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नई गाड़ी : बान्द्रा – बीकानेर – बान्द्रा साप्ताहिक सुपरफास्ट

21 मई 2025, बुधवार, जेष्ठ, कृष्ण पक्ष, नवमी, विक्रम संवत 2082

21903/04 बान्द्रा टर्मिनस – बीकानेर – बान्द्रा टर्मिनस साप्ताहिक सुपरफास्ट

21903 सुपरफास्ट बान्द्रा टर्मिनस से प्रत्येक सोमवार को रात 23:25 पर निकल कर मंगलवार शाम 20:40 को बीकानेर पहुँचेंगी। वापसी में 21904 सुपरफास्ट बीकानेर से प्रत्येक बुधवार को सुबह 8:50 को रवाना होकर, गुरुवार की सुबह 6:45 पर बान्द्रा टर्मिनस पहुँचेंगी।

स्टोपेजेस : बोरीवली, वापी, सूरत, भरुच, वडोदरा, आणंद, नड़ियाद, साबरमती, मेहसाणा, पालनपुर, अबु रोड, फालना, पाली मारवाड़, मारवाड़ जंक्शन, जोधपुर, मेड़ता रोड, नागौर, नोखा, देशनोक

कोच संरचना : 18 वातानुकूलित थ्री टियर इकोनॉमी, 02 वातानुकूलित चेयर कार, 02 जनरेटर कार कुल 22 LHB कोच

संक्षिप्त समयसारणी :

चूँकि यह नई गाड़ी 12247/48 बान्द्रा निजामुद्दीन बान्द्रा युवा एक्सप्रेस से रैक से लिंक की जा रही है। अतः इसका नियमित फेरा दिनांक 26 मई से शुरू होने की संभावनाएं है। फिलहाल कल दिनांक 22 मई को इस गाड़ी का बीकानेर से 04707 क्रमांक से  शुभारम्भ फेरा नियोजित किया गया है, उसकी समयसारणी निम्नलिखित है,

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नई वन्देभारत : श्रीनगर से श्री माता वैष्णो देवी कटरा के बीच चलेंगी।

01 अप्रैल 2025, मंगलवार, चैत्र, शुक्ल पक्ष, चतुर्थी, विक्रम संवत 2082

कश्मीर अब सीधे रेल मार्ग से जुड़ने जा रहा है। खूबसूरत वादियोंमे अब रेल की सिटी गूंजेंगी। देश का बहुप्रतीक्षित सपना, रेल द्वारा कश्मीर दर्शन जल्द ही पूरा होने जा रहा है।

Courtesy by https://t.me/MeghUpdates

खबर है, माननीय प्रधानमंत्री मोदी, दिनांक 19 अप्रैल को श्री माता वैष्णो देवी कटरा से श्रीनगर के बीच दो जोड़ी वन्देभारत गाड़ियोंका उद्धाटन करेंगे।

उक्त गाड़ियोंकी प्रस्तवित समयसारणी निम्नप्रकार है,

चूँकि अभी जम्मूतवी स्टेशन के यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य जारी है, आठ यह दोनों वन्देभारत गाड़ियाँ फिलहाल कटरा एवं श्रीनगर के बीच चलाई जाएंगी। रेल मुख्यालय द्वारा उपरोक्त गाड़ियोंकी विस्तृत जानकारी एवं अधिकृत गाड़ी क्रमांक, समयसारणी जल्द ही जारी की जाएंगी।

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रेल विभाग की अमर्याद अनारक्षित टिकट बिक्री, यात्रिओंकी जान की आफत बन रही है।

