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पटना – हावडा वन्देभारत की ट्रायल्स शुरू

04 अगस्त 2023, शुक्रवार, अधिक श्रावण, कृष्ण पक्ष, तृतीया, विक्रम संवत 2080

ऐसी खबर है, 6 अगस्त को 4 वन्देभारत एक्सप्रेस का शुभारंभ होने जा रहा है, उन चार में एक पटना – हावडा – पटना वन्देभारत के ट्रायल रन्स के शेड्यूल का परिपत्रक आपके लिए हाजिर है,

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सोलापुर और शिर्डी वन्देभारत अब ठाणे, कल्याण के यात्रिओंको भी अनुग्रहित करेंगी। 😊

03 अगस्त 2023, गुरुवार, अधिक श्रावण, कृष्ण पक्ष, द्वितिया, विक्रम संवत 2080

मध्य रेल की दो वन्देभारत एक्सप्रेस, 22225/26 मुम्बई सोलापुर मुम्बई और 22223/24 मुम्बई साईं नगर शिर्डी मुम्बई अपने फेरों में दिनांक 04 अगस्त से ठाणे और कल्याण यह स्टोपेजेस नियमित रूप से जोड़ने जा रही है। समयसारणी निम्नलिखित है,

मित्रों, वन्देभारत एक्सप्रेस की जो बनावट है, अविष्कार है, दरअसल बनी ही ऐसी है की उसे तुरन्त तीव्र गति से चलाया जा सके (क्विक पीकअप) और उतनी ही शीघ्रता से रोकी भी की जा सकती है ( क्विक कण्ट्रोल) और तो और इस परिचालन के दौरान यह गाड़ी विद्युत पुनरुत्पादन भी करती है। (ऑटो जनरेशन) ऐसी विशिष्टता के साथ चलनेवाले इस क्रान्तिकारी अविष्कार को जब यात्रिओंके बेहतर उपयोग हेतु अधिकाधिक स्टोपेजेस दिए जाते है, यात्री उसका उपयोग करते है तो यह बात रेल प्रशासन और क्षेत्र के यात्रिओंके लिए लाभदायक ही है।

रेल प्रशासन को चाहिए की वह सभी वन्देभारत एक्सप्रेस के मार्गोंके यात्रिओंके रुचि और जरूरत, मांग पर विचारपूर्वक निर्णय ले कर उनके स्टोपेजेस बढ़ाए। इससे कुछ वन्देभारत गाड़ियोंमे निम्नतम यात्रीभार के चलते, जो रियायती किरायोंमें चलाने की मजबूरी भरी योजनाओं को लाना पड़ रहा है, शायद उससे भी ना लाना पड़े। वैसे एक अभ्यास के अनुसार किसी वन्देभारत एक्सप्रेस का यात्रीभार 30 प्रतिशत से ज्यादा है तो वह अपने परिचालन खर्च की भरपाई कर रही है।

एक बात और है, वन्देभारत एक्सप्रेस यह संकल्पना बहुत सुन्दर, जबरदस्त है, बस आम यात्रिओंको इसके पर्यायोंसे तुलनात्मक अभ्यास करने की जरूरत न पड़े!😊 आम आदमी अभी भी अपने कमाई को कम्फर्ट और यात्रा अवधि के मुकाबले दाँव पर नही लगाना चाहता है। उसे अभी भी यात्रा अवधि थोड़ा ज्यादा लग रहा है तो उसकी परवाह नहीं है, बशर्ते पैसे दुगने न लगते हो, कुछ बचत हो जाये। जहाँ सड़क परिवहन मुकाबले में आ जाये तो फिर क्या कहने? वहाँ वन्देभारत पसंदीदा श्रेणी में नही आ सकती। इन्दौर – भोपाल मार्ग पर यही हो रहा है। वहाँ मार्ग की वॉल्वो गाड़ियाँ किराए और यात्री बोर्डिंग, डीबोर्ड में कडी टक्कर में है।

