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प्रधानमंत्री मोदी चार वन्देभारत गाड़ियोंका हरी झण्डी दिखाकर शुभारंभ करेंगे।

06 नवम्बर 2025, गुरुवार, मार्गशीर्ष, कृष्ण पक्ष, प्रतिपदा, विक्रम संवत 2082

भारत के आधुनिक रेल बुनियादी ढांचे के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 नवंबर को सुबह लगभग 8:15 बजे वाराणसी का दौरा करेंगे और चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस गाड़ियोंको हरी झंडी दिखाएंगे।

यह विश्वस्तरीय रेल सेवाओं के माध्यम से नागरिकों को आसान, तेज़ और अधिक आरामदायक यात्रा प्रदान करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने में एक और मील का पत्थर है। नई वंदे भारत एक्सप्रेस गाड़ियाँ बनारस – खजुराहो, लखनऊ – सहारनपुर, फिरोजपुर कैंट – दिल्ली जंक्शन और एर्नाकुलम – बेंगलुरु मार्गों पर चलेंगी। प्रमुख गंतव्यों के बीच यात्रा के समय को उल्लेखनीय रूप से कम करके, यह गाड़ियाँ क्षेत्रीय गतिशीलता को बढ़ाएंगी, पर्यटन को बढ़ावा देंगी और देश भर में आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करेंगी।

बनारस – खजुराहो वंदे भारत इस मार्ग पर सीधा संपर्क स्थापित करेगी और वर्तमान में चल रही विशेष गाड़ियोंकी तुलना में लगभग 2 घंटे 40 मिनट की बचत करेगी। बनारस – खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस भारत के कुछ सबसे प्रतिष्ठित धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों, जैसे वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट और खजुराहो, को जोड़ेगी। यह संपर्क न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को मज़बूत करेगा, बल्कि तीर्थयात्रियों और यात्रियों को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल खजुराहो तक एक तेज़, आधुनिक और आरामदायक यात्रा भी प्रदान करेगा।

लखनऊ – सहारनपुर वंदे भारत यह यात्रा लगभग 7 घंटे 45 मिनट में पूरी करेगी, जिससे यात्रा समय में लगभग 1 घंटे की बचत होगी। लखनऊ – सहारनपुर वंदे भारत एक्सप्रेस से लखनऊ, सीतापुर, शाहजहाँपुर, बरेली, मुरादाबाद, बिजनौर और सहारनपुर के यात्रियों को काफ़ी लाभ होगा, साथ ही रुड़की होते हुए हरिद्वार तक उनकी पहुँच भी बेहतर होगी। मध्य और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सुगम और तेज़ अंतर-शहर, इन्टरसिटी यात्रा सुनिश्चित करके, यह सेवा सम्पर्कता और क्षेत्रीय विकास को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

फिरोज़पुर – दिल्ली वंदे भारत इस मार्ग की सबसे तेज़ सेवा होगी, जो यह यात्रा केवल 6 घंटे 40 मिनट में पूरी करेगी। फिरोजपुर – दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस राष्ट्रीय राजधानी और पंजाब के प्रमुख शहरों, जिनमें फिरोजपुर, बठिंडा और पटियाला शामिल हैं, के बीच संपर्क को मज़बूत करेगी। इस सेवा से व्यापार, पर्यटन और रोज़गार के अवसरों को बढ़ावा मिलने, सीमावर्ती क्षेत्रों के सामाजिक, आर्थिक विकास में योगदान और राष्ट्रीय बाज़ारों के साथ बेहतर एकीकरण को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

दक्षिण भारत में, एर्नाकुलम – बेंगलुरु वंदे भारत गाड़ी, यात्रा के समय को 2 घंटे से ज़्यादा कम कर देगी, जिससे यह यात्रा 8 घंटे 40 मिनट में पूरी हो जाएगी। एर्नाकुलम – बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस प्रमुख आईटी और वाणिज्यिक केंद्रों को जोड़ेगी, जिससे पेशेवरों, छात्रों और पर्यटकों को तेज़ और अधिक आरामदायक यात्रा का विकल्प मिलेगा। यह मार्ग केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच आर्थिक गतिविधियों और पर्यटन को बढ़ावा देगा, जिससे क्षेत्रीय विकास और सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।

Photo courtesy : http://www.indianrailinfo.com and internet.

