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‘स्किपिंग स्टोपेजेस’ पुराने स्टोपेजेस रद्द किए जाने पर रेल मन्त्री का संसद में बयान

09 दिसम्बर 2023, शनिवार, मार्गशीर्ष, कृष्ण पक्ष, द्वादशी, विक्रम संवत 2080

बरसों स्टॉपेज लेती हुई कोई यात्री गाड़ी फलाँ तिथि से न रुकने लगे या बरसों तक यात्रिओंकी जमी-जमाई, अप-डाउन की सेट हुई गाड़ी, अचानक से पूर्णतः रद्द की घोषणा हो जाए! बड़े जोर का झटका लगता है। ग़ैरउपनगरीय रेल में संक्रमण के बाद यह बात बहुत आम हो गयी है। यात्री गाड़ियोंसे रोजाना चलने वाले यात्रिओंके लिए अब रेल से जाना-आना करना दु:स्वप्न हो गया है। नियमित गाड़ियोंके समय बदल दिए गए है, स्टोपेजेस हटा दिए गए है या उन्हें पूर्णतः रद्द कर दिया गया है। उदाहरण देना, कहाँ कहाँ के दे भैया? प्रत्येक ज़ोन, हरेक मण्डल में ऐसी गाड़ियाँ मिल जाएंगी और पीड़ित यात्री भी।

जाहिर सी बात है, प्रश्न ठेठ संसद में पहुंच गया। विद्यमान सांसद ने सीधे रेल मन्त्री से जवाब चाहा और यह वीडियो देखिए, बड़ा वायरल हुवा है।

रेल मन्त्री स्पष्ट शब्दोंमें कह रहे है, रखरखाव कार्य हेतु ‘मेंटेनेंस ब्लॉक’ के लिए कुछ गाड़ियोंको विविक्षित समय से पहले निकालने के लिए समयसारणी में बदलाव किया गया या स्टोपेजेस हटाए गए और कुछ गाड़ियोंमे इस तरह के बदलाव सम्भव नही थे उन्हें पूर्णतः रद्द कर दिया गया, हटा दिया गया। आगे एक आश्वासन भी दिया जा रहा है, रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर मान्यता देता है तो स्टोपेजेस या बन्द हुई गाड़ियाँ पुनः स्थापित की जा सकती है।

उदाहरण देते वक्त रेल मन्त्री जी ने सड़क यातायात का उल्लेख किया। सड़क यातायात में वाहन ‘डाइवर्जन’ का उपयोग सहजता से कर लेते है जो रेल यातायात में कदापी सम्भव नही है।

सुरक्षा और रखरखाव के लिए रेल ब्लॉक के लिए किसी भी यात्री को कोई आपत्ति नही हो सकती मगर… ! मगर, यह रेल ब्लॉक की अवधि, बदला हुवा परिचालन की जानकारी यात्रियों तक समुचित समय एवं यथायोग्य तरीके से पहुंचनी आवश्यक है। होता यह है, मात्र 24 घण्टे पूर्व रेल ब्लॉक लिया जाता है और यात्री गाड़ियाँ पिटती है, यात्री घण्टो परेशान होते है। यात्रिओंको बिल्कुल विश्वास में नही लिया जाता यह सबसे बड़ी दिक्कत है। परिवार एवं सामान के साथ चलनेवाले यात्री को कह दिया जाता है, फलाँ गाड़ी अपने गंतव्य तक नही जाएगी या परावर्तित मार्ग से जाएगी, वह बेचारा क्या करें?

कई बार ऐसे होता है, गाड़ियाँ ब्लॉक के अनुसार रद्द बताई जाती है और मात्र कुछ समयावधिसे पहले उन्हें पुनर्स्थापित कर दिया जाता है। विशेष गाड़ियोंका तो परिचालन कभी समयसारणी के अनुसार होता ही नही। यह गाड़ियाँ 24/36 घण्टों तक की देरी से भी चलते रहती है। हफ़्तों, महीनों पहले किए आरक्षण ऐन यात्रा के समय फुस्स हो जाते है। गाड़ियाँ रद्द या देरी से चलती है जिससे यात्री के किसी काम की नही रहती।

कुल मिलाकर यह रेल का खेल, खेला बनकर रह गया है। यात्री परेशान हो रहे है और रेल मन्त्री रेल बुनियादी सुधारोंकी दुहाई दे रहे है। एक बात समझना जरूरी है, रेल सेवा यात्रिओंके लिए है या यात्री रेल सेवा के लिए है? जिस तरह यात्रिओंका बड़ा तबक़ा सड़क यातायात की तरफ़ रुख कर रहा है और केवल मजबूरी में ही रेल यातायात को प्राधान्य दे रहा है, वह दिन दूर नही मालवहन की तरह यात्री सेवा से भी रेल विभाग पिछड़ जाएगा।

