कभी इंदौर – जयपुर, कहीं जबलपुर – वडोदरा तो कोई कहे अहमदाबाद – मुम्बई सेंट्रल 3 – 3 वन्देभारत गाड़ियाँ सोशल मीडिया बड़ी तेजी से दौड़ रही है। बस! 15 अगस्त को कोई तो माननिय हरी झंडी लेकर खड़े है, और इन तीनों गाड़ियोंको रवाना करने जा रहे है। पश्चिम रेलवे, पश्चिम मध्य रेलवे में रेल प्रेमियों की तो स्टोपेजेस पर तेरी-मेरी वाली बहस भी शुरू हो गयी है।
हक़ीकत कुछ और है। वन्देभारत के केवल दो प्रोटोटाइप बनाने का आदेश पारित हुवा था और उसीके अनुसार दो रैक बनाये गए है। अब इन दो रैकोंके ट्रायल रन्स पमरे के कोटा मण्डल में शुरू होने जा रहे। इसका मतलब यह है, की कोई वन्देभारत गाड़ी के वाणिज्यिक परिचालन के घोषणा निकटतम समय मे अर्थात 15 अगस्त तक नही होनी है।
वन्देभारत गाड़ियाँ यह हमारे देश के आत्मनिर्भरता का गौरवचिन्ह है। देश मे कहीं भी चले, किसी भी क्षेत्रीय रेलवे के किन्ही स्टेशनोंके बीच चले, हम भारतीयों के लिए गौरव की बात है। चूंकि सोशल मीडिया में जिस तरह कुछ रेल ग्रुप अपने अपने वॉटरमार्क लगाकर थोथी पब्लिसिटी स्टंट के खेल कर रहे है इससे उनकी ही विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लगता है। वैसे वन्देभारत गाड़ियोंके परिचालन की घोषणा होना यह एक बड़ा इवेंट रहेगा और यह बात किसी से छुपी रहने का कोई प्रश्न ही नही रहेगा। ☺️
तो मित्रों, आज मित्रता दिवस है। आप सभी को शुभकामनाएं। अच्छे, सच्चे मित्र बनिये और अपनी मित्रता बढाइये।