लेख pib.gov.in से साभार

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पुणे कोल्हापुर रेल मार्ग पर दो दिन का रेल ब्लॉक

05 नवम्बर 2025, बुधवार, कार्तिक, शुक्ल पक्ष, पूर्णिमा, विक्रम संवत 2082

कोरेगांव, रहीमतपुर और तारगांव स्टेशनों पर नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के कारण ट्रेनों का पुनर्निर्धारण

कोरेगांव, रहीमतपुर और तारगांव स्टेशनों पर नॉन-इंटरलॉकिंग (एनआई) कार्य के कारण, गुरुवार, 6 नवंबर, 2025 को 12 घंटे के लिए यातायात अवरोध रहेगा। इसके परिणामस्वरूप कई ट्रेनों का रद्दीकरण, मार्ग परिवर्तन, अल्पावधि समाप्ति और अल्पावधि आरंभिक संचालन होगा।

यात्रियों से अनुरोध है कि वे निम्नलिखित परिवर्तनों पर ध्यान दें:

06.11.2025 (गुरुवार) को रद्दीकरण:

1) 01023 पुणे – कोल्हापुर TOD स्पेशल

2) 01024 कोल्हापुर – पुणे TOD स्पेशल

3) 71423 सतारा – कोल्हापुर DMU

4) 71424 कोल्हापुर – सतारा DMU
5) 11030 कोल्हापुर – CSMT कोयना एक्सप्रेस
6) 11029 CSMT – कोल्हापुर कोयना एक्सप्रेस
7) 71425 मिराज – कोल्हापुर DMU
8) 71426 कोल्हापुर – मिराज DMU

05.11.2025 (बुधवार) को मार्ग परिवर्तन:

1) ट्रेन संख्या 22685 यशवंतपुर – चंडीगढ़ एक्सप्रेस को मिराज – कुर्दुवाड़ी – दौंड – अहमदनगर – मनमाड।

2) ट्रेन संख्या 12630 हज़रत निज़ामुद्दीन – यशवंतपुर एक्सप्रेस को मनमाड – अहमदनगर – दौंड – कुर्दुवाड़ी – मिराज के रास्ते डायवर्ट किया जाएगा।

3) ट्रेन संख्या 16508 केएसआर बेंगलुरु – जोधपुर एक्सप्रेस को मिराज – कुर्दुवाड़ी – दौंड – पुणे के रास्ते डायवर्ट किया जाएगा।

अल्पकालिक यात्रा समाप्ति:

1) ट्रेन संख्या 11426 कोल्हापुर – पुणे एक्सप्रेस, जो 06.11.2025 को शुरू होगी, कवठे महांकाल पर अल्पकालिक यात्रा समाप्त करेगी। यह सेवा कवठे महांकाल और पुणे के बीच रद्द रहेगी।

2) ट्रेन संख्या 20673 कोल्हापुर – पुणे वंदे भारत एक्सप्रेस, जो 06.11.2025 को शुरू होगी, कराड पर अल्पकालिक यात्रा समाप्त करेगी। यह सेवा कराड और पुणे के बीच रद्द रहेगी।

3) ट्रेन संख्या 11040 गोंदिया – कोल्हापुर एक्सप्रेस, जो 05.11.2025 को शुरू होगी, पुणे में अपनी यात्रा समाप्त करेगी। यह सेवा पुणे और कोल्हापुर के बीच रद्द रहेगी।

06.11.2025 (गुरुवार) को अपनी यात्रा की शुरुआत:

1) ट्रेन संख्या 11425 पुणे – कोल्हापुर एक्सप्रेस, कवठे महांकाल से अपनी यात्रा समाप्त करेगी (निर्धारित प्रस्थान 16:55 बजे)। यह सेवा पुणे और कवठे महांकाल के बीच रद्द रहेगी।

2) ट्रेन संख्या 20670 पुणे – हुबली वंदे भारत एक्सप्रेस, कराड से अपनी यात्रा समाप्त करेगी (निर्धारित प्रस्थान 17:20 बजे)। यह सेवा पुणे और कराड के बीच रद्द रहेगी।

3) ट्रेन संख्या 11039 कोल्हापुर-गोंदिया एक्सप्रेस पुणे से (निर्धारित प्रस्थान 22:20 बजे) रवाना होगी।
यह सेवा कोल्हापुर और पुणे के बीच रद्द रहेगी।

यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा शुरू करने से पहले अपनी ट्रेनों की स्थिति जांच लें।

दिनांक: 05/11/2025
पीआर संख्या 2025/11/XX
यह प्रेस विज्ञप्ति जनसंपर्क विभाग, पुणे मंडल, मध्य रेलवे द्वारा जारी की गई है।

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रेल मार्ग पर दो दिनोंमें घटित दो दुर्घटनाएं

05 नवम्बर 2025, बुधवार, कार्तिक, शुक्ल पक्ष, पूर्णिमा, विक्रम संवत 2082

कल दोपहर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्टेशन के निकट गेवरा रोड बिलासपुर मेमू गाड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई। इस भीषण हादसे में अब तक ग्यारह यात्रिओंकी मृत्यु और बीस यात्री घायल बताए जा रहे है।

