06 सितम्बर 2025, शनिवार, भाद्रपद, शुक्ल पक्ष, चतुर्दशी, विक्रम संवत 2082
आपने कभी न कभी राज्य परिवाहन की बसों में या सार्वजनिक वाहनोंमें बसों के दरवाज़े में लटके बन्दे को आवाजें लगाते जरूर सुना होगा। दरअसल वह उसकी गाड़ी कहाँ जानेवाली है, उसकी जबानी पब्लिसिटी कर सवारियाँ इकठ्ठी करते रहता है। अर्थात भूले-भटके और अन्जान यात्रिओंको भी सुदूर से ही, यह अपने काम की गाड़ी है या नही समझ आ जाता है। वैसे बसों में गाड़ी कहाँ जानी है, उसका तख्ता भी फंसा होता है। भारतीय रेल भी अपने हर कोच पर और एसएलआर कोच पर, जो गाड़ी के दोनों सिरे पर होते है, गाड़ी का नाम, नम्बर और वह कहाँ से कहाँ तक की सेवा दे रही है, इसका तख़्ता लगाती है।
वैसे जहाँ से गाड़ी बनती है, उसकी मालिक क्षेत्रीय रेलवे उक्त गाड़ी का आने और जाने का एक बोर्ड बनाकर लगा देती है। उदाहरण के तौर पर 12105/12106 मुम्बई छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस – गोन्दिया – मुम्बई छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस विदर्भ एक्सप्रेस ऐसा बोर्ड मुम्बई से गाड़ी चलते वक्त लगाया होता है, जिसे गोन्दिया में बदलने की जरूरत नही पड़ती। यात्री बेचारा समझ लें, गाड़ी गोन्दिया जा रही है या रवाना हो रही है। मामला यहॉं तक ठीक है, यात्री दिशा या समयसारणी से समझ ही जाता है, गाड़ी कौनसी है। मगर दिक्कत तब आती है, जब कुछ ऐसे बोर्ड गाड़ियों पर लगते है जैसे वह पूरे देश भर घूमने जा रही हो। हम कुछ नमूने यहॉं जोड़ रहे है।
यह मध्य रेल के पुणे मण्डल की कार्य तत्परता है,
निम्नलिखित बोर्ड पर दस गाड़ियाँ अंकित है, यात्री समझ लें इनमेसे कौनसी उसकी गाड़ी हो सकती है। ☺️

ठीक इसी तरह यहॉं छह गाड़ियाँ अंकित है,

यह एक और नमूना है, सोलापुर से पुणे, पुणे से अमरावती, अमरावती से नागपुर ऐसे पढ़े या उल्टा नागपुर से अमरावती, अमरावती से पुणे या पुणे से सोलापुर? हैं?

और भाईसाहब, यह बोर्ड देखकर आप ने गाड़ी कौनसी है यह गेस कर लिया तो आपको अगली रेलवे समयसारणी कमिटी का चीफ गेस्ट बनने के लिए बिल्कुल पात्र रहेंगे।☺️

यह तत्परता सिर्फ मध्य रेल के पुणे मण्डल की मिल्कियत नही है, दक्षिण रेलवे भी ऐसे कारनामे करती है। देख लीजिए, यात्री सुविधा के लिए उन्होंने बाण भी बनाए है।

निम्नलिखित बोर्ड 11039/11040/ 01023/01024 अर्थात कोल्हापुर गोन्दिया कोल्हापुर महाराष्ट्र एवं पुणे कोल्हापुर पुणे विशेष गाड़ी का संयुक्त बोर्ड है। परेशानी तब होती है, पुणे में 11039 कोल्हापुर गोन्दिया महाराष्ट्र एक्सप्रेस एवं 01023 पुणे कोल्हापुर विशेष इन दोनों ही गाड़ियोंका पुणे से रवाना होने का समय लगभग एक सा है। महाराष्ट्र एक्सप्रेस से गोन्दिया जानेवाले यात्री बेचारे बोर्ड की समानता को देखते हुए कई बार पुणे कोल्हापुर विशेष में सवार हो जाते है।


यात्री बेचारा अब सड़क परिवाहन की तरह गाड़ी में सवार यात्रिओंसे पूछ पूछ कर अपनी गाड़ी तय करता है, की वह सही गाड़ी में बैठ गया है।
यात्रिओंकी पुरजोर माँग है, रेल विभाग अपनी गाड़ियोंपर केवल वहीं लिखे बोर्ड चढ़ाए जहां जो गाड़ी हो। हमे गाड़ियाँ उनके रैक किन गाड़ियोंके साथ शेयर कर रही है, यह जानने की जरूरत नही है। रेल प्रशासन अपने कोचिंग कर्मचारियों से इतना सीधा काम तो अवश्य ही करवा सकती है।
(लेख में उधृत तस्वीरें, http://www.indiarailinfo.com से साभार)