वैसे भी रेल विभाग आम यात्रिओंके वर्ग, द्वितीय जनरल और स्लिपर क्लास को धीरे धीरे मेल/एक्सप्रेस गाड़ियोंसे लगातार कम करते जा रहा है। रेल सेवा ‘एलाइट’ वर्ग, हवाई यात्रा करनेवाले यात्रिओंके मद्देनजर बनती जा रही है। वन्देभारत, वन्दे मेट्रो, वन्दे स्लिपर और नियमित गाड़ियोंसे नदारद होते ग़ैरवातानुकूल कोच, इसका सीधा उदाहरण ही तो है।

एक अभ्यास में बताया गया है, यात्री आजकल वातानुकूल कोच से यात्रा को प्राधान्य दे रहे है। भई, जब ग़ैरवातानुकूल कोच ही नही रहेंगे या नाममात्र रहेंगे तो यात्री बेचारा क्या करें?

रेल विभाग को चाहिए, जितनी सवारी गाड़ियाँ बन्द कर रखे है, उन्हें यथासंभव शुरू करवाए। चूँकि उन्हें मेल/एक्सप्रेस में पहले ही बदल चुके है अतः किराए से कम आय का बहाना तो चलने से रहा। बात ब्लॉक की है तो समयसारणी बदलिए, मगर गाड़ियाँ बन्द करना यह ठीक नही। दूसरा नियमित गाड़ियोंमे ग़ैरवातानुकूल कोचोंको बढ़ने की छोड़िए कमसे कम उन्हें जितने पहले उपलब्ध थे उनकी संख्या कायम करें। वातानुकूलित दफ़्तरोंमें बैठे या हवाई जहाजोंसे घूमने वाले उच्चवर्गीयों के सर्वे से आम जनता सिर्फ प्रताड़ित ही हो रही है। ज्ञात रहे, रेल विभाग अपनी बुनियादी संरचना में जो भी व्यापक और आधुनिक बदलाव कर रही है, वह उनतक पहुंच नही रहा, उन्हें सुख का अनुभव तो करा नही रहा बल्कि परेशानी और हैरत का सबब बन रहा है।

(वीडियो के लिए संसद टीवी का आभार)

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दमरे SCR में सात जोड़ी गाड़ियोंमे नए स्टापेजेस

09 अक्तूबर 2023, सोमवार, आश्विन, कृष्ण पक्ष, दशमी, विक्रम संवत 2080

रेल प्रशासन ने यात्रिओंकी सुविधाओं के मद्देनजर, सात जोड़ी गाड़ियोंको नियमित स्टापेजेस देने की घोषणा की है।

12745/46 सिकन्दराबाद मानुगुरू सिकन्दराबाद प्रतिदिन एक्सप्रेस डोरनाकल में रुकेगी।

12621/22 डॉ एम जी आर चेन्नई सेंट्रल नई दिल्ली डॉ एम जी आर चेन्नई सेंट्रल तमिलनाडु सुपरफास्ट प्रतिदिन एक्सप्रेस, खम्मम स्टेशन पर रुकेगी।

17027/28 हैदराबाद करनूल सिटी हैदराबाद हुन्ड्री प्रतिदिन एक्सप्रेस इटिकयाल स्टेशन पर रुकेगी।

12795/96 विजयवाड़ा लिंगमपल्ली विजयवाड़ा इंटरसिटी प्रतिदिन एक्सप्रेस नालगोण्डा स्टेशनपर रुकेंगी।

17645/46 सिकन्दराबाद रेपल्ले सिकन्दराबाद प्रतिदिन एक्सप्रेस रामन्नापेट में रुकेगी।

17647/48 हैदराबाद पूर्णा हैदराबाद प्रतिदिन एक्सप्रेस शंकरपल्ली स्टेशन पर रुकेगी।

17649/50 हैदराबाद औरंगाबाद हैदराबाद प्रतिदिन एक्सप्रेस शंकरपल्ली स्टेशन पर रुकेगी।

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मध्य रेल CR के नए स्टोपेजेस के टाइमिंग्ज

23 अगस्त 2023, बुधवार, निज श्रावण, शुक्ल पक्ष, सप्तमी, विक्रम संवत 2080

मध्य रेल ने 42 जोड़ी गाड़ियोंके अस्थायी स्टोपेजेस हाल ही में घोषित किए है। उनमें से कुछ स्टोपेजेस के टाइमिंग्ज अर्थात समयसारणी जारी हुई है।

होटगी : 17319/20

कल्याण : 12261/62, 82356/55, 18519/20, 19667/68, 17221/22

कोपरगाँव : 18503/04

कान्हेगाव : 11409/10

नागपुर : 12213/14

आशा करते है, बचे हुए घोषित अस्थायी स्टोपेजेस के टाइमिंग्ज भी जल्द ही जारी किए जाएंगे।

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और नई गाड़ियाँ…. नए विस्तार …. नए स्टोपेजेस ….