21 जनवरी 2025, मंगलवार, माघ, कृष्ण पक्ष, सप्तमी, विक्रम संवत 2081

आज भुसावल मण्डल में लखनऊ मुम्बई पुष्पक एक्सप्रेस में एक भीषण दुर्घटना हुई। गाड़ी में आग लगने की अफवाह उड़ी और अन्दर बैठे किसी यात्रीने ख़तरे की जंजीर खींच कर गाड़ी को खड़ा कर दिया। अनारक्षित कोच जिसकी यात्री क्षमता सौ यात्रिओंकी रहती है, जिसमे अमूमन दुगुने, तिगुने यात्री यात्रा करते है, गाड़ी के रुकते ही टपाटप कर गाडीसे उतर गए और सामने की पटरी पर खड़े हो गए। सामने की पटरी पर भुसावल की ओर जाने वाली सुपरफास्ट गाड़ी आ रही थी, जिसकी चपेट में अनिभिज्ञ यात्री आ गए। हादसे में करीबन चालीस से पचास यात्री जख्मी और बारह यात्रिओंकी जान चली गई ऐसी ख़बर है।

क्यों होते है ऐसे अबूझ, अकल्पनीय हादसे? क्या यात्रिओंको गाड़ी से बाहर ज्यादा सुरक्षित लग रहा था? क्या सचमुच गाड़ी में आग लगी थी या महज किसी मनचलों ने मखौल, मस्ती की थी?

दरअसल प्लेटफार्म पर भगदड़, चलती गाड़ी से गिर जाना या इस तरह अफवाह फैलाकर यात्रिओंको भरमाना यह सब की जड़ रेल विभाग में चल रही अमर्याद अनारक्षित टिकट बिक्री है।

आजकल प्रत्येक लम्बी दूरी की मेल/एक्सप्रेस/सुपरफास्ट गाड़ियोंमे कोच संरचना का मानक तय किया गया है, जिसमे चार कोच अनारक्षित, छह कोच स्लिपर और अन्य उच्च वर्गीय वातानुकूल कोच लगाए जा रहे है। केवल साढ़े चार अनारक्षित कोच जिसमे आधा यात्री कोच एसएलआर होता है, जिनकी कुल यात्री संख्या हुई LHB गाड़ी में 440 और ICF गाड़ी में 400।

अब इन गाड़ियोंमे यह अनारक्षित कोच अपने प्रारम्भिक स्टेशन से ही बेतहाशा भर जाते है। बेतहाशा का अर्थ है, कमसे कम दुगुने भर जाते है। मार्ग पर रुकने वाले प्रत्येक स्टेशन को अनारक्षित टिकट जारी करने पर किसी तरह का कोई प्रतिबन्ध नही है। वहाँ से कुछ न कुछ अनारक्षित यात्री इन कोचों में यात्री संख्या बढाते ही चलते है। मात्र 4 – 6 स्टोपेजेस में इन कोच की हालत यात्रिओंके ठूँसे जाने की अवस्था मे होती है। इन कोचों में यात्रा कर रहे यात्रिओंकी सारी सुरक्षा केवल ‘रामभरोसे’ है। पता नही कब कोई मनचला कुछ अफवाह फैला दे और यात्री जो बेचारा अपनी जान मुठ्ठी में बांध यात्रा कर रहा है, गाड़ी से कूद पड़े। 😢

हमने पीछे भी इस समस्या को अपने लेखों द्वारा उजागर किया है।

रेल विभाग को यह अमर्याद अनारक्षित टिकट बिक्री को संतुलित करना होगा। इस पर कारगर उपाय है –

संक्रमण काल मे द्वितीय श्रेणी के अनारक्षित टिकटोंपर रोक लगाई गई थी। सभी द्वितीय श्रेणी अनारक्षित टिकट को आरक्षित 2S में बदल दिया गया था। इससे केवल आरक्षित एवं अधिकृत यात्री ही यात्रा कर सकते थे। साथ ही कोच की यात्री क्षमता अनुसार ही टिकटों का आबंटन किया जा रहा था।

माना की वह अलग एवं प्रतिबंधित काल की योजना थी। मगर अब भी इस प्रकार कुछ प्रतिबन्ध लगाए जा सकते है।