खैर, कल्याण, ठाणे के यात्रिओंको वन्देभारत यात्रा की बधाई!☺️

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वन्देभारत एक्सप्रेस सहित कई गाड़ियोंके अनुभूति, विस्टाडोम आदि वातानुकूलित कुर्सी यानों के किराए में 25% तक छूट की योजना

08 जुलाई 2023, शनिवार, श्रावण, कृष्ण पक्ष, षष्टी, विक्रम संवत 2080

रेल मंत्रालय ने अनुभूति और विस्टाडोम कोच सहित एसी सिटिंग सुविधा वाली सभी ट्रेनों की एसी चेयर कार और एक्जीक्यूटिव क्लास में छूट की योजना शुरू की है। हालाँकि इस योजना में बहुत से किंतु, परन्तु जुड़े है। आइए देखते है,

छूट का तत्व मूल किराये पर अधिकतम 25% तक होगा। लागू होने वाले अन्य शुल्क जैसे की आरक्षण, सुपरफास्ट अधिभार, जीएसटी एवं खानपान शुल्क अलग से लगाए जाएंगे। यात्री सहभाग ( ऑक्यूपेंसी ) के आधार पर किसी या सभी वर्गों में छूट प्रदान की जा सकती है। इसके आगे टर्म्स / कंडिशन्स शुरू होती है,

छूट के लिए, पिछले 30 दिनों के दौरान 50% से कम (या तो अंत से अंत तक या कुछ निर्दिष्ट चरणों/खंडों में) ऑक्यूपेंसीवाली या 50% से कम यात्री सहभाग वाले वर्ग की गाड़ियोंका विचार किया जाएगा।

यह छूट तत्काल प्रभाव से लागू की जा रही है।

पहले से बुक किए गए यात्रियों के लिए किराए की कोई धनवापसी, रिफंड स्वीकार्य नहीं होगा।

उन गाड़ियोंके मामले में, जहां किसी विशेष श्रेणी में फ्लेक्सी किराया योजना लागू है और ऑक्यूपेंसी कम है, यात्रिओंका सहभाग बढ़ाने के उपाय के रूप में शुरू में फ्लेक्सी किराया योजना को वापस लिया जा सकता है। यदि इससे यात्री सहभाग में सुधार नहीं होता है, तभी उन गाड़ियों या उनकी श्रेणियों में छूट योजना लागू की जा सकती है।

यह योजना अवकाश/त्यौहार विशेष आदि के रूप में शुरू की गई विशेष ट्रेनों पर लागू नहीं होगी।

गाड़ियोंके यात्रियों द्वारा अधिकतम उपयोग के उद्देश्य से, रेल मंत्रालय ने निम्नलिखित नियमों और शर्तों के अधीन, वातानुकूलित सिटिंग सुविधा वाली गाड़ियों में रियायती किराया योजना शुरू करने के लिए क्षेत्रीय रेलवे को समुचित शक्तियां सौंपने का निर्णय लिया है।

यह योजना अनुभूति और विस्टाडोम कोचों सहित वातानुकूलित कुर्सी यानों वाली सभी ट्रेनों की वातानुकूलित चेयर कार और एक्जीक्यूटिव कक्षाओं में लागू होगी।

पिछले 30 दिनों के दौरान 50% से कम ऑक्यूपेंसी वाली ट्रेनों (या तो अंत से अंत तक या कुछ निर्दिष्ट लेग/सेक्शन में उन सेक्शन के आधार पर जहां छूट प्रदान की जानी है) को ध्यान में रखा जाएगा। छूट की मात्रा तय करते समय परिवहन के प्रतिस्पर्धी माध्यम का किराया मानदंड होगा।

छूट यात्रा के पहले चरण और/या यात्रा के अंतिम चरण और/या मध्यवर्ती खंडों और/या यात्रा के अंत से अंत तक के लिए दी जा सकती है, बशर्ते कि उस चरण/खंड/अंत से अंत तक यात्री सहभाग 50% से कम हो।

