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एक और नई वन्देभारत; फिरोजपुर दिल्ली के बीच घोषित!

01 नवम्बर 2025, शनिवार, कार्तिक, शुक्ल पक्ष, दशमी, विक्रम संवत 2082

भारतीय रेल में एक और नई वन्देभारत गाड़ी शुरू करने जा रही है। रेल प्रशासन ने फिरोजपुर कैंट – दिल्ली के बीच सप्ताह में छह दिवसीय वन्देभारत परिचालित करने का परिपत्र जारी किया है। सम्बंधित क्षेत्रीय रेल जल्द ही इसके शुभारम्भ की तिथी जारी करेंगी।

26462/61 फिरोजपुर कैंट दिल्ली फिरोजपुर कैंट वन्देभारत एक्सप्रेस सप्ताह में छह दिन

26462 फिरोजपुर कैंट दिल्ली जंक्शन वन्देभारत एक्सप्रेस फिरोजपुर कैंट से सप्ताह में छह दिन प्रत्येक बुधवार को छोड़कर सुबह 7:55 पर रवाना होकर दोपहर 14:35 पर दिल्ली जंक्शन पहुँचेंगी वापसी में 26461 दिल्ली जंक्शन फिरोजपुर कैंट वन्देभारत एक्सप्रेस सप्ताह में छह दिन प्रत्येक बुधवार को छोड़कर दोपहर 16:00 को दिल्ली जंक्शन से रवाना होकर रात 22:35 बजे फिरोजपुर कैंट पहुँचेंगी।

स्टोपेजेस : फिरोजपुर कैंट, फ़रीदकोट, बठिंडा, धुरी, पटियाला, अम्बाला कैंट, कुरुक्षेत्र, पानीपत, दिल्ली जंक्शन

इस विभाग में एक और विकास की सूचना है। 22485/86 नई दिल्ली मोगा नई दिल्ली इन्टरसिटी एक्सप्रेस का फिरोजपुर कैंट तक विस्तार किया जा रहा है। निम्नलिखित परिपत्र देखिए,

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नई गाड़ी : बंगलुरू एर्नाकुलम बंगलुरू वन्देभारत

01 नवम्बर 2025, शनिवार, कार्तिक, शुक्ल पक्ष, दशमी, विक्रम संवत 2082

भारतीय रेल में एक और नई वन्देभारत गाड़ी की वृद्धि होने जा रही है। रेल प्रशासन ने बंगलुरू – एर्नाकुलम के बीच सप्ताह में छह दिवसीय वन्देभारत परिचालित करने का परिपत्र जारी किया है। सम्बंधित क्षेत्रीय रेल जल्द ही इसके शुभारम्भ की तिथी जारी करेंगी। गौरतलब यह है, बेंगलुरु के लिए यह सातवीं वन्देभारत गाड़ी है। इससे पूर्व बंगलुरू से चेन्नई, कोयम्बटूर, धारवाड़, मदुरै, हैदराबाद एवं कलबुर्गी के लिए वन्देभारत गाड़ियाँ चल रही है। वहीं एर्नाकुलम के लिए यह दूसरी वन्देभारत गाड़ी रहेंगी। मंगलुरु से तिरुवनंतपुरम के बीच चलनेवाली वन्देभारत गाड़ी एर्नाकुलम होकर चलती है।

26651/52 क्रांतिवीर सांगोळी रायन्ना बंगलुरू – एर्नाकुलम – क्रांतिवीर सांगोळी रायन्ना बंगलुरू वन्देभारत एक्सप्रेस सप्ताह में छह दिन

26651 बंगलुरू एर्नाकुलम वन्देभारत एक्सप्रेस बंगलुरू से सप्ताह में छह दिन प्रत्येक बुधवार को छोड़कर प्रातः 5:10 पर रवाना होकर दोपहर 13:50 पर एर्नाकुलम पहुँचेंगी वापसी में 26652 एर्नाकुलम बंगलुरू वन्देभारत एक्सप्रेस सप्ताह में छह दिन प्रत्येक बुधवार को छोड़कर दोपहर 14:20 को एर्नाकुलम से रवाना होकर रात 23:00 बजे बंगलुरू पहुँचेंगी।

स्टोपेजेस : क्रांतिवीर सांगोळी रायन्ना बंगलुरू, कृष्णराजापुरम, सालेम, इरोड, तिरुप्पुर, कोयम्बटूर, पालक्कड़, थ्रिशुर, एर्नाकुलम

