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नई साप्ताहिक गाड़ी की घोषणा : 16367/68 कन्याकुमारी – बनारस वाया पैरांबुर, बल्हारशाह, गोंदिया, बालाघाट, जबलपुर, प्रयागराज छिंवकी

13 दिसम्बर 2023, बुधवार, मार्गशीर्ष, शुक्ल पक्ष, प्रतिपदा, विक्रम संवत 2080

भारतीय रेल मुख्यालय ने कन्याकुमारी – बनारस के बीच एक नई साप्ताहिक गाड़ी ‘काशी तमिल संगम एक्सप्रेस’ शुरू किए जाने की घोषणा की है।

16367 काशी तमिल संगम एक्सप्रेस, कन्याकुमारी से प्रत्येक गुरुवार को 20:55 को रवाना होगी और शनिवार रात 23:35 को बनारस पहुँचेंगी। वापसी में 16368 काशी तमिल संगम एक्सप्रेस, बनारस से प्रत्येक रविवार को शाम 16:20 को रवाना हो कर मंगलवार को 20:55 को कन्याकुमारी पहुँचेंगी।

मार्ग में दोनो ओरसे स्टोपेजेस निम्नलिखित रहेंगे। कन्याकुमारी से चलने के बाद यह गाड़ी नागरकोईल, तिरुनेलवेली, विरुदूनगर, मदुरई, डिंडीगुल, तिरुचिरापल्ली, तंजावुर, कुम्भकोणम, मैलादुत्तराई, सिरकाजी, चिदंबरम, कुड्डालोर पोर्ट, विल्लुपुरम, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, आरकोणाम, पैराबुर, नेल्लोर, ओङ्गल, तेनाली, विजयवाड़ा, खम्मम, वारंगल, सिरपुर कागज़ नगर, बल्हारशाह, गोंदिया, बालाघाट, नैनपुर, जबलपुर, कटनी, मैहर, सतना, मानिकपुर, प्रयागराज छिंवकी, वाराणसी जंक्शन एवं बनारस पहुँचेंगी।

गाड़ी की कोच संरचना : वातानुकूल प्रथम -1, वातानुकूल टु टियर – 2, वातानुकूल थ्री टियर – 3, वातानुकूल थ्री टियर इकोनॉमी – 3, स्लिपर – 6, पेंट्रीकार – 1, द्वितीय श्रेणी साधारण जनरल – 4, एसएलआर – 1, जनरेटर वैन – 1 कुल 22 LHB कोच

संक्षिप्त समयसारणी :-

इस साप्ताहिक गाड़ी रेल मुख्यालय ने सम्बंधित रेल विभागोंको जल्द ही शुरू करने की हिदायत दी है।

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यात्रीगण कृपया ध्यान दें : वाराणसी जंक्शन पर रेल यार्ड रिमॉडलिंग कार्य के चलते 45 दिन विविध दिन अंतराल में गाड़ियाँ रद्द/ आँशिक रद्द/ मार्ग परिवर्तन/नियंत्रित कर चलेंगी।

27 अगस्त 2023, रविवार, निज श्रावण, शुक्ल पक्ष, एकादशी, विक्रम संवत 2080

यात्रीगण, चूँकि वाराणसी यार्ड रिमॉडलिंग यह बहुत लम्बा ब्लॉक चलनेवाला है अतः इसे चार अलग अलग खण्डों में विभाजित कर गाड़ियाँ नियंत्रित की जा रही है।

प्रत्येक परिपत्रक में आपको गाड़ी क्रमांक, गाड़ी का नाम, गाड़ी का प्रकार, ब्लॉक के दौरान क्या अवस्था होगी उसका विवरण, JCO याने गाड़ी के प्रारम्भिक स्टेशन से प्रस्थान की तिथि और कुल कितने दिन बाधित रहेंगी, इस तरह के चार्ट्स बनाये गए है।

पहला खण्ड : दिनांक 01 सितम्बर से 15 अक्तूबर 45 दिन तक वाराणसी जंक्शन का प्लेटफार्म नम्बर 3 गाड़ियोंके आवागमन के लिए बन्द रहेगा। इसके चलते निम्नलिखित गाड़ियोंका परिचालन बाधित रहेगा।

