मध्य रेल की ताडोबा और आनन्दवन साप्ताहिक गाड़ियाँ भी प्रशासन पुनर्स्थापित नही कर पा रही थी। आखिरकार द म रेल SCR ने बाजी मार ली औऱ 5, 6 गाड़ियाँ भिन्न भिन्न मार्ग से चलाकर क्षेत्र के यात्रिओंको उपकृत किया। गौरतलब यह है, की अब तो मध्य रेल जागे और अपने मुख्य, दोहरे, विद्युतिकृत मार्ग से मनमाड़, भुसावल, वर्धा होकर गाड़ी चलवा दे।
खैर, मध्य रेल को ईश्वर सद्बुद्धि दे, आप फिलहाल द म रेल की इन गाड़ियोंको समझे और रेल यात्रा का उपभोग ले।


