1 सितम्बर 2023, शुक्रवार, पूर्वभाद्रपद, कृष्ण पक्ष, द्वितिया, विक्रम संवत 2080
20836/35 पुरी राउरकेला पुरी वन्देभारत एक्सप्रेस सप्ताह में 6 दिन प्रत्येक शनिवार छोड़कर चलाई जाने का प्रस्ताव है।
20836 पुरी राउरकेला वन्देभारत प्रातः 5:00 बजे पुरी से प्रस्थान करेंगी और दोपहर 12:45 को राउरकेला पहुचेंगी। वापसीमे 20835 राउरकेला पुरी वन्देभारत एक्सप्रेस दोपहर 14:10 को राउरकेला से प्रस्थान करेंगी और रात 21:40 की पुरी पहुचेंगी। मार्ग में खुर्दा रोड, भुबनेश्वर, कटक, ढेनकनाल, अनुगुल, केरेजंगा, सम्बलपुर सिटी, झारसुगुड़ा स्टेशनोंपर ठहराव लेंगी।
चूँकि यह प्रस्तावित समयसारणी है, अंततः इसमे बदलाव भी लाये जा सकते है।
13 अगस्त 2023, रविवार, अधिक श्रावण, कृष्ण पक्ष, द्वादशी/त्रयोदशी, विक्रम संवत 2080
यात्रीगण कृपया ध्यान दीजिए, पूर्वतटीय रेलवे में दिनांक 17 से 30 अगस्त भुबनेश्वर – मन्चेश्वर के बीच रेल तिहरीकरण का कार्य, मन्चेश्वर में यार्ड सुधार कार्य, भुबनेश्वर स्टेशन एवं यार्ड सिग्नलिंग उन्नयन, हरिदासपुर में दिनांक 14 से 21 अगस्त तक सिग्नल सिस्टम का उन्नयन कार्य, सम्बलपुर एवं सम्बलपुर सिटी के बीच रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर कार्य। इन कार्योंके चलते 85 जोड़ी यात्री गाड़ियोंको रद्द किया जा रहा है। 11 जोड़ी गाड़ियाँ आँशिक रद्द तो अन्य 04 जोड़ी गाड़ियाँ मार्ग परिवर्तन कर चलेंगी। विस्तृत परिपत्रक निम्नलिखित है,
85 जोड़ी रद्द यात्री गाड़ियोंकी सूची :-
11 जोड़ी गाड़ियाँ आँशिक रद्द की जानेवाली है, उसकी सूची :-
4 जोड़ी परावर्तित मार्ग से चलाई जानेवाली गाड़ियोंकी सूची :-
19 जून 2023, सोमवार, आषाढ, शुक्ल पक्ष, प्रतिपदा, विक्रम संवत 2080
महाप्रभु कल दिनांक 20 जून आषाढ़ शुद्ध द्वितीया को रथ में विराज रहे है। भारतीय रेल भक्त गणों को इस रथयात्रा के दर्शन कराने 208 विशेष गाड़ियोंकी व्यवस्था कर रही है। आइए जानते है,
19 अप्रैल 2023, बुधवार, वैशाख, कृष्ण पक्ष, चतुर्दशी, विक्रम संवत 2080
भारतीय रेल अब अपनी गति से आगे बढ़ने लगी है। उन्नत चल स्टॉक अर्थात तेज गति के लोको, कोचेस, वन्देभारत जैसे ट्रेन सेट्स, ऑटोमेटिक सिग्नलिंग सिस्टम और बहुत कुछ।
मित्रों, वाहन तेज गतीसे चलने के काबिल हो तो उसे उसकी पूर्ण क्षमता के मार्ग भी आवश्यक है। साथ ही मार्ग की अन्य गाड़ियाँ जैसे मालगाड़ी जिनकी गति ज्यादा नही होती वह इन तीव्र गति की गाड़ियोंको चलने में प्रतिरोध उत्पन्न करती है अतः उनके लिए रेल विभाग अलगसे मार्ग चाहता है। यूँ तो EDFC और WDFC दो मालगाड़ी के लिए समर्पित गलियारों का निर्माण पुर्णत्व की ओर है, मगर इतर मार्ग जहाँ फ़िलहाल इस तरह के पूर्णतः अलग फ्रेट कॉरिडोर नही है, वहाँ पर तीसरी, चौथी लाइन मालगाड़ी के लिए उपयोग में लाने की हेतु निर्माण की जा रही है।
रेल्वेके जो स्वर्ण चतुर्भुज मार्ग है; मुम्बई – चेन्नई, चेन्नई – कोलकाता, कोलकाता – दिल्ली और दिल्ली – मुम्बई साथ ही इनको छेदने वाले अक्ष मुम्बई – कोलकाता और दिल्ली – चेन्नई इनके 130 kmph गति के लिए उन्निकरण का काम भी लगभग पूरा हो चुका है। इन्ही मार्गों का तिहरीकरण, चौथे मार्ग के भी सर्वे औऱ कई खण्डो में काम जारी भी है।
अब रेल विभाग इन प्रमुख मार्गोंके अलावा शाखा मार्गोंको भी 130 kmph गति क्षमता के योग्य करना चाहती है और यह कार्य मार्च 2024 तक पूरा करने की टाइम लाइन तैयार की जा रही है। आइए, हम देखते है उन मार्गोंकी सूची,
आप यह समझ कर चलिए, आनेवाले दिनोंमें जो 400 वन्देभारत गाड़ियाँ पटरियों पर दौडनेवाली है, यह सारी तैयारियाँ उसी की है। 😊
ग्रुप A के चार मार्ग, नई दिल्ली – हावड़ा राजधानी मार्ग, नई दिल्ली – मुम्बई सेंट्रल फ्रंटियर मेल मार्ग, नई दिल्ली – चेन्नई ग्रैंड ट्रंक मार्ग एवं हावड़ा – नागपुर – मुम्बई छत्रपति शिवाजी महाराज यह 160 kmph की गति में उन्नत किये जायेंगे।