10 मई 2023, बुधवार, जेष्ठ, कृष्ण पक्ष, पंचमी, विक्रम संवत 2080
इस बार गर्मी की छुट्टियोंमे पश्चिम रेल दनादन विशेष गाड़ियाँ चलवा रही है। आज ही 3 जोड़ी गाड़ियोंकी पोस्ट डली और यह लीजिए 1 जोड़ी और घोषणा हो गयी।
09324/23 इन्दौर पुणे इन्दौर साप्ताहिक TOD विशेष
09324 इन्दौर पुणे साप्ताहिक विशेष दिनांक 18 मई से 29 जून तक प्रत्येक गुरुवार को चलेगी। वापसीमे 09323 पुणे इन्दौर साप्ताहिक विशेष दिनांक 19 मई से 30 जून तक प्रत्येक शुक्रवार को चलेगी।
गाड़ी की संरचना में 01 वातानुकूल प्रथम, 02 वातानुकूल थ्री टियर, 12 स्लिपर, 04 द्वितीय साधारण, 02 एसएलआर ऐसे कुल 21 कोच रहेंगे।
10 मई 2023, बुधवार, जेष्ठ, कृष्ण पक्ष, पंचमी, विक्रम संवत 2080
09341/42 डॉ आंबेडकर नगर दानापुर डॉ आंबेडकर नगर साप्ताहिक विशेष
09341 डॉ आंबेडकर नगर दानापुर साप्ताहिक विशेष दिनांक 15 मई से 26 जुन तक प्रत्येक सोमवार को चलेगी। वापसीमे 09342 दानापुर डॉ आंबेडकर नगर साप्ताहिक विशेष दिनांक 16 मई से 27 जून तक प्रत्येक मंगलवार को चलेगी।
गाड़ी संरचना में 01 वातानुकूल टू टियर, 02 वातानुकूल थ्री टियर, 15 स्लिपर, 04 साधारण, 02 एसएलआर ऐसे कुल 24 कोच रहेंगे।
09325/26 इन्दौर भिवानी इन्दौर द्विसाप्ताहिक विशेष
09325 इन्दौर भिवानी द्विसाप्ताहिक विशेष दिनांक 15 मई से 30 जुन तक प्रत्येक सोमवार एवं शुक्रवार को चलेगी। वापसीमे 09326 भिवानी इन्दौर द्विसाप्ताहिक विशेष दिनांक 16 मई से 01 जुलाई तक प्रत्येक मंगलवार एवं शनिवार को चलेगी।
गाड़ी संरचना में 01 वातानुकूल टू टियर, 02 वातानुकूल थ्री टियर, 12 स्लिपर, 04 साधारण, 02 एसएलआर ऐसे कुल 21 कोच रहेंगे।
09321/22 इन्दौर श्री माता वैष्णो देवी कटरा इन्दौर साप्ताहिक विशेष
09321 इन्दौर श्री माता वैष्णो देवी कटरा साप्ताहिक विशेष दिनांक 18 मई से 22 जुन तक प्रत्येक गुरुवार को चलेगी। वापसीमे 09322 श्री माता वैष्णो देवी कटरा इन्दौर साप्ताहिक विशेष दिनांक 20 मई से 24 जून तक प्रत्येक शनिवार को चलेगी।
गाड़ी संरचना में 02 वातानुकूल टू टियर, 06 वातानुकूल थ्री टियर, 08 स्लिपर, 03 साधारण, 02 एसएलआर ऐसे कुल 21 कोच रहेंगे।
यात्रीगण ज्ञात रहे, उपरोक्त विशेष गाड़ियाँ TOD अर्थात ट्रेन्स ऑन डिमाण्ड गाड़ियाँ है। इन गाड़ियोंमे सामान्य यात्री किरायादरोंसे 1.3 गुना दर से किराया लागू रहेगा। साथ ही वातानुकूल यानों में बेड रोल सुविधा का भी अभाव रह सकता है।
02 मई 2023, मंगलवार, वैशाख, शुक्लपक्ष, द्वादशी, विक्रम संवत 2080