दूसरा हादसा आज सुबह मिर्जापुर के पास चुनार स्टेशन पर हुवा। कार्तिक पूर्णिमा निमित्त स्नान करने हेतु चुनार स्टेशन पर पहुँचने के लिए 13309 चोपन प्रयागराज एक्सप्रेस में यात्रिओंकी बड़ी भीड़ थी। स्टेशनपर ऊपरी पैदल पुल होने के बावजूद, बजाय प्लेटफ़ॉर्म पर उतर कर स्टेशनसे बाहर निकलने के कुछ लोग गाड़ी के दूसरी बाजू से पटरी पर उतरे। सामने की पटरी पर चुनार स्टेशन पर न रुकने वाली 12311 नेताजी एक्सप्रेस बड़ी तेजी से आ रही थी। पुरुष यात्री तो आननफानन में पटरी पार कर सामने के प्लेटफ़ॉर्म पर चढ़ गए मगर महिला यात्री यह नही कर पाई और दौड़ती हुई रेल के चपेट में आ गई। इस हादसे में करीबन छह यात्रिओंकी मृत्यु हो गई।

छत्तीसगढ़ के रेल हादसे के कारण जानने के लिए रेल विभाग से जाँच समिति बिठाई जाएगी। क्या यह कोई तकनीकी खामी थी या मानवीय भूल यह जाँच के बाद ही पता चलेगा। मगर चुनार हादसे में यात्रिओंकी लापरवाही सीधी ही उजागर होती है।

यात्रिओंसे नम्र निवेदन है, गाड़ी में चढ़ना, उतरना केवल प्लेटफ़ॉर्म से ही करना चाहिए। पटरी पर उतरना, चलना, उसे पार करना रेल कानून में अपराध बताया गया है और ऐसी सूरत में पकड़े जाने पर यात्री को दण्डित भी किया जाता है।

रेल विभाग को भी चाहिए की वह रेलवे स्टेशनोंके आसपास के सभी चोर मार्ग फैंसिंग लगाकर बन्द करें। यात्री ऊपरी पैदल पुलिया पर जाने का समय और श्रम बचाने के लिए अपनी जान को जोख़िम में डालकर ऐसे ‘शॉर्ट कट’ वाले हथकण्डे अपनाता है। हालाँकि यह रास्ता कितना भारी पड़ता है, आप सोच सकते है।

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देशभर में 20 शहरों के रेलवे स्टेशनोंकी क्षमता लगभग तीन गुना बढाई जाएगी

03 नवम्बर 2025, सोमवार, कार्तिक, शुक्ल पक्ष, त्रयोदशी, विक्रम संवत 2082

देशभर में करीब 20 ऐसे शहर हैं, जहाँ पहुँचने की और गाड़ियों की बहुत ज़्यादा डिमांड रहती है। ऐसे 20 शहरों की क्षमता को दोगुना करने का काम हाथ में लिया गया है, और इस काम में सबसे बड़ा फ़ैक्टर रहेगा मेगा कोचिंग टर्मिनल।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अहमदाबाद में निर्माणाधीन बुलेट ट्रेन स्टेशन का मुवायना करते वक्त उपस्थित पत्रकारोंसे बात करते हुए कहा।

तस्वीर : PIB से साभार

अहमदाबाद के वटवा में बनेगा मेगा टर्मिनल। जहाँ अभी 45 ट्रेनें अहमदाबाद से चलती हैं, वहीं आने वाले समय में 150 ट्रेनें यहां से शुरू हो सकेंगी। इसी तरह दिल्ली, लखनऊ, पटना, हावड़ा, चेन्नई, बंगलुरू, सूरत, पुणे ऐसे करीबन 20 रेलवे स्टेशन्स रेलवे के नज़र में है जहाँ यात्रिओंकी नई सेवा शुरू करवाने की ज्यादातर माँग रहती है।

इन निर्देशित स्टेशनोंपर टर्मिनेटिंग गाड़ियोंके रखरखाव के लिए पिट लाइन्स और अतिरिक्त सेटेलाइट टर्मिनलों का निर्माण कर ज्यादा प्लेटफार्म बनाने का निर्णय रेल प्रशासन के विचाराधीन है।

दरअसल यह सारा वाक़या बरात के पीछे घोड़ा चलाने के अंदाज़ में लगता है। आज की ही यह हालत है, नियमित गाड़ियोंके लेने के लिए प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध नही होते और गाड़ियाँ घंटो बड़े स्टेशनोंके बाहर अपना सारा समय बिता देती है। ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम्स लग गई, गाड़ियाँ LHB होकर 130 kmph की गति से दौड़ने लग गई मगर समयपर या समयसे पहले चलती गाड़ी को लाकर खड़ा करने के लिए प्लेटफ़ॉर्म ही उपलब्ध नही रहता। नई गाड़ियाँ माँग कहे या राजनीतिक दबाव कहिए शुरू कर दी जाती है। हजारों की संख्या में विशेष गाड़ियाँ चलाई जाती है, मगर उनका परिचालन देखेंगे तो कोफ़्त होंगी इतना भयंकर है। हाल ही में एक विशेष 05559 रक्सौल उधना गाड़ी तकरीबन 55 घण्टे देरी से चल रही है।