जैसे की,

200 किलोमीटर से ज्यादा अंतर का अनारक्षित टिकट बिक्री तत्काल रूप से बन्द की जाए।

200 किलोमीटर से ज्यादा अंतर के प्रत्येक टिकट को आरक्षित स्वरूप में 2S श्रेणी की तरह बेचा जाए। जिससे यात्री क्षमता से ज्यादा यात्री अनारक्षित स्वरूप में द्वितीय श्रेणियों में यात्रा न कर पाए।

1000 किलोमीटर से ज्यादा अन्तर चलनेवाली सभी गाड़ियोंको पुर्णतः आरक्षित गाड़ियोंमे बदला जाए। अर्थात इन गाड़ियोंके सभी द्वितीय श्रेणी कोच में 2S श्रेणी की टिकट बुकिंग की जाए।

ज्यादा अनारक्षित टिकिट बुकिंग क्षेत्र के मार्ग पर  दिन भर की अवधि में कमसे कम चार जोड़ी अनारक्षित डेमू/मेमू/इंटरसिटी गाड़ियाँ चलें यह सुनिश्चित किया जाए।

अनारक्षित टिकट का पुनर्मूल्यांकन किया जा सकता है। कई मार्गोंपर स्थानीय रोडवेज के यात्री टिकटों के मूल्य रेल टिकटोंसे लगभग चार से पांच गुना महंगे है। ऐसी स्थिति मे रेल गाड़ियोंमे यात्रिओंकी बेशुमार भरमार होना सहज बात है।

रेल आरक्षण में द्वितीय श्रेणी के 2S आरक्षण की अवधि को केवल एक सप्ताह, सात दिन एवं स्लिपर क्लास की अवधि को एक माह, तीस दिनोंतक तक सीमित किया जाए। ताकि ताबड़तोड़ यात्रा करनेवाले यात्रिओंको टिकट आरक्षित करने का अवसर मिले।

रेल विभाग की चार्टर्ड ट्रेन सुविधा ‘FTR’ को सुलभ एवं सरल किया जाए और अमूमन प्रत्येक जंक्शन स्टेशन पर इस सबन्ध में जानकारी हेतु पत्रक लगाए जाए।

वन्देभारत प्रीमियम रेल गाड़ियोंकी तर्ज़ पर पाँचसौ किलोमीटर अन्तर में परिचालित ग़ैरवातानुकूलित तेज इंटरसिटी गाड़ियोंको आवश्यकता नुसार चिन्हित किया जाए।

भारतीय रेल हम भारतीयों के लिए हमारा अत्यावश्यक राष्ट्रीय परिवाहन है और अब इसमें जरूरी बदलाव की बेहद आवश्यकता है।

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मध्य रेल की उपनगरीय गाड़ियोंके परिचालन में बदलाव : हो सकता है, मुम्बई छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पर नई गाड़ियोंके ‘टाइम स्लॉट्स’ बनाए जा रहे।

02 अक्टूबर 2024, बुधवार, भाद्रपद, कृष्ण पक्ष, अमावस्या, विक्रम संवत 2081

मध्य रेल की मुम्बई उपनगरीय मुख्य मार्ग की कुछ गाड़ियोंमे, समय एवं टर्मिनल स्टेशन में दिनांक 05 अक्टूबर से बदलाव किए जा रहे है। यह बदलाव मुख्यत्वे निम्नलिखित है,

1: दादर स्टेशनपर प्रारम्भ/समाप्त होने वाली 24 गाड़ियोंका परेल तक विस्तार किया जाएगा।

2: ठाणे स्टेशनपर प्रारम्भ/समाप्त होने वाली 06 गाड़ियोंका कल्याण तक विस्तार किया जाएगा।

3: छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस की व्यस्तता को कम करने हेतु ग्यारह जोड़ी तेज गति की उपनगरीय गाड़ियोंको दादर से प्रारम्भ/समाप्त किया जाएगा।

