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क्या यह ‘हुतात्मा’ के संकल्पना की हत्या है; म.रे. ने पुणे – भुसावल – पुणे हुतात्मा एक्सप्रेस वाया नासिक, पनवेल इन्टरसिटी में अकल्पनीय बदलावों का किया निर्धारण!

30 अक्तूबर 2023, सोमवार, कार्तिक, कृष्ण पक्ष, द्वितीया, विक्रम संवत 2080

पहले ही बहुत सारे बदलावों को झेल चुकी हुतात्मा एक्सप्रेस अब और एक करवट लेने जा रही है। सबसे पहले पुणे – नासिक – मनमाड़ के बीच चलती इस नासिक डेडिकेटेड ( समर्पित ) गाड़ी को भुसावल तक विस्तारित किया गया था। संक्रमण काल मे बन्द किए जाने के बाद से जब यह गाड़ी पुनर्स्थापित हुई है, तब से इसे कुछ ग्रहण सा लग गया है। चलने से ज्यादा रद्द, फिर आँशिक रद्द केवल भुसावल से इगतपुरी के बीच और वह भी मेमू रैक के साथ और अब नया खिलवाड़ के नासिक, पनवेल होकर जाएगी ही नही।

भुसावल – पुणे के बीच नासिक, पनवेल होकर प्रतिदिन चलनेवाली ‘हुतात्मा’ इन्टरसिटी का दौंड होकर मार्ग परिवर्तन एवं भुसावल से आगे अमरावती तक मार्ग विस्तार किए जाने घोषणा होना, केवल एक राजनीतिक इच्छा पूर्ति का अट्टहास समझा जा रहा है। स्थानीय हलकों में इस निर्णय पर बेहद नाराजी दिखाई दे रही है। गौरतलब यह है, हुतात्मा एक्सप्रेस का अमरावती तक विस्तार होना यह समस्या है ही नही, अपितु समस्या मनमाड़ से आगे अहमदनगर, दौंड कोर्ड होकर मार्ग परिवर्तन यह है।

अमरावती से पुणे वाया मनमाड़, दौंड कोर्ड यह अंतर 727 किलोमीटर है वहीं यह गाड़ी अपने नियमित मार्ग पुणे, कल्याण, पनवेल, नासिक मनमाड़ होकर भुसावल पहुंचती और फिर उससे आगे अमरावती तक चलती तो कुल 51 किलोमीटर का फेरा बढ़ता अर्थात 778 किलोमीटर अन्तर उसे पुणे से अमरावती के बीच तय करना होता था जो उसकी कुल न्यूनतम यात्रा (जिस मार्ग की घोषणा हुई है ) के अनुपात में महज 7% ज्यादा होता।

मध्य रेल प्रशासन ने रेल राज्य मंत्री के अमरावती – पुणे के बीच गाड़ी चलाने के वादे के मद्देनजर, हाथ लगी गाड़ी, हुतात्मा एक्सप्रेस को ही आसान टारगेट बनाया और बड़ी कुशलतासे उसे कम अन्तर से चलवाकर अपने आप की पीठ थपथपाई करवा ली। न नई गाड़ी शुरू करने की कवायद, न नए स्लॉट की खोज करने का झमेला। पुणे स्टेशन पर नए गाड़ी का कोई अतिरिक्त बोझ नही। इधर भुसावल – नागपुर प्रतिदिन सवारी की मांग की तोड़ भी निकल गयी। भुसावल से अमरावती के बीच सेवाग्राम के अलावा यात्रिओंके लिए एक यात्री गाड़ी और चलाने का पुण्य भी पल्ले पड़ गया। इस तरह एक तीर से कई निशाने साध लिए गए।

चूँकि इस निर्णय से नासिक – पुणे का सीधा रेल सम्पर्क टूट रहा है, इसके चलते न सिर्फ नासिक, पनवेल के यात्री असहज हुए है, बल्की भुसावल, जलगाँव के स्थानीय यात्री और जिन्हें यह अतिरिक्त सेवा उपहार में मिल रही है वह मलकापुर, शेगांव, अकोला एवं अमरावती के यात्री भी अनमने से हो रहे है। इन यात्रिओंको भी अहमदनगर होकर गाड़ी चलने के बजाए नासिक, पनवेल होकर चलती तो ज्यादा उपयोगी रहती ऐसे लगता है। विदर्भ, खान्देश के अमूमन विद्यार्थी, कामकाजी लोग पुणे के तलेगांव, आकुर्डि, पिम्परी, चिंचवड़, खड़की, शिवाजीनगर से यात्रा चाहते है। वही उन्हें नासिक, कल्याण, पनवेल से सम्पर्कता बढ़ने में ज्यादा सुविधाजनक लगता है।

पुणे – भुसावल – पुणे हुतात्मा एक्सप्रेस भले अमरावती तक विस्तारित हो मगर चले अपने पुराने, मनमाड़, नासिक, कल्याण, पनवेल, कर्जत, लोनावला मार्ग से यही बेहतर पर्याय है ऐसी स्थानीय यात्रिओंकी पुरजोर मांग है। यदि रेल प्रशासन चाहे, तो अमरावती – पुणे के बीच अलग नई सेवा चला दे या अमरावती – पुणे के बीच चल रही साप्ताहिक सेवा के फेरे बढ़ा दे यह भी समुचित रहेगा, केवल दबाव आनेपर आपूर्ति करनेभर का दिखावा करना और चलित सुविधाओं का दमन करना यह कदापि योग्य निर्णय नहीं होगा।

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पुणे – भुसावल – पुणे हुतात्मा एक्सप्रेस 01 नवम्बर 2023 से यात्री सेवा मे बहाल हो रही है।

02 अक्तूबर 2023, सोमवार, आश्विन, कृष्ण पक्ष, तृतीया, विक्रम संवत 2080

11025/26 भुसावल पुणे भुसावल हुतात्मा प्रतिदिन एक्सप्रेस की पुनर्बहाली की खबर है। यह गाड़ी 11025 भुसावल से दिनांक 01 नवम्बर को 0:35 (31 अक्तूबर की रात) और वापसी में 11026 पुणे से सुबह 11:40 को रवाना होगी। रेलवे की ऑनलाइन टिकट बुकिंग साइट पर यह जानकारी उपलब्ध हुई है।

मध्य रेल के पनवेल – कर्जत खण्ड पर लगातार जारी रेल उन्नयनिकरन कार्य के चलते इस गाड़ी को रद्द किया गया था। सोशल मीडिया में तो इस गाड़ी के स्थायी स्वरूप में रद्द किए जाने की खबरें भी वायरल की जा रही थी।

खैर, स्थानीय रेल यात्रिओंके बीच इस लोकप्रिय गाड़ी की पुनर्बहाली यात्रिओंको बड़ी राहत देगी।