भारतीय रेल प्रशासन ने अपने रेलवे स्टेशनोंको यात्रिओंके लिए उन्नत सुविधायुक्त बनाने के लिए गतिशक्ति कार्यक्रम तहत “अमृत भारत स्टेशन” योजना शुरू की है।
यूँ तो भारतीय रेल में स्टेशन डेवलपमेंट का बड़ा कार्य जोरदार तरीकेसे किया जा रहा है। बड़ी निविदाएं निकाली जा रही है। रेल्वेकी IRSDC इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कम्पनी यह काम कर रही है। इसके अलावा “मॉडल स्टेशन” योजना के अंतर्गत भी बड़े जंक्शन के लिए बड़े निधि के आबंटन की घोषणाएं हो चुकी है। छोटे मगर महत्वपूर्ण स्टेशन के सुधारोंके लिए यह योजना लाई गई है। भारतीय रेल का प्रत्येक क्षेत्रीय कार्यालय और उसके तहत आने वाले प्रत्येक मण्डल में यह योजना लाई गई है।
मध्य रेल में पांच मण्डल है। मुम्बई, पुणे, सोलापुर, भुसावल और नागपुर। अब तक सोलापुर मण्डल के 15 स्टेशनोंके नाम सामने आए है। सोलापुर मण्डल में, सोलापुर, जेऊर, दुधनी, कलबुर्गी, शहाबाद, गाणगापुर, दौंड, पंढरपुर, वाड़ी, उस्मानाबाद, लातुर, कुरडुवाड़ी, अहमदनगर, बेलापुर, और कोपरगाँव यह स्टेशन सुधार किए जाएंगे। अब तक मुम्बई, पुणे और नागपुर की कोई सूची जाहिर नही हुई है, भुसावल मण्डल की सूची जारी हो गयी है, आज हम इसका लेखाजोखा लेंगे

प्रत्येक मण्डल अपने महत्वपूर्ण 15 स्टेशन इसके लिए चुनेगा।
भुसावल मण्डल में इस योजना के लिए भुसावल से बड़नेरा खण्डपर; बड़नेरा, मुर्तिजापुर, शेगांव, नांदुरा और मलकापुर
भुसावल से इगतपुरी खण्डपर; पाचोरा, चालीसगांव, नांदगांव, मनमाड़, लासलगांव, देवलाली और धुळे
भुसावल से खण्डवा खण्डपर; नेपानगर, रावेर और सावदा यह स्टेशन चुने है।
अमृत भारत स्टेशन के अंतर्गत इन स्टेशनोंपर मान्यताप्राप्त वास्तुकार संस्थाओं से EOI एक्सप्रेशन ऑफ इन्टरेस्ट, अभिव्यक्ति स्वारस्य अर्थात निश्चित की गई मदों के तहत वे उपरोक्त स्टेशन में किस तरह सुधारणाएं निर्माण कर सकते है इसकी सलाह, कार्य कर सकते है।
अमृत भारत स्टेशन योजना में उपरोक्त स्टेशनोंमें निम्नलिखित यात्री सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा।
वर्तमान प्लेटफार्म की लंबाई इतनी की जाएगी की 21/24 कोच की यात्री गाड़ी सहजता से रुक सकें।
प्लेटफार्म की रेल पटरी की बेडिंग गिट्टी विरहित, कॉन्क्रीट की बनाई जाएगी।
प्लेटफार्म पर यात्रिओंके लिए इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराना।
यात्रिओंकी सुविधा हेतु प्लेटफार्म पर FOB फुट ओवर ब्रिज यात्री पैदल पुल का निर्माण करना।
गाड़ी पार्किंग सुविधाओं का निर्माण करना।
प्लेटफार्म पर छत, यात्रिओंके लिए आसन और पेयजल की उचित व्यवस्था बनाना।
उन्नत प्रतीक्षालयों का निर्माण करना।
दिव्यांग जनोंके लिए उचित साधन उपलब्ध कराना और व्यवस्थाओंका निर्माण करना।