4: 09 उपनगरीय गाड़ियोंके गाड़ी क्रमांक एवं समयसारणी बदली जाएगी।

5: 10 उपनगरीय सेवाओं के प्रारम्भिक/गंतव्य स्टेशन में बदलाव हो रहा है।

6: मुम्बई छ शि ट से अब कर्जत के लिए आखरी सेवा (S-1) 0:12 को रहेगी।

7: मुम्बई छ शि ट से अब कसारा के लिए आखरी सेवा (N-1) 0:08 को रहेगी।

8: व्यस्त समय की दो सेवाओं को कळवा एवं मुम्ब्रा में ठहराव दिया गया।

A-20 कळवा 8:56

AN-8 मुम्ब्रा 9:23

BL-41 कळवा 19:29

TL-47 मुम्ब्रा 19:47

समयसारणी के बदलाव,

जानकार सूत्रों का कहना है, यह व्यवस्था हो सकता है, लम्बी दुरी की प्रीमियम गाड़ियोंके लिए जगह बनाने हेतु कुछ उपनगरीय गाड़ियोंको मुम्बई छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से दादर, परेल इन स्टेशनोंपर ‘शिफ्ट’ किया गया है। जहाँतक मानना है, कोल्हापुर – पुणे वन्देभारत को मुम्बई तक विस्तार की पुरजोर माँग है और इसके साथ ही वन्देभारत के एक रैक को भुसावल – मनमाड़ के बीच फेरे लगाते देखा गया है तो इससे शेगाव – मुम्बई वन्देभारत की आशा भी बलवान होती दिखाई दे रही है। दरअसल किसी एक प्रीमियम गाडी के परिचालन हेतु आगे-पीछे की दस गाड़ियोंकी समयसारणी बाधित होती है।

खैर, यह तो अटकलें है, मगर अब रेल प्रशासन की अगली घोषणा का इंतज़ार है।

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15 सितम्बर को दस नई वन्देभारत गाड़ियोंका शुभारंभ

09 सितम्बर 2024, सोमवार, भाद्रपद, शुक्ल पक्ष, षष्टी, विक्रम संवत 2081

वन्देभारत एक्सप्रेस दस नए मार्ग पर चलने के लिए तैयार है। दिनांक 15 सितम्बर 2024 को निम्नलिखित दस नई वन्देभारत गाड़ियोंका शुभारंभ किया जा रहा है। हालाँकि रेल विभाग की सूचना का अभी इंतज़ार है, मगर शुभारंभ गाड़ियोंके अंदाजन समयसारणी अनौपचारिक रूप से मीडिया में आ चुकी है।

1: नागपुर सिकंदराबाद नागपुर वन्देभारत

2: आगरा कैंट बनारस आगरा कैंट वन्देभारत

3: रायपुर विशाखापट्टनम रायपुर वन्देभारत (यह गाड़ी दुर्ग – विशाखापट्टनम के बीच घोषित है।)

4: गया हावड़ा गया वन्देभारत

5: टाटानगर पटना टाटानगर वन्देभारत

6: ब्रम्हपुर टाटानगर ब्रम्हपुर वन्देभारत

7: बैद्यनाथ धाम वाराणसी बैद्यनाथ धाम वन्देभारत

8: राउरकेला हावड़ा राउरकेला वन्देभारत

9: भागलपुर हावड़ा भागलपुर वन्देभारत

10: पुणे हुब्बाली पुणे वन्देभारत

साथ ही वाराणसी नई दिल्ली वन्देभारत गाड़ी को ने 20 कोच के रैक से चलाया जाएगा। इससे इस गाड़ी की यात्री क्षमता में बढ़ोतरी होगी।

रेल विभाग द्वारा यथोचित समयपर इन गाड़ियोंकी विस्तृत समयसारणी आएगी तब हम उसे आपके लिए प्रस्तुत करेंगे।