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बोगस आरक्षणकर्ताओं पर लगाम कसेगी; और 100 गाड़ियाँ OTP बेस्ड तत्काल आरक्षण के लिए नामित

18 दिसम्बर 2025, गुरुवार, पौष, कृष्ण पक्ष, चतुर्दशी, विक्रम संवत 2082

ओटीपी बेस्ड तत्काल आरक्षण 06 दिसम्बर से प्रायोगिक तौर पर कुछ गाड़ियोंमें शुरू किया गया था। प्रयोग की सफलता देखते हुए भारतीय रेल इस व्यवस्था को अब और 100 गाड़ियोंमें लागू करने जा रहा है।

यह है सूची,

ज्ञात रहे, ओटीपी बेस्ड व्यवस्था ऑनलाइन ई टिकीटिंग एवं ऑफलाइन PRS काउंटर्स, अधिकृत एजंट्स पर समान रूप से लागू रहेगी।

ऑनलाइन आरक्षण ई-टिकट

तत्काल टिकट की ई-बुकिंग मोबाईल ऍप या वेबसाइट से की जाती है। इसमे यात्री जब अपना तत्काल टिकट यात्रिओंके नाम दर्ज करा कर  निश्चित कर लेगा, तब पेमेन्ट पर जाने से पहले आधार प्रमाणित करने का पर्याय चुनना होगा। यहाँ से ओटीपी आने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। यात्री के मोबाईल  सिस्टम में ऑटो वैरिफिकेशन शुरू है तो सीधे ओटीपी आकर ऑटो – पेस्ट होकर वैरिफिकेशन पूरा होगा और सिस्टम पेमेंट पर्याय पर चला जाएगा। पेमेंट प्रोसेस कम्प्लीट होते ही PNR जनरेट होकर टिकट बन जाएगा।

PRS आरक्षण काउन्टर टिकट :

PRS काउन्टर पर यात्री अपना आरक्षण माँग पत्र सभी मदों को जैसे की कहाँ से कहाँ तक, गाड़ी नाम/नम्बर, यात्रा की तिथी, श्रेणी, यात्रिओंका विवरण, आवेदक का विवरण मोबाईल नम्बर पूरा कर देगा। यह फॉर्म टिकट खिड़की बाबू के पास जाएगी। वह कम्प्यूटर में सारा विवरण दर्ज करेंगे और आवेदक को देय रकम की माँग करेंगे। यात्री उस देय रकम को नगद, कार्ड या UPI से जमा कराएगा। सिस्टम में रकम के जमा किए जाते ही फॉर्म में अंकित मोबाईल पर 6 अंकों वाला ओटीपी प्रकट होगा, जिसे आरक्षण क्लर्क को बताना होगा। ओटीपी वैरिफाई होते ही टिकट बन जाएगी।

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