मीडिया मीडिया….☺️
आजकल हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी का दौरा घोषित हुवा नही की मीडिया वाले सबन्धित शहरों के लिए ‘वन्देभारत’ की अटकलें लगाना शुरू कर देते है। वैसे भी हम भारतीयों को रेलवे से इतना लगाव है, की यदि अखबारों, सोशल मीडिया के खबरों की TRP नापी जाती तो रेल से जुड़ी खबरें अव्वल 10 स्थान पर अवश्य ही रहती।
हाल ही में माननीय प्रधानमंत्री इन्दौर शहर प्रवासी भारतीयों के सम्मेलन के लिए पहुंचे थे। स्थानीय मीडिया अपने अलग ही शबाब पर था। उन्होंने इन्दौर – जयपुर, इन्दौर – जबलपुर ऐसी वन्देभारत लगभग चलवा ही दी थी। समयसारणीयाँ प्रकाशित की जा रही थी। यहाँतक की मार्ग की खींचातानी भी शुरू हो गयी। भई, खिचड़ी पकी नही और जीमने वाले पत्तल पर जम गए।😊
इन्दौर रेल क्षेत्र पश्चिम रेलवे में पड़ता है। प रे से आधिकारिक बयान आया, हमारे तरफ इन्दौर से वन्देभारत चलवाने जैसी कोई सूचना नही है। जयपुर क्षेत्र NWR उपरे और जबलपुर क्षेत्र WCR पमरे से भी इन्दौर वन्देभारत गाड़ी चलाये जाने की किसी सूचना का खण्डन किया गया। तब जाकर मीडिया ऐसी चुप हुई की हम तो इस खबर से जुड़े ही ना थे।
हमारे माननिय प्रधानमंत्री जी के आगामी दौरे मुम्बई महाराष्ट्र और तेलंगाना में है और वन्देभारत गाड़ी की अटकलों ने फिर जोर पकड़ लिया है। सिकंदराबाद – विशाखापट्टनम देश की आठवीं वन्देभारत एक्स्प्रेस की आधिकारिक सूचना भी पहुंच गई है। वही मुम्बई – सोलापुर की खबर भी मीडिया में धूम मचा रही है। फिर से बता दें, मध्य रेल से कोई आधिकारिक सूचना नही है। मगर अटकलों का क्या? मुम्बई – सोलापुर के साथ साथ अब पुणे – सोलापुर भी चर्चाओं में जोर पकड़ रही है।

एक बात तय है, प्रत्येक क्षेत्र में वन्देभारत गाड़ियाँ चलनेवाली है, बस बात आगेपीछे, कल परसों ऐसी रहेंगी। जिस तरह मीडिया स्वयं प्रस्तावित ☺️वन्देभारत गाड़ियाँ चलवा देती है, यदि 500 किलोमीटर के भीतर चलनेवाली इंटरसिटी गाड़ियोंकी वक़ालत करे तो कितना अच्छा होगा?