वडोदरा के प्रतापनगर स्टेशन से अलीराजपुर तक सीधी रेल गाड़ी शुरू करने की सुचना जारी हो गयी है। वडोदरा – छोटा उदेपुर – अलीराजपुर – जोबट – धार और फिर इन्दौर! सपना तो बड़ा है और उसे पूरा करने की जद्दोजहद भी जारी है। शनै शनै काम आगे बढ़ रहा है।
रेल विभाग द्वारा जारी वड़ोदरा – अलीराजपुर सीधी गाड़ी की सूचना, साथ ही विद्यमान गाड़ी 09181/70 को भी छोटा उदेपुर से आगे अलीराजपुर तक विस्तारित किया जा रहा है।
वडोदरा – इन्दौर कनेक्टिविटी रतलाम, दाहोद, गोधरा से न होते हुए इस सपने का रेखचित्र देखिए। यह क्षेत्र आदिवासी बहुल इलाका है। रेल लाइन बिछाने में छोटा उदेपुर की पहाड़ी और मध्यप्रदेश के वन क्षेत्र की बाधाएं है। यह लाइन बनती है तो निश्चित ही इन्दौर – वडोदरा या मियागाम कर्जन होते हुए सूरत का अन्तर निश्चित ही कम होगा। हालाँकि इस कम अंतर होने का फायदा सिर्फ वैकल्पिक रेल मार्ग भर इतना ही रहेगा। रतलाम, गोधरा रेल मार्ग की कोई तोड़ नही। रतलाम मार्ग FEDL फुल्ली इलेक्ट्रीफाइड डबल लाइन और प्रीमियम, हाई स्पीड रेल मार्ग है।
इन्दौर जो मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी कहलाता है, मुम्बई से निकटतम रेल सम्पर्कता के लिए जंग जंग पछाड़ रहा है। एक तरफ मनमाड़ – इन्दौर नई रेल लाइन प्रोजेक्ट है जिसकी प्रगति न के बराबर है तो सनावद होते हुए खण्डवा और आगे भुसावल होते हुए मुम्बई की सम्पर्कता भी फिलहाल 3, 4 वर्ष की दूरी पर ही है।
खैर, धीरे धीरे ही सही इन्दौर के चारों ओर जो रेल विकास परियोजनाएं कागज़ों पर उकेरी गई थी धरातल पर मूर्त स्वरूप दिखाने लगी है। इन्दौर की गणमान्य नेत्री ने अपने भाषण में कहीं थी, इन्दौर की रेल परियोजनाऐं उनके जीवित रहते हो जाए तो बेहतर है। ईश्वर उन्हें लम्बी आयु प्रदान करें।
30 अप्रैल 2023, रविवार, वैशाख, शुक्लपक्ष, दशमी, विक्रम संवत 2080
कल दिनांक 29 अप्रैल को धुळे – दादर विशेष गाड़ी का शुभारंभ हुवा और आज दिनांक 30 अप्रैल से यह त्रिसाप्ताहिक गाड़ी दादर से यात्री सेवा में नियमित हो जाएगी।
धुळे महानगर महाराष्ट्र का एक बड़ा शहर है। सड़क यातायात से समृद्ध है। यहाँ तीन नैशनल हाई वे NH-3, NH-6 और NH-252 का जंक्शन है। मुम्बई – आग्रा, सूरत – कोलकाता और संगरूर पंजाब – अंकोला कर्नाटक यह वे नैशनल हाईवेज है। यूँ तो धुळे रेल्वे स्टेशन भी है, मगर मुम्बई – भुसावल मुख्य मार्ग के चालीसगांव स्टेशन की 56 किलोमीटर शाखा रेल मार्ग (ब्रांच लाइन)से जुड़ा