इस तरह की छूट शुरू में ट्रेन के आरंभिक स्टेशन के, क्षेत्रीय रेल के PCCM वाणिज्यिक अधिकारी द्वारा तय की गई अवधि के लिए लागू की जाएगी, जो इसके लागू होने से यात्रा की तारीखों के लिए अधिकतम छह महीने के अधीन होगी। रियायती किराया उपरोक्त अवधि के मांग पैटर्न के आधार पर पूरी अवधि या आंशिक अवधि या माहवार या मौसमी या सप्ताह के दिनों/सप्ताहांत के लिए दिया जा सकता है।

आन्तर क्षेत्रीय, प्रारम्भिक-गन्तव्य जोड़े / गंतव्यों वाली ट्रेनों के लिए, कोंकण रेल के मामले में अन्य क्षेत्रीय रेलवे के पीसीसीएम/प्रबंध निदेशक या सीओएम/सीसीएम के परामर्श से किराए में छूट दी जा सकती है।

आगे की समीक्षा नियमित रूप से की जाएगी और यात्री सहभाग के आधार पर छूट को संशोधित /विस्तारित / वापस लिया जा सकता है।

यदि योजना में छूट / वापसी में संशोधन का निर्णय लिया जाता है तो उसे तत्काल प्रभाव से लागू भी किया जा सकता है। हालाँकि, पहले से बुक किए गए यात्रियों से किराए में कोई अंतर नहीं लिया जाएगा, उसी तरह धनवापसी भी नही होगी।

पीटीओ पर टिकट, रेलवे पास पर किराये का अंतर, रियायती वाउचर, विधायक/पूर्व विधायक कूपन, वारंट, सांसद/पूर्व सांसद/स्वतंत्रता सेनानियों आदि को मूल श्रेणीवार किराये पर ही बुक किया जाएगा। इन्हें रियायती किराये की छूट नहीं मिल पाएगी।

यदि प्रारम्भिक स्टेशन से गन्तव्य स्टेशन तक छूट प्रदान की जाती है, तो ऐसी ट्रेनों में तय अवधि के लिए तत्काल कोटा निर्धारित नहीं किया जाएगा। इसके अलावा, यदि ट्रेन की आंशिक यात्रा के लिए छूट प्रदान की जाती है, तो यात्रा के उस हिस्से के लिए तत्काल कोटा प्रदान नहीं किया जा सकता है जिन खण्डों पर छूट दी गई है।

छूट पहले चार्ट की तैयारी तक और वर्तमान बुकिंग के दौरान बुक किए गए टिकटों के लिए होगी। टीटीई द्वारा ‘ऑन बोर्ड’ छूट की भी अनुमति दी जा सकती है।

फिलहाल इस योजना का प्रावधान 1 वर्ष की अवधि तक लागू रहेगा।

यह लेख PIB द्वारा प्राप्त प्रेस विज्ञप्ति पर आधारित है।

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और दो नई वन्देभारत! जोधपुर – अहमदाबाद, गोरखपुर – लखनऊ, जल्द ही फर्राटा भरेंगी

05 जुलाई 2023, बुधवार, श्रावण, कृष्ण पक्ष, द्वितिया, विक्रम संवत 2080

रेल प्रशासन ने दो और नई वन्देभारत एक्सप्रेस के संचालन को अनुमति दे दी है। यह गाड़ियाँ जोधपुर – साबरमती/अहमदाबाद और गोरखपुर – लखनऊ के बीच सप्ताह में 6 दिन चलाई जाएगी।

12461/62 जोधपुर – साबरमती/अहमदाबाद – जोधपुर वन्देभारत एक्सप्रेस सप्ताह में 6 दिन, प्रत्येक मंगलवार छोड़कर चलेंगी। कृपया निम्नलिखित परिपत्रक देखें,

22949/50 गोरखपुर – लखनऊ – गोरखपुर वन्देभारत एक्सप्रेस सप्ताह में 6 दिन, प्रत्येक शनिवार छोड़कर चलेंगी। कृपया निम्नलिखित परिपत्रक देखें,

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वन्देभारत एक्सप्रेस लुभाती तो है, मगर कमबख़्त जेब है की बैठने नही देती।

28 जून 2023, बुधवार, आषाढ, शुक्ल पक्ष, दशमी, विक्रम संवत 2080

देश भर में, भारतीय रेल पर वन्देभारत प्रीमियम गाड़ी के 24 रैक के जरिए 46 सेवाएं चल पड़ी है।

