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रेल किरायों को हवाई किराए तक ले जाने वाली ‘सुविधा एक्सप्रेस’ अंतर्धान होने वाली है।

10 जून 2024, सोमवार, जेष्ठ, शुक्ल पक्ष, चतुर्थी, विक्रम संवत 2081

भारतीय रेलवे की किरायोंके दृष्टिकोण में सबसे महंगी, आम यात्री गाड़ी ‘सुविधा एक्सप्रेस’ अपना जेब-कातिलाना रूप बदलने जा रही है। निम्नलिखित उ प रेल का परिपत्रक देखिए,

यह वही सुविधा एक्सप्रेस है, जिसके किरायोंकी तालिका देखकर अच्छे अच्छों के बटुए की हवा गुल हो जाया करती थी। हाल ही में रेल प्रशासन ने इसके हवाई जहाज की तर्ज पर बढ़ने वाले डायनामिक किराए पर अंकुश लगा दिया है। यह गाड़ियाँ अब नियमित सुपरफास्ट किरायोंपर चलने लगी है। इसके साथ ही जल्द ही इनको नियमित सुपरफास्ट श्रेणी में भी लाया जा रहा है। जिसका एक नमूना हम ऊपर दिए गए उ प रेल के परिपत्रक में देख रहे है।

वर्ष 2013/14 में प्रायोगिक तौर पर मुम्बई – दिल्ली के बीच एक त्यौहार विशेष गाड़ी चलाई गई थी और उसकी किराया श्रेणी विद्यमान राजधानी, शताब्दी एवं दुरन्तो एक्सप्रेस की तरह डायनामिक गति से बढ़ते चली जाती थी। डायनामिक फेयर स्किम अर्थात जैसे ही यात्रिओंकी बुकिंग की मांग बढ़ती है, किराए अमूमन 10% के स्टेप पर बढ़ते चले जाते है। अग्रिम आरक्षण की अवधि भी आम तौर पर 120 दिन पहले की होती है, सुविधा गाड़ियोंमे केवल 10-30 दिन पहले की होती थी। गाड़ीमे प्रतिक्षासूची का प्रावधान नही था। टिकटोंके किरायों में कोई रियायत नही थी और न ही जनरल कोटे के अलावे कोई अन्य कोटा उपलब्ध था। बिना पहचानपत्र के बुकिंग की अनुमति नही थी। आम तौर पर केवल यात्रा के दौरान पहचानपत्र साथ रखना अनिवार्य है। एक बार बुक किया गया टिकट रद्द नही किया जा सकता था। इस श्रेणी गाड़ियाँ मुम्बई – पटना एवं यशवंतपुर – जयपुर के बीच फिलहाल संचालित है।

सुविधा एक्सप्रेस की डायनामिक किराया श्रेणी बन्द कर उसे सर्वसाधारण मेल/एक्सप्रेस या सुपरफास्ट श्रेणी में बदलना यह आम रेल यात्रिओंके लिए राहत की बात है। दरअसल इतने लम्बे रूट की गाड़ियोंमे डायनामिक किराया श्रेणी से यात्री बुकिंग करवाना एक तरह से यात्रिओंके साथ भद्दा मजाक ही था। कई बार यह गाड़ियाँ आसमानी किरायोंके चलते खाली ही दौड़ती थी।

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