अमूमन सभी त्यौहार विशेष  गाड़ियाँ कमसे कम 3,4 घण्टे  देरी से चल रही है। इसमे ज्यादातर टर्मिनल स्टेशन्स की दिक्कतें है। वहाँपर आनेवाली गाड़ी थोड़ी भी देरी से चलती हो तो, उक्त गाड़ियोंको, उनकी वापसी यात्रा शुरू होने के समय पर ही गन्तव्य स्टेशन पर स्वीकारा जाता  है और उस चक्कर मे गाड़ी बेइंतहा लेट हो जाती है। दूसरा नियमित गाड़ियोंके परिचालन को रेल कंट्रोल विभाग थोड़ा भी हिलने नही देना चाहता चूँकि उन्ही गाड़ियोंसे उनका समयपालन, पंक्चुअलिटी चार्ट बनाया जाता है।

ऐसे लगता है, यह सारी विशेष गाड़ियाँ रेल परिचालन विभाग पर बोझ सी बन जाती है। जिस तरह बोझ असहनीय हो जाता है, बढ़ जाता है, तब कोई भी उसकी परवाह नही करता ओर उस गाड़ी का परिचालन भगवान भरोसे होते चला जाता है। यहाँतक की गाड़ी रेल इन्क्वायरी सिस्टम में दिखना तक बन्द हो जाती है।

किसी एक नई वन्देभारत जैसी गाड़ी को रेल परिचालन व्यवस्था में जोड़ने में उक्त मार्ग की कमसे कम दस जोड़ी नियमित गाड़ियोंके समयसारणी को डिस्टर्ब करना पड़ता है, बदलना पड़ता है। और यह सैकड़ों, हजारों विशेष गाड़ियाँ जब घोषित होती है तो नियमित गाड़ियोंके क्या हाल होते होंगे और जो नियमित गाड़ियोंको व्यवस्थित रखते है तो उन अतिरिक्त चलने वाली विशेष गाड़ियोंकी व्यवस्था कितनी बदतर होती होंगी, आप सहज ही समझ रहे होंगे।

ऊपर हमने कहा, बारात के पीछे घोड़ा, उसकी वजह यही है। नियोजन बादमे करने की कोशिशें होती है और गाड़ियाँ पहले चला दी जाती है। शायद ही कोई ऐसा त्यौहारी अवसर अब तक गया हो की सभी विशेष गाड़ियाँ समयपर चली हो। बताइए, क्या आपने देखा है?

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नई वन्देभारत गाड़ियाँ घोषित होने का दौर जारी है, अब वाराणसी – खजुराहो, लखनऊ – सहारनपुर के बीच भी चलेगी वन्देभारत एक्सप्रेस

01 नवम्बर 2025, शनिवार, कार्तिक, शुक्ल पक्ष, दशमी, विक्रम संवत 2082

26422/21 वाराणसी खजुराहो वाराणसी वन्देभारत एक्सप्रेस सप्ताह में छह दिवसीय

26422 वन्देभारत एक्सप्रेस वाराणसी से सप्ताह में छह दिन प्रत्येक गुरुवार छोड़कर प्रातः 5:25 को रवाना होकर दोपहर 13:10 पर खजुराहो पहुँचेंगी। वापसी में 26421 वन्देभारत एक्सप्रेस खजुराहो से सप्ताह में छह दिन प्रत्येक गुरुवार छोड़कर दोपहर 15:20 को चलकर रात 23:00 बजे वाराणसी पहुँचेंगी। यह गाड़ी पर्यटकों के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होगी।

स्टोपेजेस : वाराणसी, विंध्याचल, प्रयागराज छिंवकी, चित्रकूट धाम, बाँदा, महोबा, खजुराहो

26504/03 लखनऊ सहारनपुर लखनऊ वन्देभारत एक्सप्रेस सप्ताह में छह दिवसीय

26504 वन्देभारत एक्सप्रेस लखनऊ से सप्ताह में छह दिन प्रत्येक सोमवार छोड़कर प्रातः 5:00 को रवाना होकर दोपहर 12:45 पर सहारनपुर पहुँचेंगी। वापसी में 26503 वन्देभारत एक्सप्रेस सहारनपुर से सप्ताह में छह दिन प्रत्येक सोमवार छोड़कर दोपहर 15:00 को चलकर रात 23:00 बजे लखनऊ पहुँचेंगी।

स्टोपेजेस : लखनऊ जंक्शन, सीतापुर, शाहजहांपुर, बरेली, मोरादाबाद, नजीबाबाद, रुड़की, सहारनपुर