Uncategorised

शून्याधारित समयसारणी, ZBTT की बलि चढ़ी, सह्याद्री एक्सप्रेस और पुणे पनवेल पुणे गाड़ी, नही चलेगी।

मध्य रेल क्षेत्रीय रेल उपभोक्ता समिती की 123 बैठक सम्पन्न हुई। उस दौरान सहभागी ‘मुम्बई रेल प्रवासी संघ’ द्वारा कुछ मांगे रखी गयी थी। उक्त माँगोपर रेल प्रशासन द्वारा उत्तर दिया गया है और वह पत्र सोशल मीडिया में आया है। यात्रिओंकी और यात्री उपभोक्ता संघ के पुरजोर और आवश्यक माँगोपर रेल प्रशासन की भूमिका किस तरह की रहती है यह आम यात्रिओंके भी तो समझ आये?

पत्र में क्रमवार मांगे और उसपर रेल प्रशासन का उत्तर दिया गया है।

मांग थी, मुम्बई कोल्हापुर के बीच प्रतिदिन चलनेवाली सह्याद्री एक्सप्रेस और 51317/18 पुणे पनवेल के बीच चलनेवाली सवारी गाड़ी को पुनर्स्थापित किया जाय। इस मांग को रेल प्रशासन ने सिरे से खारिज कर दिया और कोरा जवाब दिया की शून्याधारित समयसारणी कार्यक्रम के तहत यह दोनों ही गाड़ियोंका परिचालन रद्द कर दिया गया है। शून्याधारित समयसारणी में सभी ऐसी गाड़ियाँ जिनका यात्रीभार अपेक्षाकृत नही है या ऐसे स्टेशन जहाँ यात्री संख्या अपेक्षासे कम है उन्हें बन्द, रद्द किया गया है।

गौरतलब यह है, सह्याद्री एक्सप्रेस हो या पुणे पनवेल पुणे सवारी हो, यात्रिओंके बीच कितनी लोकप्रिय रही है यह धरातल पर यात्रिओंके बीच रहनेवाले यात्री संघ के सदस्य बेहतर जानते है।

आगे कल्याण जंक्शन की रिमॉडलिंग की मांग औऱ ठाणे – दिवा के बीच 5 वी और छठी लाइन का यथायोग्य उपयोग के लिए यात्री संघ आग्रही था, जिसमे रेल प्रशासन ने उपरोक्त विषय की तान्त्रिक समस्याएं सामने रखी और MUTP के तहत यह कार्य आगे बढ़ेंगे कह अपना पल्ला झाड़ लिया।

जहाँ तक गाड़ियाँ चलवाने में यात्री भार की कमी रहने का कारण किसी के भी समझ से परे है। शून्याधारित समयसारणी का कार्यक्रम जब पूरी तरह से लागू नही हो जाता तब तक इस ZBTT अर्थात शून्याधारित समयसारणी प्रोग्राम जो सम्पूर्ण भारतीय रेलवे के लिए तैयार किया गया है, उसकी उपयोगिता आम यात्रिओंके समझ मे नही आयेगी और रेल प्रशासन के आला अधिकारी गण भी इसे पूरी तरह आम यात्रिओंके सामने रखने में असमर्थ है।

खैर, एक राहत की खबर यह है की रेल प्रशासन अपनी नियमित समयसारणी 01 अक्टूबर से जारी करनेवाला है और नियमित समयसारणी के जारी होने के बाद शून्याधारित समयसारणी पर बहुतसा चित्र यात्रिओंके सामने स्पष्ट हो जाएगा।

Leave a comment