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‘पैसेंजर होल्डिंग एरिया’ नियोजन का उत्कृष्ट परिणाम देखते हुए रेल विभाग इसका 76 स्टेशनोंमें विस्तार करेगा।

30 अक्टूबर 2025, गुरुवार, कार्तिक, शुक्ल पक्ष, अष्टमी, विक्रम संवत 2082

त्यौहारों में यात्री भीड़ के नियोजन हेतु निर्मित पैसेंजर्स होल्डिंग एरिया अर्थात यात्री धारण कक्षोंका उत्कृष्ट परिणाम देखते हुए रेल विभाग भारत भर में 16 क्षेत्रीय रेलवे के 76 स्टेशनोंपर विस्तार करने जा रहा है। यह सभी धारण कक्ष आगामी त्यौहारों की भीड़ से पहले निर्मित किए जाएंगे। सूची निम्नलिखित है,

मध्य रेल CR : मुम्बई छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, दादर, लोकमान्य तिलक टर्मिनस, पुणे, नागपुर, नाशिक रोड (6 स्टेशन)

पूर्व रेल ER : हावड़ा, सियालदह, आसनसोल, भागलपुर, जसीडीह (5 स्टेशन)

पूर्व मध्य ECR : पटना, दानापुर, मुजफ्फरपुर, गया, दरभंगा, पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (6 स्टेशन)

पूर्व तटीय रेलवे ECoR : पुरी, भुबनेश्वर, विशाखापत्तनम (3 स्टेशन)

उत्तर रेलवे NR : नई दिल्ली, आनंदविहार टर्मिनस, हज़रत निजामुद्दीन, दिल्ली, गाज़ियाबाद, हरिद्वार, जम्मूतवी, श्री माता वैष्णो देवी कटरा, लुधियाना, लखनऊ, वाराणसी, अयोध्या धाम (12 स्टेशन)

उत्तर मध्य रेल NCR : आगरा कैंट, मथुरा, वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी, कानपुर (4 स्टेशन)

पूर्वोत्तर रेलवे NER : गोरखपुर, बनारस, छपरा, लखनऊ जंक्शन (4 स्टेशन)

पूर्वसीमान्त रेलवे NEFR : गुवाहाटी, कटिहार (2 स्टेशन)

उत्तर पश्चिम रेलवे NWR : जयपुर, गांधीनगर जयपुर, अजमेर, जोधपुर, रींगस (5 स्टेशन)

दक्षिण रेलवे SR : पुरुच्ची थलाइवार डॉ. एम जी रामचन्द्रन चेन्नई सेंट्रल, चेन्नई एगमोर, कोयम्बटूर, एर्नाकुलम जंक्शन (4 स्टेशन)

दक्षिण मध्य रेलवे SCR : सिकन्दराबाद, काचेगुड़ा, विजयवाड़ा, तिरुपति, गुंटूर, राजामुंदरी (6 स्टेशन)

दक्षिण पूर्व रेलवे SER : शालीमार, टाटानगर, राँची (3 स्टेशन)

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे SECR : रायपुर (1 स्टेशन)

दक्षिण पश्चिम रेल SWR : सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया टर्मिनस बेंगलुरु, कृष्णराजापुराम, यशवन्तपुर, मैसूरु (4 स्टेशन)

पश्चिम रेलवे WR : मुम्बई सेंट्रल, बान्द्रा टर्मिनस, सूरत, उधना, वडोदरा, अहमदाबाद, उज्जैन, सीहोर (8 स्टेशन)

पश्चिम मध्य रेल WCR : भोपाल, जबलपुर, कोटा (3 स्टेशन)

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मध्य रेल की पूर्वघोषित कुछ विशेष गाड़ियाँ अब रद्द की जा रही है।

30 अक्टूबर 2025, गुरुवार, कार्तिक, शुक्ल पक्ष, अष्टमी, विक्रम संवत 2082

मध्य रेल प्रशासन ने अपनी पूर्वघोषित नौ जोड़ी गाड़ियोंके कुल 76 फेरों का परिचालन रद्द करने की सूचना जारी की है। इस रद्दीकरण का कारण उक्त गाड़ियोंमें यात्रिओं द्वारा बुकिंग का न करना बताया जा रहा है। गौरतलब यह है, उक्त मार्गों की नियमित गाड़ियोंमें अभी भी आरक्षण नहीं मिल पा रहा है और वही रेल प्रशासन बता रही है, विशेष गाड़ियाँ खाली चलने की वजह से रद्द की जा रही है।