सोलह कोच की वन्देभारत एक्सप्रेस जब किसी मार्ग पर नही भरा रही थी तो रेल प्रशासन ने अपनी तिकड़म जोड़कर उसे आधी याने आठ कोच की कर बुकिंग्ज में प्रतिक्षासूची हाज़िर करवा दी और उसे ‘फुल्ली सक्सेसफुल’ की श्रेणी में ला कर रख दिया। अब बताइए, जब आठ कोच की गाड़ी भी न भरा पाए तो…? कुछ इस तरह की अवस्था वन्देभारत एक्सप्रेस के बिलासपुर – नागपुर की है, और एकदम ताज़ा इन्दौर – भोपाल की भी बन सकती है।

देखिए, राजनीति को परे रख हकीकत समझते है। मैसूरु – चेन्नई वन्देभारत चलती है, जिसके मैसूरु – बेंगलुरु खण्ड पर गाड़ी बिल्कुल निम्नतम यात्री भार में चल रही है। क्षेत्र के यातायात जानकारोंने इसका पूरा लेखाजोखा सामने रखा,

मैसूरु – बेंगलुरु वन्देभारत का किराया एवं यात्रा अवधि, एक तुलनात्मक अभ्यास। यहाँपर आम यात्री और निम्नतम श्रेणी की यात्रा को मद्देनजर रख तथ्य रखने का प्रयास है।

वन्देभारत एक्सप्रेस AC CC- ₹515/-
(2 Hrs), शताब्दी एक्सप्रेस AC CC- ₹315/- (2.10 Hrs), राज्य रानी एक्सप्रेस 2S- ₹95/-
(2.30 Hrs)

कर्नाटक में विद्यमान प्रशासन ने महिला यात्री की बस यात्रा मुफ़्त की है, अतः परिवार की औसत यात्रा खर्च यदि सड़क मार्ग से हो तो खर्च और भी कम लगेगा।

अब इन्दौर भोपाल के बीच तथ्य समझते है,

वन्देभारत एक्सप्रेस AC CC- ₹810/- (इसमे खानपान के ₹142/- ऐच्छिक* सम्मिलित है)
(3.05 Hrs), इन्टरसिटी एक्सप्रेस AC CC- ₹365/- (4.20 Hrs), इन्टरसिटी एक्सप्रेस 2S- ₹100/-

और सड़क परिवहन की सोचें तो ₹330/- प्रति सीट और यात्रा अवधि 3 घण्टे 20 मिनट

अब आम आदमी, लाख सोच लें, वन्देभारत में यात्रा करने का, किस तरह कर पायेगा?

एक अभ्यास यह भी कहता है,
वन्देभारत एक्सप्रेस इन्ही प्रीमियम किरायों में चलती रही और केवल 30% यात्री भार से ही चली तो भी घाटे में नहीं रहती। आगे रेल तकनीशियन का मानना है, 16 कोच से 8 कोच की वन्देभारत करना यह रेल परिचालन विभाग की अवहेलना करने जैसा है। चूँकि रेल प्रशासन एक कोच चलाये या पूर्ण रैक मार्ग को तो अवरुद्ध होना ही है, फिर संरचना में कमी क्यों?

इस तरह अलग अलग विचार फिलहाल वन्देभारत एक्सप्रेस पर आ रहे है। गौरतलब यह है, देशभर में 400 वन्देभारत एक्सप्रेस चलाने की तैयारी है। (एक सांख्यिकी विचार, 200 फेरों का भी हो सकती है) वन्देभारत एक्सप्रेस को देश के भविष्य की रेल इस नज़रिए से भी देखा जा रहा है। जब वन्दे मिनी, वन्दे मेट्रो, वन्दे स्लिपर इस तरह के अलग अलग संस्करण पटरियोंपर उतरेंगे तब आम यात्रिओंके रुझान वन्देभारत के लिए किस तरह होंगे यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा मगर फिलहाल तो अंगूर खट्टे लग रहे है।