29 जून 2025, रविवार, आषाढ़, कृष्ण पक्ष, चतुर्थी, विक्रम संवत 2082
भारतीय रेल अपनी रेल आरक्षण प्रणाली में उन्नत बदलाव करते जा रही है। हाल ही में टिकट अपग्रेडेशन की प्रणाली को सुनियोजित किया गया है। अब 01 जुलाई 2025 से रेल आरक्षण की तत्काल टिकट प्रणाली में घोषित किए गए बदलाव लागू होने जा रहे है। इसके बाद लगभग जुलाई के अंतिम सप्ताह में तत्काल टिकट को ‘आधार’ या किसी अन्य सरकारी वैधता प्राप्त पहचान पत्र (आई डी) जो की व्यक्ति के डिजिलॉकर ऍप पर सुरक्षित की गई है, उससे OTP से प्रमाणित कर, तत्काल आरक्षण प्राप्त किया जा सकेगा।
आरक्षित यात्रिओंकी चार्टिंग अब तक गाड़ी के प्रस्थान समय से चार घण्टे पहले की जाती थी, जिसे अब चार की जगह आठ घण्टे पहले किया जाएगा। इससे दूरदराज के गांवों से अन्य यातायात का उपयोग कर रेल में यात्रा करने हेतु रेलवे स्टेशनोंपर पहुंचने वाले यात्रिओंको बड़ी सुविधा होगी। वेटिंग लिस्ट टिकट कन्फ़र्म नही होने की स्थिति में वह अपनी यात्रा का नियोजन व्यवस्थित कर पायेंगे। बदली हुई चार्टिंग व्यवस्था चरणबद्घ तरीकेसे लागू की जाएगी।
वर्ष के अंत भाग तक रेल आरक्षण प्रणाली का विस्तार किया जाएगा। फिलहाल करीबन 32,000 टिकट प्रति मिनट की गति तकरीबन डेढ़ लाख टिकट प्रति मिनट तक बढाई जाएगी। आरक्षण पूछताछ जो लगभग 40,000 प्रति मिनट की जाती है उसकी क्षमता लगभग चार लाख प्रति मिनट की जाएगी। इस व्यवस्था में यात्रिओंको खाली रही बर्थ, सीट्स में सेअपने आसन चुनने का अधिकार दिया जाएगा।
इसी संदर्भ में प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो के द्वारा निम्नलिखित सूचना जारी की गई है,
नई यात्री आरक्षण प्रणाली प्रति मिनट डेढ़ लाख से अधिक रेल टिकट जारी करने में सक्षम होगी, जो एक मिनट में 32000 टिकटों की वर्तमान क्षमता का लगभग पांच गुना है, यह प्रणाली वर्ष के अंत तक तैयार हो जाएगी।
यात्री सुविधा और स्मार्ट टिकटिंग पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारतीय रेलवे यात्री आरक्षण प्रणाली को बहुभाषी बनाएगी।
यात्रा को लेकर अनिश्चितता में सुधार के लिए रेल मंत्रालय वेटलिस्टेड टिकटों के एडवांस चार्टिंग को जल्द लागू करेगा, दोपहर 2 बजे से पहले रवाना होने वाली ट्रेनों के लिए पिछले दिन रात 9 बजे तक चार्ट तैयार किया जाएगा।
तत्काल बुकिंग में आधार या सरकारी आईडी के माध्यम से व्यापक प्रमाणीकरण होगा जो डिजिलॉकर से जुड़ा होगा ताकि सुरक्षा और पारदर्शिता बढ़े
नई पीआरएस प्रणाली में टिकट पूछताछ क्षमता दस गुना बढ़कर – 4 लाख से 40 लाख प्रति मिनट हो जाएगी
भारतीय रेलवे संपूर्ण यात्रा अनुभव को यात्री-केंद्रित बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। रेलवे के साथ एक यात्री की यात्रा, टिकट आरक्षण करने के चरण से शुरू होती है। रेलवे टिकट बुकिंग को आसान बनाने के लिए कई कदम उठा रहा है।
रेल मंत्री, अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में इन सुधारों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि टिकट प्रणाली स्मार्ट, पारदर्शी, सुलभ और कुशल होनी चाहिए। योजनाओं में यात्रियों की सुविधा पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। यह प्रणाली हमारे यात्रियों के लिए एक सहज और आरामदायक यात्रा अनुभव सुनिश्चित करेगी।
