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मध्य रेल, भुसावल मण्डल ने मेमू रैक की यात्री क्षमता को डेढ़ गुना बढ़ा दी।

29 जून 2023, गुरुवार, आषाढ, शुक्ल पक्ष, एकादशी, विक्रम संवत 2080

रेल प्रशासन ने संक्रमण काल के बाद सवारी गाड़ियोंका परिचालन एक्सप्रेस गाड़ियोंमें बदल दिया है। यह गाड़ियाँ अपने पुराने आई सी एफ के कलेवर को त्यागकर नई मेमू गाड़ियोंके रैक से दौड़ाई जा रही है।

मेमू रैक सेल्फ प्रोपल्ड ट्रेन सैट, लोको रहित रहते है, अर्थात लोको की अलगसे शंटिंग नही करनी पड़ती। वन्देभारत एक्सप्रेस की तरह ही ट्रेन सैट में अंतर्भूत रहते है। उन्नत तकनीक से बने यह ट्रेनसेट में तुरन्त पीकअप और बेहतरीन कन्ट्रोल रहता है। साथ ही रखरखाव भी आसानी से और कम करना पड़ता है। शंटिंग रहित, दोनों सिरे पर सेल्फ प्रोपल्ड लोको जुड़े होने से किसी भी मेमू रैक को कुछ ही समय मे अपने अगले फेरे के लिए तैयार किया जा सकता है। चार – चार कोच का एक मेमू यूनिट बनता है, अतः आठ, बारह या सोलह कोच के ट्रेनसेट बनाकर इन्हें यात्री सेवा में लाया जाता है।

चूँकि ग़ैरउपनगरिय क्षेत्रों में मेमू रैक का शुरवाती दौर था, तो आठ आठ कोच के रैक से गाड़ियोंकी सेवाएं चलने लगी। भुसावल मण्डल की सारी सवारी गाड़ियाँ इन मेमू रैक में तब्दील की जा चुकी है। और अब इनके यात्री क्षमता के विस्तार हेतु चार कोच बढाकर ट्रेनसेट को 12 कोच का किया जा रहा है।

01303/04, 01037/38, 01309/10, और 01013/14 चालीसगांव धुळे चालीसगांव सवारी गाड़ियोंको आठ कोच मेमू में पहली जुलाई से बदला जा रहा है।

11113/14 भुसावल देवलाली भुसावल 8 कोच मेमू एक्सप्रेस 10/11 जुलाई से 12 कोच की हो जाएगी।

11121/22 भुसावल वर्धा भुसावल 8 कोच मेमू एक्सप्रेस 11/13 जुलाई से 12 कोच की हो जाएगी।

11115/16 वर्धा बल्हारशाह वर्धा 8 कोच मेमू एक्सप्रेस 12 जुलाई से 12 कोच की हो जाएगी।

अन्दरखाने बता दे, भुसावल – देवलाली – वर्धा – बल्हारशाह – वर्धा – देवलाली – भुसावल यह एक ही रैक में लिंक हुई 3 एक्सप्रेस गाड़ियाँ है।☺️😊 खैर, यात्रिओंकी लगातार माँग के बाद एक रैक ही सही 8 कार की मेमू 12 कार की हुई है। इसी तरह एक एक रैक में 4-4 कार/कोच बढाकर भुसावल – इगतपुरी, भुसावल – इटारसी, भुसावल – बड़नेरा, अमरावती – नागपुर इत्यादि मेमू एक्सप्रेस भी 12 या 16 कार की जा सकती है।

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