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रेल आरक्षण टिकट प्रणाली में जबरदस्त बदलाव : बहुतायत प्रतीक्षा सूची, अनलिमिटेड वेटिंग लिस्ट टिकटोंके दिन लद गए!

18 जून 2025, बुधवार, आषाढ़, कृष्ण पक्ष, सप्तमी, विक्रम संवत 2082

आजकल में आपने आरक्षण करने के लिए आईआरसीटीसी के ऍप या वेबसाइट पर लॉग इन किया होगा तो एक बड़ा बदलाव जरूर महसूस किया होगा, लगभग सभी गाड़ियोंमे ‘रिग्रेट’ या ‘नो रूम’ लगा है।

दरअसल यह बदलाव सोमवार दिनांक 16 जून से लागू हो गया है। नए नियमावली अनुसार गाड़ी के प्रारम्भिक स्टेशन से लेकर गन्तव्य स्टेशन तक मार्ग के सभी कोटा स्टेशन के लिए जितनी भी बर्थ, सीट नामित की गई है उससे केवल 25% बर्थ या सीट्स ही प्रतिक्षासूची में बुक की जाएगी। कोटा और प्रतिक्षासूची की संख्या पूर्ण होते ही सबन्धित वर्ग की बुकिंग बन्द हो जाएगी। अर्थात नो रूम या रिग्रेट दिखाई देने लग जाएगा।

*रेल विभाग का परिपत्रक*

उदाहरण के तौर पर, 12106 गोन्दिया मुम्बई विदर्भ एक्सप्रेस लीजिए। इस गाड़ी में गोन्दिया, नागपुर, बड़नेरा एवं भुसावल स्टेशनोंको कोटा दिया गया है। अनुमानित समझते है, गोन्दिया में स्लिपर में 80, एसी इकोनॉमी 20, एसी थ्री टियर 30, एसी टू टियर 20 और एसी प्रथम में 4 बर्थ का कोटा है। यदि उपरोक्त सारी जगह बुक हो गई तो इनके 25% अर्थात स्लिपर में 20, एसी इकोनॉमी 5, एसी थ्री टियर 7/8, एसी टू टियर 5 और एसी प्रथम में 1 बर्थ तक वेटिंग टिकट दिया जाएगा और यह भी बुक हो जाता है तो उपरोक्त श्रेणी की टिकटें बुकिंग होना बन्द हो जाएगी और बुकिंग के प्रयत्न किए जाने पर ‘नो रूम’ या ‘रिग्रेट’ दिखाई देने लगेगा।

मित्रों, प्रतिक्षासूची टिकटों की अनलिमिटेड बुकिंग 800, 900 वेटिंग टिकटें अब कभी दिखाई नही देंगी। आपको बुकिंग में रिग्रेट दिखाई दे रहा है तो अब केवल ‘तत्काल’ टिकट खरीदने का ही आसरा है। अन्यथा अपनी यात्रा की तिथी बदलना या अन्य किसी यातायात साधन का प्रयोग करना होगा।

रेल विभाग बहुतायत प्रतिक्षासूची टिकट लेकर आरक्षित कोचों में जबरन घुसपैठ करने वालों पर अंकुश लगाने पर गम्भीर हो गई है। यह सब चौबीस घण्टे पहले चार्टिंग किए जाने के प्राथमिक उपचार है। यात्री को अमूमन एक दिन पहले ही अपने टिकट की स्थिति पता चल जाएगी और टिकट कन्फ़र्म न होने की स्थिति में वह अन्य साधन पर विचार कर पाएगा।

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