18 अगस्त 2023, शुक्रवार, निज श्रावण, शुक्ल पक्ष, द्वितिया, विक्रम संवत 2080

अभी रेल प्रशासन में यह दौर चल रहा है, मन मांगी मुरादें पूरी हुई जा रही है। स्टोपेजेस की रोज नई सूची जारी हो रही है। यूँ तो रेल टाइमटेबल कमिटी IRTTC की 2023 की बैठक भी सम्पन्न हो गयी मगर यात्री मांगों की पुरानी फेहरिस्त निकाल, ढूंढ कर नई गाड़ियाँ घोषित की जा रही है। विस्तार किये जा रहे है। चलिए, आज देखते है क्या कुछ मिल रहा है रेल यात्रिओंको,

22129/30 लोकमान्य तिलक टर्मिनस प्रयागराज जंक्शन लोकमान्य तिलक टर्मिनस द्विसाप्ताहिक तुलसी एक्सप्रेस 27/28 अगस्त से प्रयागराज से आगे अयोध्या कैंट तक विस्तारित की जा रही है।

16361/62 एर्नाकुलम से वेलांकिणी के बीच नई द्विसाप्ताहिक रेल सेवा

तिरुपति कोल्लम तिरुपति के बीच नई द्विसाप्ताहिक रेल सेवा

16791/92 पालक्कड़ तिरुनेलवेली पालक्कड़ पालारुवी एक्सप्रेस का तूतीकोरिन तक विस्तार

नए स्टोपेजेस :

22894/93 हावड़ा साईं नगर शिर्डी हावड़ा साप्ताहिक एक्सप्रेस, 17005/06 हैदराबाद रक्सौल हैदराबाद साप्ताहिक एक्सप्रेस एवं 13426/25 सूरत मालड़ा टाउन सुरत साप्ताहिक एक्सप्रेस का रायगढ स्टेशन पर तुरन्त प्रभाव से ठहराव।

12950/49 सांतरागाछी पोरबन्दर सांतरागाछी साप्ताहिक कवि गुरु एक्सप्रेस का सुरेन्द्र नगर स्टेशन पर तुरन्त प्रभाव से ठहराव।

22643/44 एर्नाकुलम पटना एर्नाकुलम द्विसाप्ताहिक एक्सप्रेस का जामताड़ा स्टेशन पर तुरन्त प्रभाव से ठहराव।

और दक्षिण रेल्वेके निम्नलिखित 11 जोड़ी गाड़ियोंको दिए गए नए स्टोपेजेस और उनकी समयसारणी :

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रतलाम! रतलाम!! रतलाम!!! तीन जोड़ी राजधानी गाड़ियाँ अब रतलाम में स्टोपेजेस लेंगी।

16 अगस्त 2023, बुधवार, अधिक श्रावण, कृष्ण पक्ष, अमावस्या, विक्रम संवत 2080

मध्य प्रदेश के रेलवे स्टोपेजेस के बारे में हालिया प्रकाशित लेख, “रेल प्रशासन हुवा मेहरबान, मध्यप्रदेश में 17 जोड़ी गाड़ियोंके स्टोपेजेस हुए पुनर्बहाल” https://wp.me/pajx4R-4ja में रेल प्रशासन ने कुछ सुधार किया है। अब रतलाम रेल्वे स्टेशन पर भी 3 जोड़ी राजधानी श्रेणी की गाड़ियोंका स्टोपेज घोषित किया गया है।

12431/32 तिरुवनंतपुरम हजरत निजामुद्दीन तिरुवनंतपुरम त्रिसाप्ताहिक राजधानी, 12907/08 बान्द्रा हजरत निजामुद्दीन बान्द्रा द्विसाप्ताहिक महाराष्ट्र सम्पर्क क्रांति और 22413/14 मडगांव हजरत निजामुद्दीन मडगांव द्विसाप्ताहिक राजधानी रतलाम स्टेशन पर ठहराव लेंगी।

गौरतलब है, स्थानीय मालवा रेल फैन क्लब, यात्री संगठन इन गाड़ियोंके स्टोपेजेस हेतु बहुत दिनोंसे प्रयासरत था। इस घोषणा के बाद रतलाम वासियों के बीच हर्ष की लहर फैल गयी है।