14203/04 वाराणसी लखनऊ वाराणसी इंटरसिटी एक्सप्रेस दिनांक 20 सितम्बर से 15 अक्तूबर तक लोहटा (वाराणसी जंक्शन से भदोही की दिशामे 5 किलोमीटर पर) से लखनऊ के बीच चलेगी।

निम्नलिखित गाड़ियाँ मार्ग परिवर्तन कर चलेगी।

दूसरा खण्ड : दिनांक 11 सितम्बर से 15 अक्तूबर 35 दिन तक वाराणसी जंक्शन का प्लेटफार्म नम्बर 6, 7 और 8 गाड़ियोंके आवागमन के लिए बन्द रहेगा। इसके चलते निम्नलिखित गाड़ियोंका परिचालन बाधित रहेगा।

12237/38 वाराणसी जम्मूतवी वाराणसी बेगमपुरा एक्सप्रेस दिनांक 09 सितम्बर से 16 अक्तूबर तक सुल्तानपुर – जम्मूतवी के बीच चलेगी।

20413/14 वाराणसी इन्दौर वाराणसी काशी महाकाल एक्सप्रेस दिनांक 08 सितम्बर से 13 अक्तूबर तक सुल्तानपुर – इन्दौर के बीच चलेगी।

20415/16 वाराणसी इन्दौर वाराणसी काशी महाकाल एक्सप्रेस दिनांक 10 सितम्बर से 15 अक्तूबर तक सुल्तानपुर – इन्दौर के बीच चलेगी।

19408/07 वाराणसी अहमदाबाद वाराणसी एक्सप्रेस दिनांक 14 सितम्बर से 14 अक्तूबर तक सुल्तानपुर – अहमदाबाद के बीच चलेगी।

20401/02 वाराणसी लखनऊ वाराणसी इंटरसिटी एक्सप्रेस दिनांक 10 सितम्बर से 16 अक्तूबर तक सुल्तानपुर – लखनऊ के बीच चलेगी।

14853/54, 14863/64, 14865/66 मरुधर एक्सप्रेस दिनांक 10 सितम्बर से 15 अक्तूबर तक जोधपुर – लखनऊ के बीच चलेगी।

निम्नलिखित गाड़ियाँ मार्ग परिवर्तन/ नियंत्रित कर चलेंगी।

तीसरा खण्ड : दिनांक 20 सितम्बर से 15 अक्तूबर 26 दिन तक रेल ब्लॉक। इसके चलते निम्नलिखित गाड़ियोंका परिचालन बाधित रहेगा।

निम्नलिखित गाड़ियाँ परावर्तित मार्ग / नियंत्रित कर चलाई जाएंगी।

चौथा खण्ड : दिनांक 04 अक्तूबर से 15 अक्तूबर 11 दिन तक वाराणसी जंक्शन की कोर्ड रेल मार्ग बन्द रहेगी। इसके चलते निम्नलिखित गाड़ियोंका परिचालन बाधित रहेगा।

दिनांक 03 अक्तूबर से 06 अक्तूबर निम्नलिखित गाड़ियाँ रद्द/ आँशिक रद्द/ परावर्तित रहेंगी।

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भारतीय रेल – कविता

भारत की हर बात निराली है, सुहानी है,
हर चीज़ की यहाँ अपनी एक कहानी है|
कहानियो की बात हम करे,
तो रेल सबकी रानी है|
कभी तीन दिन का लम्बा सफर,
तो कभी रोज़ का अपडाउन,
यहाँ हर किसी का अलग किस्सा है,
रेल हमारे जीवन का अहम् हिस्सा है|
पैसेंजर ट्रैन में बना रिश्ता सबसे प्यारा होता है,
चलती ट्रैन को पकड़ने का आनंद न्यारा होता है|
छोटे बच्चे का वो खिड़की की पटिया पर बैठना,
बड़ा खूबसूरत नज़ारा होता है|
हर ट्रैन की बात अलग है, बोली अलग है,
सचखंड की पंजाबी, पवन की बिहारी,
नवजीवन की गुजराती, कर्नाटक की तेलगु,
सब की अपनी दास्ताँ है|
पर एक बात सबकी समान है,

भारत की रेल, भारत की पहचान है|

– N R Varma