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मुख्यालय से सितम्बर में अनुमति प्राप्त, 69231/32 उज्जैन – चित्तौड़गढ़ – उज्जैन मेमू आख़िर अटकी कहाँ?

22 दिसम्बर 2023, शुक्रवार, मार्गशीर्ष, शुक्ल पक्ष, दशमी, विक्रम संवत 2080

69231/32 उज्जैन – चित्तौड़गढ़ – उज्जैन मेमू प्रतिदिन चलाई जाने वाली गाड़ी, मुख्यालय से 13 सितम्बर 2023 को ” अर्ली कनविनिएंट डेट” अर्थात शीघ्र सुविधाजनक तिथि को चलाने के आदेश लेकर निकली मगर पता नही किस राजनीति, रणनीति की शिकार हुई, रतलाम मण्डल, जिसे इस आदेश पर कार्रवाई करनी थी, पहुँची ही नही।

दरअसल रेल मुख्यालय से इस मेमू को नियमित रूप से प्रतिदिन चलाने का आदेश 13 सितंबर 2023, CC 229/2023 क्रमांक से जारी हो गया था। इस कमर्शियल सर्क्युलर (CC) के बाद कई सर्क्युलर निकले और कार्यान्वित भी हो गए मगर यह मेमू पटरी पर नही आई।

स्थानीय यात्रिओंकी इस गाड़ी की माँग कबसे ही प्रलम्बित थी और आज जब यह नौवे महीने की तिथी वाले परिपत्रक को देख सभी यात्री और यात्री संगठन भौचक रह गए। तीन माह से अनुमति मिली हुई कार्रवाई हेतु प्रलम्बित है? आखिर यह हुवा कैसे? रतलाम रेल मण्डल के अधिकारियों और यात्री संघटन में ट्विटर वॉर चल पड़ा। रेल विभाग से भी उत्तर देते नही बन रहा और दूसरी तरफ यात्रिओंमें चर्चा क्षेत्र में नई गाड़ी चलाने पर चलती राजनीति की हो रही है।

इस गाड़ी का मार्ग फतेहाबाद चंद्रावतीगंज होकर चलना, इसके शुभारंभ होने की राह का रोड़ा बना हुवा था, यह कहा जा रहा है। दरअसल इस मेमू को नागदा, खाचरोद होकर चलना चाहिए ऐसा प्रण ले बैठे जनप्रतिनिधि और उक्त मार्ग पर रेल ब्लॉक के निर्धारण के चलते फतेहाबाद मार्ग ही उपयुक्त रहेगा, का आग्रह पकड़े रेल अधिकारी, इन दो पाटों के बीच यह नई मेमू अटकी पड़ी है।

खैर, यह बातें पुरानी है। अब चुनावी माहौल भी बीत चुका है और आशा है, अब इस परिपत्रक के सार्वजनिक होने के बाद, यह गाड़ी का शुभारंभ जल्द से जल्द हो और क्षेत्र के यात्री इसका भरपूर लाभ ले पाए।

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