बेहतर और उन्नत चार्टिंग से यात्रा योजनाओं को लेकर निश्चितता होगी
आरक्षित यात्रिओंके आसनोंकी चार्टिंग:
वर्तमान में, ट्रेन के प्रस्थान से चार घंटे पहले आरक्षण चार्ट तैयार किया जाता है। यह यात्रियों के मन में अनिश्चितता पैदा करता है। यात्री जब ट्रेन पकड़ने के लिए पास के क्षेत्र से आते हैं तो यह अनिश्चितता गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है।
इस अनिश्चितता को दूर करने के लिए रेलवे बोर्ड ने प्रस्थान से आठ घंटे पहले आरक्षण चार्ट तैयार करने का प्रस्ताव रखा है। 1400 बजे से पहले प्रस्थान करने वाली ट्रेनों के लिए, चार्ट पिछले दिन ही 2100 बजे तैयार किया जाएगा। रेल मंत्री ने इस प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त की और बोर्ड को इसे चरणों में लागू करने का निर्देश दिया ताकि कोई व्यवधान न हो।
यह कदम प्रतीक्षा सूची टिकट वाले यात्रियों के लिए अनिश्चितताओं को कम करेगा। यात्रियों को प्रतीक्षा सूची की स्थिति के बारे में पहले ही जानकारी मिल जाएगी। यह लंबी दूरी की ट्रेनों को पकड़ने के लिए प्रमुख शहरों के दूरदराज के स्थानों या उपनगरों से यात्रा करने वाले यात्रियों को लाभान्वित करेगा। यह प्रतीक्षा सूची की पुष्टि नहीं होने की स्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए अधिक समय भी प्रदान करेगा।
आधुनिक यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस)
रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने यात्री आरक्षण प्रणाली के अपग्रेडेशन की समीक्षा की। इस परियोजना को पिछले कुछ महीनों से क्रिस (रेल सूचना प्रणाली केंद्र) द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है।
नया उन्नत पीआरएस डिजाइन तेज, लचीला और वर्तमान लोड से दस गुना अधिक भार संभालने में सक्षम है। इससे टिकट बुक करने की क्षमता में काफी वृद्धि होगी। नए पीआरएस से प्रति मिनट 1.5 लाख से अधिक टिकट बुकिंग की सुविधा मिलेगी। यह वर्तमान पीआरएस में 32,000 टिकट प्रति मिनट से लगभग पांच गुना अधिक होगा।
टिकट पूछताछ क्षमता भी दस गुना बढ़ जाएगी, यानी 4 लाख से 40 लाख प्रति एक मिनट में जांच संभव हो सकेगी।
नए पीआरएस में बहुभाषी और उपयोगकर्ता के अनुकूल बुकिंग और पूछताछ इंटरफ़ेस भी है।
नए पीआरएस में, उपयोगकर्ता अपनी पसंदीदा सीट का चयन करने और किराया कैलेंडर देखने में सक्षम होंगे। इसमें दिव्यांगजनों, छात्रों, रोगियों आदि के लिए भी एकीकृत सुविधाएं हैं।
“तत्काल बुकिंग” के लिए व्यवस्थित प्रमाणीकरण –
भारतीय रेलवे 1 जुलाई 2025 से केवल सत्यापित उपयोगकर्ताओं को ही आईआरसीटीसी वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर “तत्काल टिकट बुक” करने की अनुमति देगा।
इसके अतिरिक्त, जुलाई 2025 के अंत से तत्काल बुकिंग के लिए ओटीपी-आधारित सत्यापन लागू किया जाएगा।
रेल मंत्री ने अधिकारियों को तत्काल बुकिंग के लिए ऑथेंटिकेशन मैकेनिज्म को व्यापक बनाने का निर्देश दिया। यह प्रमाणीकरण आधार या उपयोगकर्ता के डिजिलॉकर खाते में उपलब्ध किसी अन्य सत्यापन योग्य सरकारी पहचान पत्र का उपयोग करके किया जाना चाहिए।
ये पहल भारतीय रेलवे द्वारा अपनी प्रणालियों को आधुनिक बनाने तथा उन्हें अधिक नागरिक अनुकूल बनाने के निरंतर प्रयासों को दर्शाती हैं।
PIB से साभार