यात्रिओंके के विशेष गाड़ियोंके प्रति निरुत्साह का सही कारण यह है, इनका समयसारणी के अनुसार न चलना। रेल नियमावली में यात्री के गाड़ी के चढ़ने के स्टेशन पर यदि गाड़ी अपने समय से तीन घण्टे से ज्यादा देरी से चल रही है तो उसे अपने आरक्षण बुकिंग के रद्दीकरण में पूर्ण धनवापसी मिलती है। विशेष गाड़ियोंके परिचालन को देखते हुए यह सहज है, की यात्री अपनी रेल यात्रा के लिए अन्तिम पर्याय के तौर पर इन्हें चुनता है। उसमे भी गाड़ियाँ कई घण्टो देरी से चलने की वजह से उनमें ढेरों आरक्षण भी रद्द किए जाते है। दूसरा अनारक्षित बुकिंग में यात्री पर किसी विशिष्ट गाड़ी में सवार होने का बन्धन नही रहता अतः इन गाड़ियोंमे अनारक्षित सवारियोंकी गिनती रेल प्रशासन के मायने नही रखती। खैर, आप रद्द की गई गाड़ियोंकी सूची समझिए।

1: 01209/10 नागपुर हड़पसर नागपुर साप्ताहिक विशेष के 6 फेरे

2: 01207/08 नागपुर समस्तीपुर नागपुर साप्ताहिक विशेष के 4 फेरे

3: 01403/04 पुणे अमरावती पुणे साप्ताहिक विशेष के 4 फेरे

4: 01201/02 नागपुर हड़पसर नागपुर द्विसाप्ताहिक विशेष के 8 फेरे

5: 02139/40 लोकमान्य तिलक टर्मिनस नागपुर लोकमान्य तिलक टर्मिनस साप्ताहिक सुपरफास्ट विशेष के 4 फेरे

6: 01007/08 लोकमान्य तिलक टर्मिनस लातूर लोकमान्य तिलक टर्मिनस साप्ताहिक विशेष के 6 फेरे

7: 01417/18 छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस कोल्हापुर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस साप्ताहिक विशेष के 4 फेरे

8: 01451/52 कोल्हापुर कलबुर्गी कोल्हापुर सप्ताह में पाँच दिवसीय विशेष के 24 फेरे

9: 01429/30 लातूर हड़पसर लातूर सप्ताह में चार दिवसीय विशेष के 16 फेरे

तिथियोंको जानने के लिए निम्नलिखित परिपत्र देखे,

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विशेष गाड़ियोंकी ‘अतिविशिष्ट’ सेवा!

29 अक्टूबर 2025, बुधवार, कार्तिक, शुक्ल पक्ष, अष्टमी, विक्रम संवत 2082

जैसे ही छुट्टियाँ, त्यौहार आते है, हमारा रेल विभाग विशेष गाड़ियोंको लेकर सक्रिय हो जाता है। अलग अलग व्यस्ततम रेल मार्ग छांटे जाते है और गाड़ियाँ घोषित कर दी जाती है। यात्री बेचारे जो नियमित गाड़ियोंमें अग्रिम आरक्षण नहीं कर पाते, इन विशेष सेवाओंके घोषित होने की प्रतीक्षा करते रहते है, उन्हें भी राहत की साँस आती है। चलो, एक और विकल्प उपलब्ध हुवा।

लेकिन क्या वाकई में यह विशेष सेवाएं यात्री के लिए अच्छा बेहतर पर्याय है? मेरा ख़्याल है, नही! यह वो पर्याय है, जिसे यात्री एक बार उपयोग कर लें तो दोबारा उसे एकदम अन्तिम विकल्प पर रखना चाहेगा। आप त्यौहारों के किसी भी दिन की ट्रेन्स पोजिशन जाँच लीजिए, ‘0’ क्रमांक से चलने वाली यह विशेष गाड़ियाँ आपको बेहिसाब देरी से चलती दिखाई देंगी। इसकी वजह है, इनका अनशेड्यूल्ड रहना। अनशेड्यूल्ड का अर्थ है, नियमित समयसारणी में सम्मिलित यात्री गाड़ियोंके अलावा चलाई गई गाड़ियाँ। इन गाड़ियोंकी समयसारणी बनी तो रहती है, मगर उन्हें रेल परिचालन में कतई प्राथमिकता (प्रायोरिटी) नही दी जाती। जो यह गाड़ी दो-तीन घण्टे पिछड़ गई तो समझ लीजिए की 2-3 से कब 12-13 घण्टे पिछड़ जाएगी आपको पता ही नही चलेगा।