हुवा है। इसी वजह के चलते, धुळे से देश के प्रमुख शहरोंको जोड़नेवाली कोई सीधी गाड़ियाँ अब तक नही चली। बरसों तक धुळे से चालीसगांव जंक्शन होकर दादर के लिए 11057/58 पठानकोट एक्सप्रेस में स्लिप कोच चलते थे और हाल ही के वर्षोंमें पुणे के लिए 11039/40 महाराष्ट्र एक्सप्रेस में भी स्लिप कोच जोड़े जाने लगे थे। ZBTT शून्याधारित समयसारणी कार्यक्रम के तहत जब सारे स्लिप कोच एवं लिंक एक्सप्रेस को रद्द किया गया तो यह धुळे स्लिप कोच भी बन्द हो गए और धुळे की रही-सही सम्पर्कता चालीसगांव तक सिमट कर रह गई।
स्थानीय राजनेताओं के अथक प्रयासों से अब धुळे को सप्ताह में 3 दिन ही सही मगर फिर से मुम्बई कनेक्टिविटी मिलना शुरू हुई है। फिलहाल यह गाड़ी विशेष श्रेणी और सीमित अवधि के लिए मिली है और आशा है, की इसके फेरे भी बढ़कर प्रतिदिन हो और नियमित हो जाये। मुम्बई के साथ ही पुणे, नागपुर आदि स्टेशनोंके लिए भी धुळे से रेल सम्पर्कता बढ़े।
खैर, अब हम हमारे मुख्य विषय पर आते है। धुळे – दादर गाड़ी के शुभारंभ के वक्त अलग अलग माध्यमों में धुळे रेल सम्पर्कता की बातें उठी, जिसमें प्रमुखता से मनमाड़ – इन्दौर और धुळे (बोरविहीर – नरड़ाना) नए रेल मार्ग की बात सामने आई। धुळे – नरड़ाना 50 किलोमीटर का रेल प्रोजेक्ट मनमाड़ – इन्दौर 368 किलोमीटर रेल प्रोजेक्ट का ही हिस्सा है ऐसे कहा गया, मगर मध्य रेल के हालिया जारी पिंक बुक में यह दोनों प्रोजेक्ट सर्वथा भिन्न दिखाई दे रहे है। कृपया निम्नलिखित पृष्ठ के मद संख्या 07 एवं 14 देखिए,
हालाँकि दोनोंही प्रोजेक्ट मध्य रेल के पिंक बुक में मौजूद है, लेकिन दोनों भिन्न भिन्न मदों में चिन्हित किये गए है। फिलहाल धुळे – नरड़ाना 50.6 किलोमीटर की निविदाएं जारी हो चुकी है और यह प्रोजेक्ट निर्माण प्रक्रिया में भी आगे बढ़ चुका है। मनमाड़ – इन्दौर प्रोजेक्ट के लिए # लगाकर एक विशेष नोट डाली गयी है, “इस परियोजना पर खर्च/ वचनबद्धताए, सभी प्रक्रियाएं एवं आवश्यक मंजूरी प्राप्त होने के बाद ही की जाएगी” क्या इसका अर्थ ‘मनमाड़ – इन्दौर’ परियोजना अभी ठण्डे बस्ते में है, यह मान कर चलें?
जो भी हो, फिलहाल दृश्य यह है, चालीसगांव – धुळे – नरड़ाना एक सीधी लाइनसे जुड़ जाते है तो भी धुळे के रेल सम्पर्कता के लिए बड़ी उपलब्धि रहेगी। नरड़ाना स्टेशन सुरत – भुसावल रेल मार्ग का और चालीसगांव स्टेशन मनमाड़ – भुसावल रेल मार्ग का स्टेशन है। इससे पश्चिम रेल और मध्य रेल के दो मुख्य मार्ग सीधे जुड़ जायेंगे।