30 अगस्त 2024, शुक्रवार, भाद्रपद, कृष्ण पक्ष, द्वादशी, विक्रम संवत 2081
मित्रों, आपने ख़बरें पढ़ी, सुनी होंगी की पड़ोसी देश के किसी ना’पाक मन्सूबेदार ने अपने ईमान, विश्वास को उसके पास बेच चुके साथियोंसे गुज़ारिश की के वह भारतीय रेल में घातपात करें, दुर्घटनाओं को अन्जाम दे। चूँकि इन कहीं, सुनी बातें इतनी विश्वासपूर्ण नहीं होती मगर एक लाइव वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है और साथ ही घातपात की खबरें भी अलग अलग जगहोंसे मिल रही है। वह वीडियो हम यहाँपर प्रस्तुत कर रहे है,
मित्रों, आज भारतीय रेल में प्रतिदिन ढाई करोड़ यात्री यात्रा करते है। इसमे सभी धर्म, जाती और तबक़े के लोग होते है। कोई अपनी रोजीरोटी पर पहुँच रहा है तो कोई अपने सगेसम्बन्धियों से मिलने जा रहा है। कोई अपने इष्ट के दरस पाने जा रहा है तो कोई अपने पर्यटन पर निकला है। हर कोई अपने कामधंदे, उद्देश्य से घर से निकलता है और आनेवाले कल की बेहतरी की सोच लिए चल रहा है। किसी को नही पता उसके मार्ग में कैसे अवरोध आ सकते है।
आतंक का कोई धर्म नही होता, इनका मकसद केवल और केवल हिंसा करना होता है और उससे समाज मे भय फैलाना है। ईश्वर न करें मगर जब कोई दुर्घटना अंजाम तक पहुँचगी तो उससे होने वाली हानि क्या धर्म, जात, इंसान की आर्थिक स्थिति पूछ कर अपना परिणाम छोड़ेगी? नहीं। ऐसे नही होगा। दुर्घटना की चपेट में जो भी आएंगे उसका परिणाम सब पर होगा। उसमे अमीर, गरीब, औरतें, बच्चे, बूढ़े, जवान सभी पिसे जा सकते है।
मित्रों, हम सब देशवासी इन ना’पाक इरादोंसे सतर्क हो कर अपनी सुरक्षा कर सकते है। हमे सभी सार्वजनिक जगहोंपर सतर्कता बरतनी होंगी। सार्वजनिक स्थलोंकी जो भी नियमावली है उसका आचरण करना होगा। रेलवे स्टेशनोंपर गाड़ी में सवार होने हेतु उस के प्रस्थान समय से लगभग 15 से 30 मिनट पहले पहुँचना होगा। सामानोंकी स्कैनिंग वगैरह अवश्य करानी होगी। अन्जान, अजनबी और गैरकानूनी वेंडरोंसे परहेज रखना होगा। जब यात्री इनसे कुछ खरीदेंगे नही तो यह लोग भी धीरे धीरे निरुत्साहित हो कर बन्द हो जाएंगे। रेल प्रशासन इनपर समय समय पर कार्रवाई करती ही है मगर यात्री पाबन्द हो जाते है तो इनके गैरकानूनी घुसपैठ की कमर टूट सकती है।
रेल प्रशासन अपने सुरक्षा बलों के साथ यात्री सुरक्षा में मुस्तैद है। रेल यात्री भी सतर्क रहें, रेल नियमों के साथ रहें यही इस लेख का उद्देश्य है। हम भारतीय रेल यात्री अपने ही देश एवं अपनी ही रेल में भय नही पाल सकते। हम सतर्क है और अपनी सुरक्षा का ध्यान रख सकते है। जय हिंद!
