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नई गाड़ियाँ : दो जोड़ी वन्देभारत और नई मडगांव – बान्द्रा द्विसाप्ताहिक एक्सप्रेस

27 अगस्त 2024, मंगलवार, भाद्रपद, कृष्ण पक्ष, नवमी, विक्रम संवत 2081

बहुत अन्तराल के बाद फिर नई वन्देभारत गाड़ियाँ चलने का सिलसिला शुरू होने जा रहा है। इसी कड़ी में सबसे पहले दक्षिण रेल ने बाज़ी मारी है।

20627/28 चेन्नई एग्मोर नागरकोईल चेन्नई एग्मोर सप्ताह में छह दिवसीय परिचालित वन्देभारत एक्सप्रेस

यह 16 यात्री कोच की गाड़ी, दोनों ही दिशाओंसे प्रत्येक बुधवार छोड़, बचे छह दिन चलेगी।

चेन्नई एग्मोर से नागरकोईल के बीच यह गाड़ी तम्बाराम, विल्लुपुरम, तिरुचिरापल्ली, डिंडीगुल, मदुरै, कोविलपट्टी, तिरुनेलवेली स्टेशनोंपर रूकेगी।

20671/72 मदुरै बेंगलुरु कैंट मदुरै सप्ताह में छह दिवसीय परिचालित वन्देभारत एक्सप्रेस

यह 08 यात्री कोच की गाड़ी, दोनों ही दिशाओंसे प्रत्येक मंगलवार छोड़, बचे छह दिन चलेगी।

मदुरै बेंगलुरु कैंट के बीच चलनेवाली यह गाड़ी, डिंडीगुल, तिरुचिरापल्ली, करूर, नामक्कल, सेलम, कृष्णराजापुरम स्टेशनोंपर रूकेगी।

10116/15 मडगांव बान्द्रा टर्मिनस मडगांव द्विसाप्ताहिक एक्सप्रेस

11016 मडगांव बान्द्रा टर्मिनस एक्सप्रेस प्रत्येक मंगलवार एवं गुरुवार को मडगांव से सुबह 7:40 को चलेगी और वापसी में 11015 बान्द्रा टर्मिनस मडगांव एक्सप्रेस प्रत्येक बुधवार एवं शुक्रवार को बांद्रा टर्मिनस से सुबह 6:50 को रवाना होगी।

स्टोपेजेस : मडगांव, करमाली, थिविम, सावंतवाड़ी रोड, सिंधुदुर्ग, कणकवली, रत्नागिरी, चिपलूण, वीर, रोहा, पनवेल, भिवंडी रोड, वसई रोड, बोरीवली एवं बान्द्रा टर्मिनस

कोच संरचना : 01 वातानुकूल टू टियर, 03 वातानुकूल थ्री टियर, 02 वातानुकूल थ्री टियर इकोनॉमी, 08 स्लिपर, 04 द्वितीय साधारण, 01 जनरेटर वैन, 01 एसएलआर कुल 20 LHB कोच

उपरोक्त तीनों गाड़ियाँ रेल मुख्यालय से अनुमतिप्राप्त है और सम्बंधित क्षेत्रीय रेल उन्हें जल्द ही शुरू करने जा रही है।

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यात्री रेल गाड़ियाँ वर्गीकृत होंगी।

10 अगस्त 2024, शनिवार, श्रावण, शुक्ल पक्ष, षष्टी, विक्रम संवत 2081

मित्रों, बीते दिनों आरक्षित कोच में अनाधिकृत यात्रिओंकी जबरन घुसपैठ के चलते न सिर्फ यात्री परेशान हो गए थे अपितु ड्यूटी स्टाफ़ भी हैरान हो रहे थे। अनारक्षित यात्री सीधे ही किसी भी आरक्षित कोच में सवार होना शुरू हो गए थे और रेल प्रशासन इससे हतप्रभ हो गया था। रेलवे के ट्विटर हैंडल्स पर रोजाना शिकायतोंके ढेर लग रहे थे। लोग अपने खचाखच भरे आरक्षित कोचों की वीडियो, तस्वीरें जोड़ते थे।

इस स्थिती से उबरने के लिए रेल प्रशासन ने अपने पुराने नियमावली पर कड़ाई बरतना शुरू किया। प्रतिक्षासूची टिकट धारक को अब आरक्षित कोच में पाए जाने पर दण्डित किया जाने लगा और साथ ही उसे अगले स्टेशन पर साधारण कोच में यात्रा करने की सलाह दी जाती थी। इसके साथ ही रेल प्रशासन ने अपनी प्रत्येक मेल/एक्सप्रेस एवं सुपरफास्ट श्रेणी की सर्वसाधारण गाड़ियोंमे अनिवार्य रूप से 4 से 6 साधारण कोच जोड़ने की घोषणा कर दी।

इससे आगे जाकर अब रेल प्रशासन एक नई सोच पर विचार कर रही है। गाड़ियोंका श्रेणियोंमे वर्गीकरण, इसका अर्थ है प्रत्येक गाड़ी में सभी श्रेणी के कोच का न रहना। मित्रों, आप को शायद याद होगा, हम कई दिनोंसे इस बात पर जोर देते आ रहे थे। अब वह होने जा रहा है।

बोर्ड स्तर पर ऐसी चर्चा है, अब वन्देभारत, अमृतभारत श्रेणी में ही नई गाड़ियाँ बढाई जाएंगी।इसमे भी वर्गीकृत वन्देभारत, अमृतभारत ट्रेन्स के प्रस्ताव पर पुरजोर किया जा रहा है।

वातानुकूल श्रेणी :  वन्देभारत एवं वन्देभारत स्लिपर गाड़ियाँ

ग़ैरवातानुकूलित श्रेणी : अमृतभारत – पूर्णतः आरक्षित स्लिपर एवं 2S

ग़ैरवातानुकूलित श्रेणी : अमृतभारत – पूर्णतः अनारक्षित

शायद इस तरह यह कोच संरचना आनेवाले दिनोंमें रह सकती है।