02 अक्तूबर 2023, सोमवार, आश्विन, कृष्ण पक्ष, तृतीया, विक्रम संवत 2080
कैसी निर्दयतापूर्ण सोच है! एक रेल यात्री गाड़ी जा रही है और उसके लिए बिछी पटरी पर कुछ बिगड़े तत्व, बेहूदा सोच पटरी पर गिट्टी, लोहे की सरिया और पटरी के जोड़ में बड़ा सा बोल्ट ठूंसकर रखते ताकि गाड़ी को नुकसान पहुंचे। यह सोच, बेहद खतरनाक है, देश के जान, माल सम्पत्ती के ख़िलाफ़ षड़यंत्र है।
यह साज़िश राजस्थान के भीलवाड़ा रेलवे स्टेशन के पास 20979 उदयपुर जयपुर वन्देभारत एक्सप्रेस के साथ होने जा रही थी। गाड़ी के चालक दल की उच्चतम सतर्कता से इसे टाला जा सका है।
यूँ तो भारतीय रेल पर रेल कर्मियोंकी सतत निगरानी जारी रहती है। दिन रात रेल कर्मी, रेल पुलिस बल अपने कर्तव्य पर डटे रहते है। कुछ असामाजिक तत्व है, जो इस तरह के कारनामों को अन्जाम देते रहते है।