अब यात्रिओंकी दिक्कत यह है, की नियमित गाड़ियोंमें आरक्षण पहले ही फुल्ल हो जाते है और यात्रा तो करना अनिवार्य है। मरता क्या न करता, ले लेते विशेष गाड़ियोंके आरक्षण। कमाल की बात यह है, अमूमन पुराने कोच, गाड़ियोंमें ऑन बोर्ड चेकिंग स्टाफ़, एमिनिटी स्टाफ का न रहना, खान-पान का कोच पेंट्रीकार नही रहना मगर किराए नियमित किरायोंसे तीस से चालीस प्रतिशत ज्यादा। जवाबदेही के मामलों में भी रेल ऍप से इन गाड़ियोंको नदारद पाया जाता है। कई बार तो यह समझ नही आता कि आनेवाली गाड़ी आज की है या बीते कल की। विशेष गाड़ियोंका यह हाल प्रति वर्ष समान रूप से जारी है।

विशेष गाड़ियोंमें यात्री उसकी समयसारणी देख कर आरक्षण कराता है। आरक्षण करना याने उक्त यात्री ने रेल विभाग के साथ उस समयसारणी के अनुसार यात्रा करने का अग्रिम किराया देकर अनुबन्ध किया है और यदि यह गाड़ियाँ बेहिसाब देरी से चल रही है तो क्या यह उस अनुबंध का उल्लंघन, ‘ब्रीच ऑफ कॉन्ट्रेक्ट’ की श्रेणी का अपराध नही है? जिन विशेष गाड़ियोंमें रेल विभाग यात्रिओंके लिए आरक्षण उपलब्ध करवाता है, कमसे कम उनका तो समयपालन ढंग से करना चाहिए। कहते है, जापान में गाड़ी चंद मिनिट भी देरी से चले तो रेल विभाग यात्रिओंसे क्षमा मांगता है। हमारे यहाँ भी आईआरसीटीसी की निजी सेवाओं में देरी से चलने वाली गाड़ियोंके लिए दण्ड के तौर पर यात्री को कुछ मुवावजा देने का प्रावधान किया गया था। लेकिन रेल विभाग के इस तरह के अनियंत्रित कारोबार के मद्देनजर वह बात आई-गई हो गई। विशेष गाड़ियोंको लेकर यदि इस तरह की धनवापसी का कोई प्रावधान होता तो शायद रेल विभाग को लेने के देने पड़ जाते।

रेल विभाग को चाहिए, इन विशेष गाड़ियोंके लिए एक अलग विभाग बनाकर, रेल परिचालन विभाग से उचित समन्वय बनाकर ही इनके समयसारणी की घोषणा करनी चाहिए। विभिन्न क्षेत्र और ढेरों स्टोपेजेस देकर बनाई गई यह गाड़ियाँ परिचालन विभाग के लिए मुसीबत बन जाती है। बजाए इसके की किसी दो मुख्य स्टेशनों को केंद्रित कर नॉनस्टॉप दुरन्तो की तरह तेज सेवाएं चलाना ठीक रहेगा। उदाहरण के तौर पर मुम्बई, पुणे एवं उधना से वाराणसी के बीच सीधी बिना किसी स्टोपेजेस की सेवाएं चल सकती है। इन्ही स्टेशनोंके बीच ज्यादातर यात्रिओंकी माँग रहती है। आगे इन स्टेशनोंके आसपास जोड़ने वाली कम अन्तर की कनेक्टिंग गाड़ियाँ जैसे वाराणसी से पटना या अन्य माँग वाले स्टेशनोंके बीच इन्टरसिटी टाइप गाड़ियाँ चल सकती है।

रेल विभाग को बिना किसी आपदा के, मार्ग में बारह, पंधरह घण्टे देरी से चलती यह विशेष गाड़ियाँ दिखाई देना लांछनास्पद नही लगता? जरा इन गाड़ियोंमें यात्रा कर रहे यात्रिओंको देखें, प्रीमियम किराए देकर बेचारे बेहाल, बदहाल रेल यात्राएं करते है। रेल प्रशासन को इन विशेष गाड़ियोंके परिचालन पर गम्भीरता से विचार करना आवश्यक है।